गाजियाबाद में वर्क फ्रॉम होम के नाम पर ठगी, Telegram के 200 से ज्यादा ग्रुप राडार पर
साइबर सेल के पास लगातार वर्क फ्रॉम होम के बहाने ठगी के केस पहुंच रहे हैं। अब तक जो मामले आए हैं, उनकी जांच में 200 से ज्यादा टेलीग्राम ग्रुपों की जानकारी मिली है। शुरुआती जांच में इन सभी ग्रुपों के संचालन का कनेक्शन दुबई, चीन और हॉन्ग कॉन्ग से मिला है। पुलिस के अनुसार, ठगी का यह ट्रेंड दुबई से ऑपरेट हो रहा है। रुपये ट्रांसफर कराने के लिए चीन और हॉन्ग कॉन्ग का ई-वॉलेट इस्तेमाल करते हैं। ई-वॉलेट से जिन बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर होते हैं, उन्हें भी काफी सिक्योर और गुप्त रखा जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियां आसानी से पहुंच न सके, इसलिए ऐसे ई-वॉलेट में आई रकम से क्रिप्टो करंसी खरीदी जाती है। क्रिप्टो करंसी में ठगी की रकम कन्वर्ट होने की वजह से आसानी से ठगों तक पहुंच नहीं हो पा रही है।
साइबर सेल में पहुंचे करीब 300 केस
घर बैठे 5-6 हजार रुपये रोज कमाने का झांसा दिया जाता है। फिर कोई टास्क पूरा करने के लिए कुछ रुपये जमा करने के लिए कहते हैं। ई-वॉलेट में रुपये जमा करने के बाद टास्क जैसे ही पूरा होता है, ठग कुछ रकम वॉलेट में डाल देते हैं। लोग जब इसी रकम को निकालने का प्रयास करते हैं तो कई बहानों से उनसे रुपये डलवाए जाते हैं। कोरोना के बाद वर्क फ्रॉम होम और पार्ट टाइम जॉब की मांग बढ़ी है। नौकरीपेशा लोग भी अतिरिक्त कमाई के लालच में इनके जाल में फंस जाते हैं। साइबर सेल के पास अब तक करीब 300 केस इस तरह के आ चुके हैं।
बीटेक स्टूडेंट्स की मौत के पीछे भी यही गैंग
पिछले साल नवंबर में क्रॉसिंग रिपब्लिक की गौड़ ग्लोबल विलेज सोसायटी से साझी और सिद्धार्थ विहार की अपेक्स क्रिमलिन से हार्दिक की गिरने से मौत हुई थी। जांच में दोनों के इसी प्रकार के निवेश से जुड़े होने की जानकारी मिली थी। अब जांच में सामने आया है कि दोनों को एक ही गैंग ने ट्रैप किया था। उनसे निवेश के बहाने ठगी की थी। साइबर सेल की जांच में यह बात स्पष्ट हुई है। निवेश में मोटे मुनाफे की लालच में बीटेक स्टूडेंट्स ने काफी रकम ई-वॉलेट में ट्रांसफर कर दी थी।
इस तरह रहें अलर्ट
– वर्क फ्रॉम के नाम पर अगर कोई कंपनी ऑफर दे तो उसके बारे में पूरी जानकारी जुटाएं।
– अनजान नंबर से आने वाले लिंक के बाद अगर कोई टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ने की बात करे तो अलर्ट हो जाएं।
– ई-वॉलेट में जमा हुए रुपये निकालने के लिए अगर कोई और निवेश के लिए बोले तो फौरन साइबर सेल से शिकायत दें।
– किसी सर्वे या लिंक पर क्लिक करने के लिए कोई कंपनी पैसा नहीं देती है। ऐसे ऑफर से सतर्क रहें।
– 4-5 हजार रुपये रोज घर बैठे कमाने का ऑफर सिर्फ छलावा हो सकता है।
– नौकरी के लिए हमेशा कंपनी के दफ्तर में ही संपर्क करें।