गाजियाबाद में डेंगू का प्रकोप, अब तक 119 मरीज आए सामने, नोएडा में भी बढ़े मामले h3>
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बारिश, बाढ़ और कई दिनों से बने उमस के माहौल की वजह से डेंगू का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। नोएडा में भी स्थिति खराब है। गाजियाबाद में अब तक डेंगू के 119 मरीज मिल चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने 60 स्थानों को डेंगू के लिए संवेदनशील बताया था। इनमें से 38 इलाके शहरी क्षेत्रों के हैं। लोगों का आरोप है कि संवेदनशील घोषित इलाकों में भी नगर निगम की टीम फॉगिंग करने नहीं आ रही है। लोनी के मेवला भट्टी गांव में पिछले कुछ दिनों में 500 से ज्यादा बुखार के रोगी मिल चुके हैं। यहां डेंगू के 20 से ज्यादा मरीज मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने आशंका जताई थी कि इस बार गांवों से बड़ी संख्या में डेंगू मरीज मिल सकते हैं। इसी वजह से गांवों में मेडिकल कैंप लगाकर सर्वे और एंटी लार्वा एक्टिविटी की गई।
मेवला भट्टी गांव में बुखार के मरीज मिलने लगे तो 5 दिनों तक स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर एंटी लार्वा एक्टिविटी की। अब वहां हालात नियंत्रण में हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि डेंगू नियंत्रण अभियान में नगर निगम से पूरा सहयोग नहीं मिल रहा है। जहां डेंगू के मरीज मिलते हैं, वहां एंटी लार्वा एक्टिविटी की जाती है, लेकिन नगर निगम की टीम फॉगिंग के लिए नहीं पहुंचती है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. जीके मिश्रा ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में लगातार सर्वे और एंटी लार्वा स्प्रे किया जा रहा है। लेकिन, मच्छरों को रोकने के लिए फॉगिंग जरूरी है।
मंगलवार को मिले 11 नए संक्रमित
जिले में मंगलवार को डेंगू के 11 नए संक्रमित मिले हैं। अब डेंगू के एक्टिव पेशंट की संख्या 39 हो गई है। इनमें से 16 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। अधिकारियों के अनुसार फिलहाल किसी मरीज की हालत गंभीर नहीं है। सरकारी स्तर पर प्लेटलेट्स की व्यवस्था भी की गई है। जरूरत पड़ने पर एमएमजी अस्पताल स्थित ब्लड बैंक से प्लेटलेट्स ले सकते हैं।
मच्छरों के लार्वा की जांच के लिए 250 कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। रोज 30 इलाकों में सर्वे और एंटी लार्वा स्प्रे हो रहा है। लोगों को जागरूक भी किया गया है। नगर निगम और दूसरे विभागों को फॉगिंग के लिए पत्र लिखा है।
डॉ. आरके गुप्ता, जिला सर्विलांस अधिकारी
शहरी क्षेत्र के संवेदनशील इलाके
क्रॉसिंग रिपब्लिक, संजय नगर, राजनगर, गोविन्दपुरम, हरसांव पुलिस लाइन, शास्त्री नगर ए, बी, सी, एच ब्लॉक, चिरंजीव विहार, जीवन विहार, अवंतिका, कविनगर सी, डी, जी ब्लॉक, गुलधर, राजनगर एक्सटेंशन, नंदग्राम, सेवा नगर, घूकना, कैला भट्टा, इस्लाम नगर, मरियम नगर, पंचवटी, नेहरू नगर द्वितीय, करहेड़ा, शालीमार गार्डन, वसुंधरा सेक्टर-दो, चार, 16 और वैशाली के सेक्टर-दो, चार और पांच के साथ ही इंदिरापुरम में नीति खंड, शक्ति खंड और ज्ञान खंड एवं कौशांबी, प्रताप विहार, विजय नगर, रहीसपुर, तुराब नगर, लालकुआं, राजबाग, कृष्णा नगर, शिवपुरी, ब्रज विहार, मिर्जापुर, विजयनगर-एक और कोटगांव क्षेत्र हैं।
नोएडा में अब तक 93 केस
नोएडा में भी डेंगू के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। अब तक यहां डेंगू के 93 के सामने आए हैं। वहीं, मलेरिया की 37 मरीजों में पुष्टि हुई है। नोएडा में डेंगू के मामलों में वृद्धि के बाद गौतमबुद्ध नगर जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से 8000 घरों की जांच की गई है। 159 घरों में मच्छर के लार्वा पाए गए हैं। अब तक 71 को नोटिस जारी किया जा चुका है। गौतमबुद्ध नगर के जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राजेश शर्मा ने कहा कि हमारी टीम सभी मुहल्लों की जांच कर रही है। फागिंग और अन्य बचाव उपाय किए जा रहे हैं। इसमें एंटी लार्वा स्प्रे शामिल है। इनके छिड़काव को सुनिश्चित कराया जा रहा है।
