ग्वालियर के कमला राजा हॉस्पिटल में देर रात लगी आग: लेबर रूम के ICU में एसी फटने से हुआ हादसा; 65 प्रसूताओं को बचाया गया – Gwalior News h3>
कमला राजा अस्पताल में आग के बाद धुआं से भरा लेबर यूनिट आईसीयू।
ग्वालियर संभाग के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल समूह के कमला राजा हॉस्पिटल (KRH) स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के लेबर रूम के ICU में AC फटने से अचानक आग लग गई। चंद मिनट में वहां धुआं भरने लगा। वहां आसपास 65 प्रसूताएं भर्ती थी। आनन- फानन में वार्ड की खिड
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घटना का पता चलते ही मौके पर ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान पहुंच गईं। रात 1.30 बजे के लगभग यह हादसा हुआ है, जिसके बाद मरीजों की शिफ्टिंग का काम सुबह 4 बजे तक चलता रहा है। राहत की बात यह है कि इस आगजनी में कोई जनहानि नहीं हुई है।
गंभीर प्रसूताओं व नवजात को शिफ्ट शिफ्ट किया गया।
बिना सर्विसिंग चलाए जा रहे थे एसी
ग्वालियर के कमला राजा हॉस्पिटल (KRH) में शनिवार रात 1 बजे तक सब कुछ सामान्य था। बीती रात का तापमान लगभग 20 डिग्री सेल्सियस था। ऐसे में कमला राजा अस्पताल के लेबर रूम में भर्ती 16 महिला मरीजों के लिए AC चल रहे थे। इन AC को लापरवाही से बिना सर्विसिंग के चलाया जा रहा था।
रात 1.20 बजे अचानक एक AC में ब्लास्ट हुआ और आग लग गई। लेबर रूम में 16 महिला प्रसूता और उनके नवजात बच्चे थे। पास के रूप में 50 महिलाएं डिलीवरी के लिए भर्ती थीं। उनके पास ही पीडियाट्रिक वार्ड था, जहां नवजात बच्चे भर्ती थे। हालात बेहद नाजुक थे, हालांकि, अस्पताल प्रबंधन ने तत्काल काम किया और लेबर रूम और आसपास के वार्डों में डिलीवरी के लिए आई 50 से ज्यादा महिला मरीजों को सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
मौके पर मौजूद मरीज के अटेंडरों के मुताबिक वह कुछ समझ पाते, उससे पहले AC के धुएं से दम घुटने लगा। जिसके बाद वे अपने महिला मरीजों और उनके नवजात बच्चो को लेकर भागे। वहीं, अस्पताल के वार्ड बॉय, सिक्योरिटी गार्ड और लोगों ने मिलकर वार्ड की खिड़कियों को तोड़कर मरीजों को बाहर निकाला है।
कलेक्टर ने कहा है कि सभी मरीज सुरक्षित है। उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है, घटना की जांच के आदेश भी उनके द्वारा दे दिए गए हैं।
अफरा तफरी में अपने-अपने मरीजों को लेकर भागते लोग
धुआं से घुटने लगा था दम घटना के बाद दीपक कुमार ने बताया कि हम वार्ड में थे। डिलीवरी हुई थी, बच्चा और जच्चा दोनों लेबर रूम के पास भर्ती थे। आग लगी तो हम दोनों को लेकर बाहर भागे। बच्चा और जच्चा दोनों सुरक्षित है उनके साथ कोई घटना नहीं घटी है। सभी मरीजों को बाहर निकाल लिया गया है। जब आग लगी तो वहां अफरा तफरी मच गई थी।
आग के बाद सड़क पर लेटी प्रसूता और नवजात, कुछ देर पहले ही बनी थी मां
आग-आग कहकर लोग चिल्ला रहे थे घटना के प्रत्यक्षदर्शी अरविंद सिंह रावत ने बताया कि जब हम लोग सो रहे थे तो आग आग कहकर लोगों ने चिल्लाना शुरू किया। हमारी नींद खुली तो हमने देखा आग लगी है। मरीजों को हम सब ने मिलकर बाहर निकाला। हमारे और हमारे साथ के लोगों के हाथों में चोट भी आई हैं लेकिन सब सुरक्षित है सब की मदद से सभी को सुरक्षित सही सलामत बाहर निकल गया है।
टीम बनाकर जांच की जाएगी इस मामले में कलेक्टर ग्वालियर रूचिका चौहान का कहना है कि आग लगने की सूचना मिली थी। मौके पर डॉक्टर प्रशासनिक और पुलिस अफसर आ गए थे। मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। सभी को दूसरी जगह हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जा रहा है। AC फटने से यह घटना घटित हुई है। फिलहाल कोई जनहानि नहीं हुई है टीम गठित कर जांच की जाएगी।