गोरखपुर…बाल सुधार गृह से फिर फरार हुआ बाल अपचारी: सुरक्षा इंतजामों पर सवाल, पहले भी भाग चुके हैं 3 अपचारी – Gorakhpur News h3>
गोरखपुर के गुलरिहा स्थित बाल सुधार गृह की सुरक्षा व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। सुबह करीब 9 बजे एक बाल अपचारी दीवार फांदकर फरार हो गया। यह किशोर पीपीगंज का निवासी है और लड़की भगाने के आरोप में हिरासत में था। यह घटना प्रशासन के लिए सिरदर्
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घटना ने खोली सुरक्षा की पोल बाल सुधार गृह से बाल अपचारियों के फरार होने की यह चौथी घटना है। इससे पहले भी तीन बच्चे यहां से भागे थे, जिन्हें काफी प्रयासों के बाद पकड़ लिया गया था। लेकिन इन घटनाओं ने सुधार गृह की सुरक्षा व्यवस्थाओं की खामियों को उजागर कर दिया है।
स्थानीय लोगों की शिकायतें बढ़ीं सुधार गृह के आसपास रहने वाले लोगों ने भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बाल अपचारी अक्सर खिड़कियों और छत पर चढ़कर अश्लील गाने गाते हैं और गाली-गलौज करते हैं। इससे मोहल्ले का माहौल खराब हो रहा है। लोगों ने कई बार इसकी शिकायत प्रशासन से की, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
प्रशासन की चुप्पी पर उठ रहे सवाल लगातार हो रही इन घटनाओं ने बाल सुधार गृह की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सुरक्षा के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है। बाल अपचारियों के बार-बार भागने के बावजूद सुरक्षा इंतजामों में सुधार नहीं किया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर यही स्थिति रही, तो भविष्य में बड़ी घटना हो सकती है।
फरार बाल अपचारी की तलाश शुरू घटना के बाद पुलिस ने फरार बाल अपचारी की तलाश शुरू कर दी है। आसपास के क्षेत्रों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। प्रशासन ने भी सुधार गृह की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने की बात कही है। हालांकि, सवाल यह है कि आखिर कब तक इन घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
समाजसेवियों ने की सख्त कार्रवाई की मांग समाजसेवियों ने बाल सुधार गृह की लगातार बिगड़ती स्थिति पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि बाल अपचारियों को सुधारने के लिए बनाए गए इस केंद्र में न तो सुरक्षा है और न ही उन्हें सही मार्गदर्शन दिया जा रहा है। सरकार को इस मामले में सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
क्या अब प्रशासन जागेगा? बार-बार हो रही ऐसी घटनाएं न केवल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती हैं, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी परेशानी का सबब बन गई हैं। अब देखना यह है कि इस घटना के बाद प्रशासन जागता है या फिर यह लापरवाही आगे भी जारी रहेगी।