चाचा व चाची ने दो भतीजों को छत से धक्का: मृतक का भाई बोला सम्पत्ति के लिए चाचा चाची ने धक्का देकर मार डाला, दूसरे भतीजे की हड्डी टूटी – Kanpur News h3>
तीसरे माले से गिरकर हुई दीपक(फाइल फोटो) की मौत
कानपुर के काकादेव क्षेत्र में एक चाचा चाची ने अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर दो भतीजों को तीसरे माले से धक्का दे दिया। इसमें एक भतीजे की मौत हो गई। वहीं दूसरे के कमर की हड्डी टूट गई। घायल का इलाज किया जा रहा है वहीं मृतक भतीजे का पोस्टमार्टम करा शव
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घटना में घायल भाई संदीप
विजय नगर के जुगनू चौराहे के पास रहने वाले सुरेंद्र यादव के पुत्र दीपक यादव (35) प्रावइेट जॉब करते थे। परिवार में पत्नी पूनम और दो बेटे हैं। दीपक, संदीप और राहुल में सबसे बड़े थे। परिजनों ने बताया कि परिवार में रहने वाले चाचा कृष्णा यादव से पूर्व में मकान में हिस्से को लेकर रंजिश चलती आ रही है।
इस कारण परिवार में तनाव बना रहता है। दीपक की पत्नी पूनम ने आरोप लगाया कि वह कई बार इसको लेकर घर पर विवाद कर चुके हैं। आरोप है, कि इसी रंजिश में नशे में धुत होकर सोमवार रात दीपक यादव और उसका छोटा भाई संदीप यादव घर की तीसरी मंजिल पर थे। इसी दौरान चाचा कृष्णा ने अपनी पत्नी बबिता और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर पहले दीपक और संदीप से मारपीट की इसके बाद वहीं से नीचे धक्का दे दिया।
इससे दोनों नीचे गिर गए और आरोपी चाचा समेत अन्य मौके से भाग निकले। परिवार में अफरातफरी मच गई। इलाकाई लोग इकट्ठा हो गए। किसी तरह दोनों को हैलट अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टर ने दीपक को मृत घोषित कर दिया वहीं संदीप की कमर की हड़्डी टूट गई। अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
हेड इंजरी और ज्यादा खून बहने से हुई मौत
दीपक यादव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेड इंजरी से अधिक रक्तस्त्राव होने से मौत की पुष्टि हुई है। इस संबंध में काकादेव इंस्पेक्टर मनोज सिंह भदौरिया ने बताया कि इस घटना में चाचा उनकी पत्नी और अन्य पर तीसरी मंजिल से धक्का देने का आरोप है। मृतक दीपक की पत्नी पूनम की तहरीर पर कृष्णा यादव, बबिता यादव और अन्य सहयोगियों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर जांच की गई है। उन्होंने बताया कि इस घटना में चाचा कृष्णा को भी चोट लगी है। इस कारण प्रथम दृष्टया घटना संदिग्ध लग रही है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
पिता ने भाई की हर सम्भव मदद की थी और उन्होंने ही भतीजे की कर दी हत्या
दीपक के सबसे छोटे भाई राहुल और अन्य परिजनों ने रोते हुए जानकारी दी कि पिता सुरेंद्र यादव ने कड़ी मेहनत करके बच्चों को पढ़ाया लिखाया। मकान खड़ा किया और उसमें सभी को अपनी-अपनी जगह दी। कहना था कि चाचा कृष्णा यादव को भी उन्होंने सहारा दिया और एक-एक रुपये की मदद की। रहने का आशरा दिया तो उनकी धीरे-धीरे संपत्ति में नियत ही खराब होने लगी। आरोप है, कि वह पूरा घर चाहते हैं। इसको लेकर काफी समय से उनसे विवाद चल रहा था। जिस पिता ने इतनी सहायता की उनकी के बेटे की हत्या कर दी।
सभी के बयान दर्ज किए जाएंगे
काकादेव इंस्पेक्टर मनोज सिंह भदौरिया के अनुसार चाचा के भी घायल होने पर मामला संदिग्ध लग रहा है। इस घटना की असल जानकारी करने के लिए मौके पर घटना के समय मौजूद लोगों के बयान लिए जाएंगे। लोगों से पूछताछ करने के बाद घटना से स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। आखिर घटना के दौरान ऐसा क्या हुआ था। बुधवार को काकादेव पुलिस मौके पर जाएगी और जानकारी जुटाएगी।