घोटाले की आहट के बीच सरकारी खाते में वापस की गई राशि h3>
बखरी,निज संवाददाता। परिहारा पंचायत में कथित घोटाले की सुगबुगाहट के बीच अधिकारियों की जांच रिपोर्ट सामने आई है। हालांकि शिकायकर्ता जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है और लीपापोती की बात कह रहे हैं। पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव पर सरकारी राशि का दुरूपयोग का आरोप लगाते हुए वार्ड सदस्यों ने बीडीओ को तथा स्थानीय जिला परिषद सदस्य अमित कुमार देव ने एसडीओ को आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की। मामले में तीन सदस्यीय अधिकारियों ने जांच की है। जांच के क्रम में गलत तरीके से कम दाम की सामग्री को अधिक दामों में खरीदारी करने की बात कही गई है। बीते सात अगस्त को उक्त तीनों जांच अधिकारियों ने परिहारा पंचायत के वर्णित योजनाओं की संयुक्त रूप से जांच की है। प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी कुमार सोनू, बीसीओ मेराज आलम, तकनीकी सहायक रामवरण यादव ने बीडीओ महेशचंद्र को सौंपे जांच में खुलासा किया है। इसमें योजना संख्या एक उत्क्रमित मध्य विद्यालय मलकुआ व योजना संख्या दो मध्य विद्यालय परिहारा में आरओ वॉटर मशीन अधिस्थापन कार्य किया गया। यह 15वीं वित्त आयोग से खरीदारी की गई। आरओ मशीन योजना संख्या एक में प्राक्कलित राशि 5 लाख 31 हजार में से 5 लाख 17 हजार 500 तथा योजना संख्या 2 में 5 लाख 29 हजार 300 में से 5 लाख 15 हजार 843 रुपया का भुगतान किया गया। योजना के अभिलेख से जांच के क्रम में पता चला कि आरओ वॉटर मशीन का क्रय जेम पोर्टल के माध्यम से हुआ है। आनंद इंटरप्राइजेज के वेंडर को भुगतान किया गया है। इसके बाद पंचायत सचिव राजकुमार मंडल द्वारा आनंद इंटरप्राइजेज को पत्र भेजकर जेम पोर्टल के अनुरूप आरओ वॉटर मशीन के गुणवत्तापूर्ण नहीं होने पर राशि को वापस करा लिया है। इसके बाद राशि को रिकवर कर सरकारी खाता में भेज देने की बात कही गई है। मालूम हो कि बीते दिनों परिहारा पंचायत के 10 से अधिक वार्ड सदस्यों ने सरकारी राशि का दुरुपयोग कर आरओ वॉटर मशीन लगाए जाने से संबंधित आवेदन बीडीओ को दिया है। आवेदन में रामप्रवेश पोद्दार, पवन कुमार, अशोक साह, बबिता देवी, कंचन कुमारी, निक्की देवी, सीता देवी, प्रियंका देवी, गोलू कुमारी सहित दस वार्ड सदस्य ने आवेदन पर हस्ताक्षर कर मामले में दस दिनों के अंदर कार्रवाई करने की मांग की थी। इसी मामले में स्थानीय जिला परिषद सदस्य अमित कुमार देव ने एसडीओ सन्नी कुमार सौरव को आवेदन देकर मुखिया और पंचायत सचिव की मिलीभगत से आरओ मशीन, सेनेटरी भेंडिग मशीन, छठ घाट एवं जिम सामाग्री का क्रय काफी घटिया स्तर का किए जाने का आरोप लगाया था। इधर जिला परिषद का कहना है कि शिकायत के बाद राशि को वापस सरकारी खाता लाया गया है। ऐसे में इसकी जांच वरीय अधिकारियों से की जानी चाहिए।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
बखरी,निज संवाददाता। परिहारा पंचायत में कथित घोटाले की सुगबुगाहट के बीच अधिकारियों की जांच रिपोर्ट सामने आई है। हालांकि शिकायकर्ता जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है और लीपापोती की बात कह रहे हैं। पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव पर सरकारी राशि का दुरूपयोग का आरोप लगाते हुए वार्ड सदस्यों ने बीडीओ को तथा स्थानीय जिला परिषद सदस्य अमित कुमार देव ने एसडीओ को आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की। मामले में तीन सदस्यीय अधिकारियों ने जांच की है। जांच के क्रम में गलत तरीके से कम दाम की सामग्री को अधिक दामों में खरीदारी करने की बात कही गई है। बीते सात अगस्त को उक्त तीनों जांच अधिकारियों ने परिहारा पंचायत के वर्णित योजनाओं की संयुक्त रूप से जांच की है। प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी कुमार सोनू, बीसीओ मेराज आलम, तकनीकी सहायक रामवरण यादव ने बीडीओ महेशचंद्र को सौंपे जांच में खुलासा किया है। इसमें योजना संख्या एक उत्क्रमित मध्य विद्यालय मलकुआ व योजना संख्या दो मध्य विद्यालय परिहारा में आरओ वॉटर मशीन अधिस्थापन कार्य किया गया। यह 15वीं वित्त आयोग से खरीदारी की गई। आरओ मशीन योजना संख्या एक में प्राक्कलित राशि 5 लाख 31 हजार में से 5 लाख 17 हजार 500 तथा योजना संख्या 2 में 5 लाख 29 हजार 300 में से 5 लाख 15 हजार 843 रुपया का भुगतान किया गया। योजना के अभिलेख से जांच के क्रम में पता चला कि आरओ वॉटर मशीन का क्रय जेम पोर्टल के माध्यम से हुआ है। आनंद इंटरप्राइजेज के वेंडर को भुगतान किया गया है। इसके बाद पंचायत सचिव राजकुमार मंडल द्वारा आनंद इंटरप्राइजेज को पत्र भेजकर जेम पोर्टल के अनुरूप आरओ वॉटर मशीन के गुणवत्तापूर्ण नहीं होने पर राशि को वापस करा लिया है। इसके बाद राशि को रिकवर कर सरकारी खाता में भेज देने की बात कही गई है। मालूम हो कि बीते दिनों परिहारा पंचायत के 10 से अधिक वार्ड सदस्यों ने सरकारी राशि का दुरुपयोग कर आरओ वॉटर मशीन लगाए जाने से संबंधित आवेदन बीडीओ को दिया है। आवेदन में रामप्रवेश पोद्दार, पवन कुमार, अशोक साह, बबिता देवी, कंचन कुमारी, निक्की देवी, सीता देवी, प्रियंका देवी, गोलू कुमारी सहित दस वार्ड सदस्य ने आवेदन पर हस्ताक्षर कर मामले में दस दिनों के अंदर कार्रवाई करने की मांग की थी। इसी मामले में स्थानीय जिला परिषद सदस्य अमित कुमार देव ने एसडीओ सन्नी कुमार सौरव को आवेदन देकर मुखिया और पंचायत सचिव की मिलीभगत से आरओ मशीन, सेनेटरी भेंडिग मशीन, छठ घाट एवं जिम सामाग्री का क्रय काफी घटिया स्तर का किए जाने का आरोप लगाया था। इधर जिला परिषद का कहना है कि शिकायत के बाद राशि को वापस सरकारी खाता लाया गया है। ऐसे में इसकी जांच वरीय अधिकारियों से की जानी चाहिए।