घूसखोर सरकारी इंजीनियर ने बेटे-बेटी को भी बना दिया करोड़पति: एक ही दिन में बेटी को दो प्लॉट ‘गिफ्ट’, परिवार के नाम काली कमाई से खरीदी जमीनें – Rajasthan News

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घूसखोर सरकारी इंजीनियर ने बेटे-बेटी को भी बना दिया करोड़पति:  एक ही दिन में बेटी को दो प्लॉट ‘गिफ्ट’, परिवार के नाम काली कमाई से खरीदी जमीनें – Rajasthan News

घूसखोर सरकारी इंजीनियर ने बेटे-बेटी को भी बना दिया करोड़पति: एक ही दिन में बेटी को दो प्लॉट ‘गिफ्ट’, परिवार के नाम काली कमाई से खरीदी जमीनें – Rajasthan News

जोधपुर में सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (XEN) दीपक कुमार मित्तल ने नौकरी में ‘काली कमाई’ से बेटे-बेटी को भी करोड़पति बना दिया। जिस भी बड़े शहर में नौकरी की, वहां की पॉश कॉलोनियों में प्लॉट खरीदता चला गया।

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इंजीनियर ने एक ही साल में करोड़ों की कीमत की 6 बार जमीन खरीद डाली। एक ही दिन में बेटी को दो प्लॉट ‘गिफ्ट’ भी कर दिए। बेटे-पत्नी-भाई के नाम पर भी कीमती जमीनों का रिकॉर्ड मिला है।

ACB ने छापे की कार्रवाई में जहां हाथ डाला, वहां से जमीनों की सौदेबाजी के कागज मिले हैं। छापेमारी में शामिल रहे अधिकारियों के अनुसार, इससे पहले बड़े से बड़े सरकारी अधिकारी के खिलाफ किसी भी रेड में जमीन खरीदने का ऐसा ‘पैटर्न’ देखने को नहीं मिला।

मित्तल के पास नौकरी से पहले कोई संपत्ति नहीं थी। 28 साल की नौकरी में करोड़ों का मालिक बन बैठा। एसीबी की पड़ताल और क्या-क्या सामने आया, पढ़िए- इस रिपोर्ट में…

16 फरवरी को रेड के दौरान इंजीनियर के घर से 50 लाख कैश मिला था।

वर्ष 2022 में खरीदे 6 प्लॉट मूल रूप से गंगापुर सिटी के रहने वाले दीपक कुमार मित्तल ने अपनी 28 साल की नौकरी में जयपुर, अजमेर और उदयपुर में कुल 16 प्लॉट खरीदे। खास बात यह है कि इंजीनियर ने जमीनों में सबसे ज्यादा इन्वेस्टमेंट उदयपुर में किया है। अकेले 9 प्लॉट उदयपुर में खरीदे गए। कलड़वास विस्तार ग्रीवा, उदयपुर रीको आवासीय योजना में 69 वर्ग मीटर से लेकर 408 वर्ग मीटर तक के प्लॉट शामिल हैं।

इसके अलावा जयपुर की 4 पॉश कॉलोनियों में भी प्लॉट खरीदे, जो 150 वर्ग गज से लेकर 266 वर्ग गज तक के बीच की साइज के हैं। ACB ने इनकी कीमत अलग-अलग रूप से लाखों की बताई है, लेकिन मार्केट में पड़ताल करने पर एक-एक प्लॉट करोड़-करोड़ से ऊपर के हैं। अजमेर में भी दीपक कुमार मित्तल ने 3 प्लॉट खरीदे, जो 200-200 वर्ग गज के हैं।

खास यह है कि इंजीनियर मित्तल ने अकेले 2022 में एक के बाद एक 6 प्लॉट खरीद डाले। इन प्लॉटों को दो महीने के अंतराल में खरीदा गया। इसके अलावा 2015 और 2023 में तीन-तीन प्लॉट खरीदे गए। 2015 में 3 में से 2 प्लॉट एक ही दिन 26 अक्टूबर को खरीदे गए थे। 2023 में 5 महीनों के अंदर 3 अलग-अलग प्लॉट खरीदे।

एक ही दिन में बेटी को दो प्लॉट ‘गिफ्ट’ ACB जांच में पाया है कि PWD में 1996 में कनिष्ठ अभियंता पद पर लगे दीपक कुमार मित्तल नौकरी से पहले सामान्य परिवार के थे। मित्तल के पास नौकरी से पहले कोई संपत्ति नहीं थी। उदयपुर और अजमेर में नौकरी के दौरान अच्छी खासी प्रॉपर्टी बनाई। ACB ने अपनी रिपोर्ट में माना है कि अधिकारी की छवि ठीक नहीं है। सरकारी नौकरी के बाद रहन-सहन के स्तर में अचानक बहुत बदलाव हो गया, जो आय के मुकाबले काफी ऊंचा है।

ACB के अनुसार, मित्तल के पूरे कार्यकाल को देखें, तो खुद के नाम 2 प्लॉट हैं। लेकिन मित्तल ने पत्नी के नाम से जयपुर, अजमेर और उदयपुर में 5 प्लॉट खरीदे। बेटे के नाम से 6 प्लॉट खरीदे, बेटी के नाम से 2 और भाई के नाम से एक प्लॉट खरीदा।

एसीबी ने दीपक कुमार मित्तल की नौकरी के दौरान आय की पड़ताल की तो सामने आया कि उसने 203.9 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित की है।

