गहलोतराज में IAS, भजनलाल सरकार में RAS के ज्यादा तबादले: एक SDM को औसत 4 महीने मिली पोस्टिंग, कई टॉप अफसर 3 बार हुए इधर-उधर – Rajasthan News

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गहलोतराज में IAS, भजनलाल सरकार में RAS के ज्यादा तबादले:  एक SDM को औसत 4 महीने मिली पोस्टिंग, कई टॉप अफसर 3 बार हुए इधर-उधर – Rajasthan News

गहलोतराज में IAS, भजनलाल सरकार में RAS के ज्यादा तबादले: एक SDM को औसत 4 महीने मिली पोस्टिंग, कई टॉप अफसर 3 बार हुए इधर-उधर – Rajasthan News

राजस्थान में जल्द ही IAS-IPS अफसरों के तबादलों की बड़ी सूची जारी होने की चर्चा है। अपने सवा साल के कार्यकाल में भजनलाल सरकार 30 छोटी-बड़ी तबादला सूची जारी कर चुकी है। एक बार फिर से चर्चाओं के बीच NEWS4SOCIALने पिछली गहलोत सरकार और मौजूदा सरकार के करीब सव

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मौजूदा सरकार में 10 IAS अफसर और करीब दर्जनभर RAS अफसर ऐसे हैं जिनका 3 या इससे अधिक बार तबादला हो चुका है। आरएएस अफसरों का औसत ठहराव भी 6 महीने से भी कम का रहा है। हालांकि IPS अफसरों को बार-बार तबादलों की मार नहीं झेलनी पड़ी।

एक साल के कार्यकाल में अशोक गहलोत दो बार कलेक्टर-एसपी के तबादला करने में आगे हैं, वहीं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दूसरी बार आरएएस अफसरों के तबादला करने में आगे रहे हैं।

स्पेशल रिपोर्ट में पढ़िए- तबादलों का एनालिसिस…

IAS जिनका भजनलाल सरकार में 3 बार हुआ तबादला प्रदेश में आधा दर्जन से ज्यादा आईएएस अफसर ऐसे हैं, जिनका एक साल के भीतर कई बार तबादला हुआ है। इनमें आईएएस डॉ. पृथ्वीराज, भानु प्रकाश एटूरू, गौरव गोयल, आरती डोगरा, राजन विशाल, भवानी सिंह देथा, विश्राम मीणा, अनुपमा जोरवाल, आलोक, कुमार पाल गौतम शामिल हैं। आईएएस सुबीर कुमार का अब तक 2 बार तबादला हो चुका है। औसतन एक अधिकारी 6 महीने से ज्यादा अपने पद पर नहीं टिक पाया है।

RAS जिनका 3 से ज्यादा बार हुआ तबादला सीएम भजनलाल शर्मा ने अपने सवा साल के कार्यकाल में एक दर्जन से ज्यादा आरएएस अफसरों के कई बार तबादले किए हैं। इनमें तहसील स्तर पर तैनात एसडीएम की संख्या ज्यादा है, जिन्हें 4 महीने भी काम करने का मौका नहीं मिला और तबादला हो गया।

इनमें अभिमन्यु सिंह कुंतल, अभिषेक चारण, अजय, अमिता मनन, अंजना सहरावत, अनूप सिंह, अनुराग हरित, अर्चना चौधरी, अर्पिता सोनी, अरुण कुमार शर्मा, बाबूलाल, बंशीधर योगी और धारा सिंह मीणा।

सवा साल में छोटी-बड़ी 30 तबादला सूची जारी वैसे राजस्थान में सत्ता बदलने के साथ ही ब्यूरोक्रेसी में तबादलों की पुरानी रवायत रही है। 15 दिसंबर 2023 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद भजनलाल शर्मा ने इसी दिन 3 आईएएस अफसरों का तुरंत प्रभाव से तबादला कर दिया। आईएएस टी. रविकांत, प्रमुख सचिव, मुख्यमंत्री, आनंदी, सचिव, मुख्यमंत्री और डॉक्टर सौम्या झा को संयुक्त सचिव, मुख्यमंत्री लगाया गया था। इसके दूसरे दिन 16 दिसंबर 2023 को दो आरएएस अफसरों के तबादले किए गए थे।

आरएएस गोपाल सिंह को विशिष्ट सहायक, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी लगाया। आरएएस सावन कुमार चायल को विशिष्ट सहायक, उप मुख्यमंत्री डाॅ. प्रेमचंद बैरवा लगाया गया। बाद में चायल को हटाकर भगवंत सिंह राठौड़ को प्रेमचंद बैरवा का विशिष्ट सहायक लगाया गया। अब तक धड़ाधड़ छोटी-बड़ी 30 से ज्यादा तबादला सूची जारी कर चुके हैं।

गहलोत राज में 3 या इससे अधिक बार हुआ तबादला पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 17 दिसंबर 2018 को शपथ लेने के साथ ही ढाई महीने में करीब 1145 आईएएस, आईपीएस, आरएएस और आरपीएस अफसरों के तबादले किए थे। इनमें कई अफसर ऐसे हैं, जिनका गहलोत ने अपने पांच साल के कार्यकाल में कई बार तबादला किया है। कार्मिक विभाग द्वारा जारी सूची के अनुसार, आईएएस अरविंद कुमार पोसवाल, रवि जैन, कुमार पाल गौतम, आशीष मोदी, आशीष गुप्ता, आलोक रंजन और सुबीर कुमार।

आईपीएस अफसरों को काम करने का मौका भजनलाल सरकार में जारी तबादला सूची से पता चलता है कि मुख्यमंत्री ने आईपीएस अफसरों को बार-बार तबादले नहीं किए हैं। हालांकि एसडीएम को बार-बार तबादलों की मार झेलनी पड़ी है। जानकारों का कहना है कि सरकार के कार्यकाल को सवा साल ही हुआ है, ऐसे में अधिकारियों के फिर तबादले होंगे।

बार-बार तबादला होने की क्या रही वजह? राज्य सरकार कार्यकर्ताओं की डिजायर और शिकायत पर अफसरों के तबादले करती है। सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक-मंत्री की पसंद के आधार पर ही अफसर लगाए जाते हैं। मुख्यमंत्री के पास विधायकों की डिजायर आती है। उसी के आधार पर तबादले किए जाते हैं। इसी वजह से औसत समय तक भी आईएएस हो या आरएएस अफसर एक जगह नहीं टिक पाते हैं।

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