घायल पिता को रंग लगाना चाहती है बेटी: पटना में 3 लोगों को मारी थी गोली, 1 की मौत, 2 घायल; दुकान पर अपराधियों से हुई थी बहस – Patna News h3>
पटना से 20 किलोमीटर दूर नौबतपुर इलाके के छोटी टंगरैला गांव में होली का त्योहार मातम में बदल गया है। 13 मार्च को अपराधियों ने एक ही एक ही परिवार के 3 लोगों को गोली मार दी। गोलीबारी में चाचा ललन यादव(40) की मौत हो गई, जबकि दो भतीजे प्रेम कुमार(31) और प
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घायल प्रेम कुमार ने बताया कि घर में 7 साल की बेटी और 10 साल का बेटा है। पापा को रंग लगाने के लिए अस्पातल आने की जिद कर बैठे हैं। बच्चों को कौन समझाएगा। त्योहार के मौके पर किसे पता था, ये सब हो जाएगा। अभी तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। घर के सदस्य डरे हुए हैं।
पीड़ित परिवार में नाराजगी
प्रेम कुमार के बयान पर 4 नामजद बिट्टू सिंह, हरिओम, चंदन कुमार और डिंपू शर्मा पर केस दर्ज हुआ है। एक आरोपी हरिओम की गिरफ्तारी हथियार के साथ घटना वाले दिन ही हो गई थी। सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में चंदन कुमार की पत्नी की भी गिरफ्तारी हुई है। अपराधियों को भगाने का आरोप है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। इससे पीड़ित परिवार में नाराजगी है। अलग से शिकायत दर्ज कराने की तैयारी में हैं।
वारदात की 2 तस्वीरें देखिए
आरोपी बीच सड़क पर फायरिंग करता हुआ।
आरोपी ने सरेआम 3 लोगों को गोली मार दी और भाग निकला।
होली का सामान खरीद रहे थे चाचा
प्रेम कुमार ने बताया कि घटना वाले दिन चाचा ललन यादव किराना दुकान पर होली का सामान खरीद रहे थे। इस दौरान नशे में धुत्त बिट्टू सिंह उनसे उलझ गए। बात बढ़ने पर अपने साथियों चंदन कुमार, हरिओम कुमार और डिंपू शर्मा को बुला लिया। बाइक से तीनों हथियार लेकर पहुंचे। वर्चस्व को लेकर फायरिंग शुरू कर दी।
मेरे चाचा ललन यादव को तीन गोली लगी। वो जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद मेरे भाई प्रेमजीत कुमार को पैर में गोली मारी। मैं पकड़ने लगा तो मुझे भी टारगेट करके मारा। मेरे हाथ में एक गोली लगी है। हम दोनों भाई वहीं जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद हथियार लहराते हुए सभी भाग गए। चाचा को अस्पताल लेकर आया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वहीं, प्रेम के भाई अमरजीत ने बताया कि छोटी टंगरैला गांव में एक खास जाति की आबादी 90 फीसदी है। आबादी अधिक होने के अपना वर्चस्व कायम करना चाहते हैं। आसपास के गांव नारायणपुर, बेला, चेसी, चेचौल में इनका प्रभाव है। आए दिन लोगों से उलझते रहते हैं।
इस घटना में शामिल चंदन कुमार, डिंपू कुमार और बिट्टू कुमार अभी फरार है। लोगों के बीच भय का माहौल है। अगर पुलिस जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती है तो कभी भी किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। ये लोग जब पुलिस पर गोली चला सकते हैं तो हमलोग क्या हैं।
गोलीबारी की सीसीटीवी फुटेज आया सामने
गोलीबारी का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। जिसमें आरोपी बिट्टू सिंह और ललन यादव (31) में बहस हो रही है। इसके बाद ललन के दो भतीजे प्रेम कुमार (31) और प्रेमजीत कुमार (29) भी वहां पहुंच जाते हैं। बिट्टू सिंह के हाथ में पिस्तौल दिख रही है।
थोड़ी देर बहस के बाद बिट्टू सिंह प्रेमजीत पर गोली चला देता है। विवाद और बढ़ता है तो फिर वो टारगेट कर ललन यादव और प्रेम कुमार पर फायरिंग करता है। वारदात में ललन यादव की मौत हो गई है। उसके सीने और पीठ में 3 गोली लगी थी।
भतीजे प्रेम कुमार की पसली में गोली लगी है, उनकी हालत गंभीर है। वो पटना मेट्रो प्रोजेक्ट में सुपरवाइजर हैं। जबकि प्रेमजीत पेशे से इंजीनियर हैं और प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। अपराधी को पकड़ने पहुंची पुलिस पर भी 3 राउंड फायरिंग की गई है।