चिराग के दही-चूड़ा भोज में समय से पहले पहुंचे CM: पार्टी ऑफिस में नहीं थे केंद्रीय मंत्री; राबड़ी आवास पर भी हो रहा भोज – Patna News h3>
आज देश भर में मकर संक्रांति मनाई जा रही है। बिहार की सियासत में मकर संक्रांति के दही-चूड़ा भोज का खास महत्व है। मकर संक्रांति के मौके पर हर साल की तरह बिहार में चूड़ा-दही भोज पर पॉलिटिक्स इस बार भी चर्चाओं में हैं। नेता अपने-अपने पार्टी कार्यालय और आव
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आज सीएम नीतीश कुमार चिराग पासवान के आमंत्रण पर दही-चुड़ा के भोज पर पहुंचे। 12 बजे का समय देकर मुख्यमंत्री सुबह 10 बजे ही पहुंच गए। इस दौरान LJP प्रदेश कार्यालय में चिराग पासवान मौजूद नहीं थे।
चिराग पासवान के बदले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष मौजूद रहे। उन्होंने सीएम का स्वागत किया। नीतीश कुमार यहां करीब 10 मिनट तक रुके और फिर वहां से निकल गए। मुख्यमंत्री बिहार सरकार के मंत्री रत्नेश सदा के आवास पर आयोजित दही-चूड़ा भोज में भी शामिल हुए।
इसके बाद मुख्यमंत्री मंत्री रत्नेश सदा के आवास पर आयोजित भोज में भी पहुंचे। इससे पहले कल डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने अपने आवास पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया था। इसमें राज्यपाल और मुख्यमंत्री समेत एनडीए के कई नेता शामिल हुए थे।
13 जनवरी को डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के आवास पर दही-चूड़ा भोज में सीएम शामिल हुए।
राबड़ी आवास में इस बार भी दही–चूड़ा भोज
इस बार राबड़ी आवास में 14 जनवरी को दही–चूड़ा का भोज है। इसी साल बिहार विधानसभा चुनाव भी है और एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार को लेकर अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं।
सीएम नीतीश कुमार के आरजेडी से हाथ मिलाने को लेकर कुछ ही दिनों पहले आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, ‘नीतीश आते हैं तो साथ काहे नहीं लेंगे। ले लेंगे, साथ। नीतीश साथ में आएं, काम करें।’
हालांकि, नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद के ऑफर को 2 बार 11 जनवरी को गोपालगंज और 12 जनवरी को मुजफ्फरपुर में ठुकराया।
पिछले साल राबड़ी आवास पर आयोजित दही-चूड़ा भोज में लालू और राबड़ी के साथ नीतीश कुमार।
पशुपति पारस ने नीतीश–लालू दोनों को बुलाया
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने 15 जनवरी को अपने आवास पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन रखा है। इसमें लालू प्रसाद और नीतीश कुमार को भी निमंत्रण भेजा है।
रालोजपा अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने रविवार को राजभवन में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की। उन्हें मकर संक्रांति के मौके पर 15 जनवरी को अपने आवास पर आयोजित दही-चूड़ा भोज के लिए आमंत्रण दिया।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के जरिए मकर संक्रांति की बधाई दी है।
कांग्रेस- बीजेपी प्रदेश कार्यालय में भी भोज
कांग्रेस भी अपने पार्टी दफ्तर सदाकत आश्रम पर महागठबंधन के नेताओं के लिए दही-चूड़ा भोज का आयोजन कर रही है। दोपहर 01:00 बजे से इसका आयोजन किया जाएगा, जिसमें महागठबंधन के सभी नेता शामिल हो सकते हैं।
बिहार BJP के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल भी पार्टी दफ्तर पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन कर रहे हैं, जिसमें NDA के सभी नेताओं को आमंत्रण भेजा गया है।
वहीं नगर विकास एंव आवास विभाग के मंत्री नितिन नवीन ने 15 जनवरी को अपने आवास पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया है।
इससे पहले सोमवार को उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने NDA के नेताओं के लिए अपने सरकारी आवास पर चूड़ा-दही भोज का आयोजन किया, जिसमें CM नीतीश कुमार और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी शामिल हुए थे।
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‘मंगल सगुन सुगंध सुहाए। बहुत भांति महिपाल पठाये।
दधि चिउरा उपहारा अपरा। भरि भरि कांवरि चले कहारा।।’
बिहार के खान-पान पर किताब लिखने वाले रविशंकर उपाध्याय के मुताबिक, ‘जब भगवान राम की बारात अयोध्या से मिथिला पहुंची तो अनेक तरह के सुगंधित और सुहावने मंगल द्रव्य और सगुन की चीजें राजा जनक ने बारात के लिए भेजीं। दही- चिउड़ा और कई उपहार की चीजें कांवर में भरकर कहार निकलते हैं।’ रामचरिमानस में लिखे इस दोहे से आप समझ जाइए कि बिहार में दही–चूड़ा की कितनी अहमियत है। पूरी खबर पढ़ें।