चल रही थी सीबीएसई छात्रों और शिक्षा मंत्रालय की बातचीत, पीएम मोदी ने अचानक शामिल होकर सबको चौंकाया

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चल रही थी सीबीएसई छात्रों और शिक्षा मंत्रालय की बातचीत, पीएम मोदी ने अचानक शामिल होकर सबको चौंकाया


चल रही थी सीबीएसई छात्रों और शिक्षा मंत्रालय की बातचीत, पीएम मोदी ने अचानक शामिल होकर सबको चौंकाया

पीएम मोदी ने गुरुवार को शिक्षा मंत्रालय और सीबीएसई छात्रों व उनके अभिभावकों के बीच चल रहे वर्चुअल संवाद में अचानक हिस्सा लेकर सबको चौंका दिया। प्रधानमंत्री का बातचीत में शामिल होना पूर्व नियोजित नहीं था। संवाद में हिस्सा लेकर उन्होंने छात्रों और अभिभावकों से बातचीत की और उनकी चिंताओं को जानने की कोशिश की। 

सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद्द होने के बाद से काफी छात्रों और उनके माता-पिता को आगे के भविष्य को लेकर चिंता सताने लगी है। दरअसल उच्च शिक्षा में प्रवेश व बहुत सी नौकरियों में 12वीं के मार्क्स चाहिए होते हैं। बहुत से छात्रों को विदेशी विश्वविद्यालयों में एडमिशन लेना है। अब छात्रों को यह प्रश्न परेशान कर रहा है कि सीबीएसई उन्हें किस आधार पर कितने नंबर देगा और प्रतियोगिता के माहौल में वह नंबर उनके लिए कितने कारगर साबित होंगे। 

गौरतलब है कि मंगलवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया गया था। पीएम मोदी ने कहा था कि छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, इससे समझौता नहीं किया जा सकता। छात्रों को कोविड-19 महामारी के इस तनावपूर्ण माहौल में परीक्षा देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।पीएम मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कक्षा 12वीं का रिजल्ट एक उपयुक्त व उचित क्राइटेरिया के आधार पर समयबद्ध तरीके से जारी किया जाएगा। पिछले साल की तरह, यदि कुछ छात्र परीक्षा देने की इच्छा रखते हैं, तो स्थिति अनुकूल होने पर सीबीएसई द्वारा उन्हें ऐसा विकल्प प्रदान किया जाएगा।

12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द होने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि यह फैसला व्यापक विमर्श के बाद लिया गया है और यह सर्वश्रेष्ठ तथा छात्रों के हित में है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को देशभर से मिली लोगों की महत्वपूर्ण राय के बाद छात्र हितैषी यह फैसला लिया गया है।

परीक्षा रद्द करने को लेकर ट्विटर पर कुछ लोगों की प्रतिक्रियाओं का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ”स्वास्थ्य और छात्रों का कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।” उन्होंने कहा कि यह साल छात्रों के लिए बहुत अस्त-व्यस्त रहा क्योंकि महामारी के कारण वे अपने घरों में सिमटकर रह गए और दोस्तों के साथ बहुत कम समय बिताने को मिला। मोदी ने एक ट्वीट के जवाब में लिखा, ”जैसा कि आपने कहा, वर्तमान समय में यह सर्वश्रेष्ठ और छात्र हितैषी फैसला है।” प्रधानमंत्री ने एक शिक्षक के ट्वीट के जवाब में कहा कि बीते एक वर्ष के दौरान शिक्षकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
 

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