गुना विवाद पर बोले पूर्व CM दिग्विजय सिंह: मस्जिद के सामने नाचने की क्या जरूरत; अब तक दोनों पक्षों के 19 लोग गिरफ्तार – Guna News h3>
दिग्विजय सिंह प्रदर्शन में शामिल होने शाजापुर पहुंचे थे।
हनुमान जयंती पर गुना में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बुधवार को कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। शाजापुर में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों में जुलूस निकालने पर सुप्रीम कोर्ट की स्पष्ट गाइ
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उन्होंने कहा-
इन तथाकथित संगठनों को मस्जिद के सामने आकर ही नाचने में मजा आता है, इसकी क्या जरूरत है।
बता दें कि, शनिवार को हनुमान जयंती के अवसर पर शिवाजी नगर माता मंदिर से जुलूस निकाला गया। जुलूस में आगे आगे डीजे चल रहा था और उसके पीछे युवा नाचते हुए चल रहे थे। यह जुलूस शाम लगभग 7:30 बजे कर्नलगंज इलाके में पहुंचा। य
हां कर्नलगंज मस्जिद के सामने जुलूस रुक गया। कुछ समय बाद यहीं पर जुलूस के ऊपर पत्थर फेंका गया। पत्थर फेंकने के बाद हालत बिगड़ गए। दोनों तरफ से पत्थरबाजी शुरू हुई। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को वहां से खदेड़ा।
दोनों पक्षों के 19 लोग गिरफ्तार
इस मामले में दोनों पक्षों पर मामला दर्ज किया गया है। अब तक 19 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। वहीं चार आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून(NSA) के तहत कार्रवाई की गई है। प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, IG अरविंद सक्सेना, DIG अमित सांघी गुना का दौरा कर चुके हैं।
दिग्विजय सिंह बाेले- मस्जिद के सामने नाचने की क्या जरूरत
बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शाजापुर पहुंचे थे। यहां मीडिया ने उनसे गुना विवाद को लेकर सवाल किया। इस सवाल के जवाब में दिग्विजय सिंह ने कहा-
“पहली बात तो है ये है कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है कि दंगा फसाद रोकने के लिए क्या क्या होना चाहिए। उसमें ये भी है कि जो संवेदनशील इलाके हैं, वहां से जुलूस नहीं निकाले जाना चाहिए। ये क्या कारण है कि इन तथाकथित संगठनों को मस्जिद के सामने आकर ही नाचने में मजा आता है। क्या जरूरत है इसकी। आप दुनियाभर में नाचो, किसी को एतराज नहीं है। तुम्हारा जुलूस निकल रहा है, वहीं डीजे बजाओगे, गंदे गंदे नारे लगाओगे। जब तक उनको मस्जिद दिखती नहीं, उन्हें नाचने में मजा ही नहीं आता है। ये क्या तरीका है।”