खास बात है कि कलड़वास विस्तार ग्रीवा, उदयपुर रीको आवासीय योजना में बेटी के नाम एक ही दिन में 6 जून 2022 को 72 व 118 वर्ग मीटर के दो प्लॉट का सौदा हुआ। बेटी के नाम के प्लॉट खरीदने के 4 दिन बाद ही 10 जून 2022 को ही इसी क्षेत्र में एक प्लॉट अपनी पत्नी के नाम से खरीद लिया।

इसी तरह मित्तल ने बेटे के नाम से कलड़वास विस्तार ग्रीवा, उदयपुर रीको आवासीय योजना में ही 1 अगस्त 2022 व 5 अगस्त 2022 को पांच दिन के अंतराल में एक-एक प्लॉट खरीदे।

  • इसी दिन 5 अगस्त 2022 को ही इसी क्षेत्र में एक और प्लॉट मित्तल ने अपने भाई के नाम से भी खरीद लिया।
  • ACB की जांच में सामने आया कि भाई को दिलाया प्लॉट मित्तल की बेनामी संपत्ति है।
  • अपने भाई के नाम जो प्लॉट खरीदा, उसे भविष्य में बेचने के सभी अधिकार खुद के पास सुरक्षित रखने के लिए उसी समय कागजात भी तैयार करवा लिए थे।

बेटे-बेटी के अकाउंट में लगातार ट्रांजेक्शन, एक-एक करोड़ पढ़ाई पर खर्च ACB की रिपोर्ट के अनुसार, इंजीनियर दीपक कुमार का बेटा पढ़ाई कर रहा है। लेकिन खाते में पैसों की बरसात हो रही है। अगस्त 2022 से लेकर अब तक अलग-अलग तारीखों पर साढ़े 20 लाख रुपए जमा हुए। नकद और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में दीपक द्वारा जमा राशि भी शामिल है।

आरोपी XEN ने अपने बच्चों की पढ़ाई पर भी अच्छा खासा खर्च किया। सेंट जेवियर स्कूल (जयपुर), जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी और एम्स गोरखपुर (यूपी) की फीस से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। करोड़ों रुपए की फीस का हिसाब मिला है।

दीपक कुमार मित्तल ने 28 साल की नौकरी में करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है।

शेयर बाजार में भी तगड़ा इन्वेस्टमेंट दीपक कुमार मित्तल के बेटे के अकाउंट से 11-11 हजार के दो और 10 हजार रुपए का एक म्यूचुअल फंड जून, 2022 से हर महीने कट रहा है। इस फंड में अब तक 8.71 लाख रुपए जमा करवाए जा चुके हैं। ACB ने अपनी रिपोर्ट में शक जताया है कि पिता दीपक की अवैध राशि को म्यूचुअल फंड में जमा करवाया जा रहा है।

एसीबी को जांच में इंजीनियर के बेटे के खातों में भी ट्रांजेक्शन का रिकॉर्ड मिला है।

इसी तरह बेटी के अकाउंट में नवंबर 2016 से लेकर नवंबर, 2021 के बीच 37.12 लाख रुपए कैश जमा करवाए गए। इसके बाद अब तक बेटी खाते में 62.44 लाख रुपए जमा हुए। ये कैश खुद बेटी, पिता दीपक और पत्नी व बेटे ने जमा करवाए। बेटी के खाते में जमा इस राशि में से एक बड़ा हिस्सा म्यूचुअल फंड में लगाया गया।

ACB के अनुसार, बेटी के खाते में जमा राशि में से नवंबर 2021 में 20 लाख रुपए टाटा आर्बिट्रेज फंड में निवेश किए गए। फरवरी 2018 से अब तक करीब 19 लाख रुपए म्यूचुअल फंड में डाले गए। कुल मिलाकर म्यूचुअल फंड में 38.97 लाख रुपए निवेश किए गए हैं और बचे 23.47 लाख रुपए अन्य कार्यों में खर्च हुए।

जोधपुर के पीडब्ल्यूडी चौराहा स्थित मित्तल के सरकारी दफ्तर में फाइलों को खंगालती एसीबी की टीम।

6 ठिकानों पर रेड में हुआ था खुलासा ACB ने दीपक कुमार के 6 ठिकानों पर 16 फरवरी को आय से अधिक संपत्ति बनाने के आरोप में रेड की थी। आरोप है कि अभियंता दीपक मित्तल ने अपनी वैध आय से 203 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित की। रेड के दौरान जोधपुर, जयपुर सहित अन्य ठिकानों के साथ बैंक लॉकर की भी तलाशी ली गई।

ACB को सी-स्कीम (जयपुर) स्थित बैंक के इंजीनियर के एक लॉकर में डेढ़ किलो किलो सोने की ज्वेलरी और 5 किलो चांदी के जेवर मिले हैं। सोने की ज्वेलरी की कीमत करीब 1.30 करोड़ रुपए है। पहले दो दिन की कार्रवाई में ACB को कुल 2 किलो सोने के जेवर व साढ़े छह किलो चांदी के जेवर-सिक्के मिल चुके थे।

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जोधपुर में सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) का एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (XEN) दीपक कुमार मित्तल 16 प्लॉट समेत करोड़ों की संपत्ति का मालिक है। जयपुर एसीबी ने 6 शहरों में XEN के ठिकानों पर छापेमारी की है। मित्तल के जयपुर स्थित घर से एसीबी को करीब 50 लाख रुपए नकद, करीब आधा किलो सोने की ज्वेलरी और करीब 1.5 किलो चांदी के जेवर मिले हैं…(CLICK कर पूरा पढ़ें)

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