शहर में डेंगू रोगी के घरों के आसपास विशेष रूप से एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है। गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद दोनों जगह पर जिला प्रशासन की ओर से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा जिला अस्पताल में 10 बेड और सीएचसी में 5 बेड रिजर्व किए गए हैं। डेंगू और मलेरिया के रोगियों की जांच और उनके उचित इलाज के लिए डॉक्टर को भी चिन्हित किया गया है।
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मेवला भट्टी गांव में बुखार के मरीज मिलने लगे तो 5 दिनों तक स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर एंटी लार्वा एक्टिविटी की। अब वहां हालात नियंत्रण में हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि डेंगू नियंत्रण अभियान में नगर निगम से पूरा सहयोग नहीं मिल रहा है। जहां डेंगू के मरीज मिलते हैं, वहां एंटी लार्वा एक्टिविटी की जाती है, लेकिन नगर निगम की टीम फॉगिंग के लिए नहीं पहुंचती है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. जीके मिश्रा ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में लगातार सर्वे और एंटी लार्वा स्प्रे किया जा रहा है। लेकिन, मच्छरों को रोकने के लिए फॉगिंग जरूरी है।
मंगलवार को मिले 11 नए संक्रमित
जिले में मंगलवार को डेंगू के 11 नए संक्रमित मिले हैं। अब डेंगू के एक्टिव पेशंट की संख्या 39 हो गई है। इनमें से 16 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। अधिकारियों के अनुसार फिलहाल किसी मरीज की हालत गंभीर नहीं है। सरकारी स्तर पर प्लेटलेट्स की व्यवस्था भी की गई है। जरूरत पड़ने पर एमएमजी अस्पताल स्थित ब्लड बैंक से प्लेटलेट्स ले सकते हैं।
मच्छरों के लार्वा की जांच के लिए 250 कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। रोज 30 इलाकों में सर्वे और एंटी लार्वा स्प्रे हो रहा है। लोगों को जागरूक भी किया गया है। नगर निगम और दूसरे विभागों को फॉगिंग के लिए पत्र लिखा है।
डॉ. आरके गुप्ता, जिला सर्विलांस अधिकारी
शहरी क्षेत्र के संवेदनशील इलाके
क्रॉसिंग रिपब्लिक, संजय नगर, राजनगर, गोविन्दपुरम, हरसांव पुलिस लाइन, शास्त्री नगर ए, बी, सी, एच ब्लॉक, चिरंजीव विहार, जीवन विहार, अवंतिका, कविनगर सी, डी, जी ब्लॉक, गुलधर, राजनगर एक्सटेंशन, नंदग्राम, सेवा नगर, घूकना, कैला भट्टा, इस्लाम नगर, मरियम नगर, पंचवटी, नेहरू नगर द्वितीय, करहेड़ा, शालीमार गार्डन, वसुंधरा सेक्टर-दो, चार, 16 और वैशाली के सेक्टर-दो, चार और पांच के साथ ही इंदिरापुरम में नीति खंड, शक्ति खंड और ज्ञान खंड एवं कौशांबी, प्रताप विहार, विजय नगर, रहीसपुर, तुराब नगर, लालकुआं, राजबाग, कृष्णा नगर, शिवपुरी, ब्रज विहार, मिर्जापुर, विजयनगर-एक और कोटगांव क्षेत्र हैं।
नोएडा में अब तक 93 केस
नोएडा में भी डेंगू के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। अब तक यहां डेंगू के 93 के सामने आए हैं। वहीं, मलेरिया की 37 मरीजों में पुष्टि हुई है। नोएडा में डेंगू के मामलों में वृद्धि के बाद गौतमबुद्ध नगर जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से 8000 घरों की जांच की गई है। 159 घरों में मच्छर के लार्वा पाए गए हैं। अब तक 71 को नोटिस जारी किया जा चुका है। गौतमबुद्ध नगर के जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राजेश शर्मा ने कहा कि हमारी टीम सभी मुहल्लों की जांच कर रही है। फागिंग और अन्य बचाव उपाय किए जा रहे हैं। इसमें एंटी लार्वा स्प्रे शामिल है। इनके छिड़काव को सुनिश्चित कराया जा रहा है।
शहर में डेंगू रोगी के घरों के आसपास विशेष रूप से एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है। गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद दोनों जगह पर जिला प्रशासन की ओर से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा जिला अस्पताल में 10 बेड और सीएचसी में 5 बेड रिजर्व किए गए हैं। डेंगू और मलेरिया के रोगियों की जांच और उनके उचित इलाज के लिए डॉक्टर को भी चिन्हित किया गया है।