चुनाव के आखिरी साल में पायलट बनेंगे राजस्थान के CM, BJP सांसद सी पी जोशी के दावे ने फिर बढ़ाई सियासी हलचल h3>
जयपुर: राजस्थान में सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर अक्सर सियासी चर्चा होती रहती है, लेकिन इसी बीच बीजेपी सांसद और प्रदेश उपाध्यक्ष सीपी जोशी ने जो दावा किया है, उसने एक बार फिर अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट की राजनीति को हवा दे दी है। दरअसल बीजेपी सांसद और प्रदेश उपाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहना है साल 2023 के चुनाव से पहले राजस्थान में मुख्यमंत्री बदलने वाला है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद चिन्ता में हैं, क्योंकि लास्ट के एक साल में मुख्यमंत्री बदलने वाला है। जोशी ने यह बयान गहलोत के उस बयान पर दिया, जिसमें पिछले दिनों गहलोत ने कहा था कि राजस्थान में ओल्ड पेंशन योजना लागू करने के फैसले ने मोदी सरकार को चिन्ता में डाल दिया है।
सचिन पायलट की दिल्ली में बढ़ रही है सक्रियता
सीपी जोशी ने मीडिया से बात करते हुए आगे कहा कि क्योंकि गहलोत खुद चिन्ता में हैं,इसलिए इधर-उधर के बयान देते रहते हैं। जोशी ने कहा कि जिस तरह सचिन पायलट का दिल्ली आना-जाना और उनकी सक्रियता बनी हुई है। दिल्ली में चर्चा यह है कि वर्तमान में 20 सीटें भी कांग्रेस पार्टी की नहीं आ रही है। तो थोड़ी-बहुत सीटें बढ़ाने के लिए कुछ परिवर्तन की कोशिश चल रही है। हालांकि 2023 में कांग्रेस सत्ता में नहीं आने वाली है। प्रेसवार्ता के दौरान जोशी ने मोदी सरकार की उपलब्धियों भी गिनाई।
मार्च में एक-दूसरे के खिलाफ बयान दे चुके हैं गहलोत-पायलट
उल्लेखनीय है कि जहां बीजेपी सांसद सीपी जोशी ने सचिन पायलट और सीएम गहलोत को लेकर बयानबाजी की है। वहीं इससे पहले मार्च में राजस्थान कांग्रेस के दोनों नेता गहलोत और पायलट ने एक- दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर यह साफ कर दिया था कि दोनों के बीच तकरार पूरी तरह सुलझी नहीं है। दरअसल 9 मार्च को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि उन्होंने यूपीए-2 में केंद्रीय मंत्री के लिए उन्होंने सचिन पायलट की पैरवी की थी।
इसके बाद पायलट ने भी पलटवार करते हुए पांच दिनों बाद यह बयान दे दिया था कि उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के लिए टिकट सुनिश्चित करवाया था। जानकारों का कहना है कि गहलोत की ओर से दिए गए बयान का पलटवार करने के साथ ही सचिन पायलट ने गहलोत को भी यह साफ संदेश दे दिया है कि उन्होंने भी उनके अहसान को वापस लौटा दिया है।
Karauli Update: सांकेतिक धरने पर बैठे सांसद किरोड़ीलाल मीणा हिरासत में, 195 परिवारों के पलायन का आराेप
राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News
सचिन पायलट की दिल्ली में बढ़ रही है सक्रियता
सीपी जोशी ने मीडिया से बात करते हुए आगे कहा कि क्योंकि गहलोत खुद चिन्ता में हैं,इसलिए इधर-उधर के बयान देते रहते हैं। जोशी ने कहा कि जिस तरह सचिन पायलट का दिल्ली आना-जाना और उनकी सक्रियता बनी हुई है। दिल्ली में चर्चा यह है कि वर्तमान में 20 सीटें भी कांग्रेस पार्टी की नहीं आ रही है। तो थोड़ी-बहुत सीटें बढ़ाने के लिए कुछ परिवर्तन की कोशिश चल रही है। हालांकि 2023 में कांग्रेस सत्ता में नहीं आने वाली है। प्रेसवार्ता के दौरान जोशी ने मोदी सरकार की उपलब्धियों भी गिनाई।
मार्च में एक-दूसरे के खिलाफ बयान दे चुके हैं गहलोत-पायलट
उल्लेखनीय है कि जहां बीजेपी सांसद सीपी जोशी ने सचिन पायलट और सीएम गहलोत को लेकर बयानबाजी की है। वहीं इससे पहले मार्च में राजस्थान कांग्रेस के दोनों नेता गहलोत और पायलट ने एक- दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर यह साफ कर दिया था कि दोनों के बीच तकरार पूरी तरह सुलझी नहीं है। दरअसल 9 मार्च को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि उन्होंने यूपीए-2 में केंद्रीय मंत्री के लिए उन्होंने सचिन पायलट की पैरवी की थी।
इसके बाद पायलट ने भी पलटवार करते हुए पांच दिनों बाद यह बयान दे दिया था कि उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के लिए टिकट सुनिश्चित करवाया था। जानकारों का कहना है कि गहलोत की ओर से दिए गए बयान का पलटवार करने के साथ ही सचिन पायलट ने गहलोत को भी यह साफ संदेश दे दिया है कि उन्होंने भी उनके अहसान को वापस लौटा दिया है।
Karauli Update: सांकेतिक धरने पर बैठे सांसद किरोड़ीलाल मीणा हिरासत में, 195 परिवारों के पलायन का आराेप