गलत फोटो ट्वीट कर फंसे दिग्विजय, शिवराज ने बताया दंगे की साजिश, कार्रवाई की तैयारी | shivraj attack on digvijay trapped by tweeting wrong photo | Patrika News h3>
दिग्विजय पर भ्रम फैलाने और दंगे की साजिश का आरोप…। एफआइआर दर्ज करने की तैयारी…।
भोपाल
Published: April 12, 2022 12:25:52 pm
भोपाल। विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले दिग्विजय सिंह बिहार के एक फोटो को खरगोन का बताकर फंस गए हैं। मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री ने इसे दंगों की साजिश बताया है। अब सरकार पूर्व सीएम एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह पर कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
मध्यप्रदेश के खरगोन में तनाव के बीच दिग्विजय सिंह के एक ट्वीट ने सियासत गर्मा दी है। नाराज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय पर बड़ा हमला किया है। चौहान ने कहा है कि दिग्विजय सिंह ने धर्म स्थल पर भगवा झंडा फहराने का फोटो ट्वीट किया है, जो मध्यप्रदेश का नहीं है। उन्होंने प्रदेश में धार्मिक उन्माद फैलाने का षडयंत्र किया है और प्रदेश को दंगे की आग में झोंकने की साजिश की है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दिग्विजय पर वैधानिक कार्रवाई की तैयारी
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने मंगलवार को कहा है कि इस मामले में वैधानिक कार्रवाई को लेकर विशेषज्ञों की राय ली जा रही है। गृह मंत्री ने कहा कि दिग्विजय सिंह हमेशा भ्रम फैलाते रहते हैं, वो मध्यप्रदेश को बदनाम करने की बात हो या सांप्रदायिक तनाव फैलाने की बात हो। वे हमेशा ऐसा करते रहे हैं। इससे पहले भी ब्रिज के बारे में ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान का ब्रिज जोड़ दिया था।
गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह ने एक फोटो ट्वीट किया था, जो बिहार की किसी मस्जिद का था, जिसमें उक युवक भगवान ध्वज लगाते दिखाया गया था। हालांकि बाद में दिग्विजय ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया।
दंगाइयों पर कार्रवाई पर भी उठाए सवाल
गृहमंत्री ने कहा कि जब रामनवमी के जुलूस पर उनके शांतिदूतों ने पत्थर फेंके थे, तब उन्होंने सवाल नहीं उठाए, जब उन दंगाइयों पर कार्रवाई होने लगी तो सवाल उठाने लगे। यह पीड़ादायी होता है। कभी तो समानता की सोचों।
खरगौन में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुए पथराव में कई लोग घायल हो गए थे। इसके बाद से लगातार गिरफ्तारी का दौर जारी है। वहीं पत्थरबाजों के अवैध मकानों पर बुल्डोजर चलाए जा रहे हैं। अब तक 95 दंगाइयों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
दिग्विजय के ताजा ट्वीट
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर शिवराज सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि क्या ख़रगोन प्रशासन ने लाठी तलवार जैसे हथियारों को लेकर जुलूस निकालने की इजाज़त दी थी? क्या जिन्होंने पत्थर फेंके चाहे जिस धर्म के हों सभी के घर पर बुलडोज़र चलेगा? शिवराज जी मत भूलिए आपने निष्पक्ष हो कर सरकार चलाने की शपथ ली है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भारतीय संविधान में हर नागरिक को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। धर्म देखकर शिवराज जी कार्रवाई करना असंवैधानिक है। मैं मूल रूप से बिना नोटिस बिना किसी को सुनें कार्रवाई के खिलाफ हूँ। क्या भारत के किसी क़ानून या नियम में इस बुलडोज़र संस्कृति का प्रावधान है? यदि आपको ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से बुलडोज़र चलाना ही है तो उसमें धर्म के आधार पर पक्षपात तो ना करें।
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दिग्विजय पर भ्रम फैलाने और दंगे की साजिश का आरोप…। एफआइआर दर्ज करने की तैयारी…।
भोपाल
Published: April 12, 2022 12:25:52 pm
भोपाल। विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले दिग्विजय सिंह बिहार के एक फोटो को खरगोन का बताकर फंस गए हैं। मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री ने इसे दंगों की साजिश बताया है। अब सरकार पूर्व सीएम एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह पर कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
मध्यप्रदेश के खरगोन में तनाव के बीच दिग्विजय सिंह के एक ट्वीट ने सियासत गर्मा दी है। नाराज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय पर बड़ा हमला किया है। चौहान ने कहा है कि दिग्विजय सिंह ने धर्म स्थल पर भगवा झंडा फहराने का फोटो ट्वीट किया है, जो मध्यप्रदेश का नहीं है। उन्होंने प्रदेश में धार्मिक उन्माद फैलाने का षडयंत्र किया है और प्रदेश को दंगे की आग में झोंकने की साजिश की है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दिग्विजय पर वैधानिक कार्रवाई की तैयारी
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने मंगलवार को कहा है कि इस मामले में वैधानिक कार्रवाई को लेकर विशेषज्ञों की राय ली जा रही है। गृह मंत्री ने कहा कि दिग्विजय सिंह हमेशा भ्रम फैलाते रहते हैं, वो मध्यप्रदेश को बदनाम करने की बात हो या सांप्रदायिक तनाव फैलाने की बात हो। वे हमेशा ऐसा करते रहे हैं। इससे पहले भी ब्रिज के बारे में ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान का ब्रिज जोड़ दिया था।
गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह ने एक फोटो ट्वीट किया था, जो बिहार की किसी मस्जिद का था, जिसमें उक युवक भगवान ध्वज लगाते दिखाया गया था। हालांकि बाद में दिग्विजय ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया।
दंगाइयों पर कार्रवाई पर भी उठाए सवाल
गृहमंत्री ने कहा कि जब रामनवमी के जुलूस पर उनके शांतिदूतों ने पत्थर फेंके थे, तब उन्होंने सवाल नहीं उठाए, जब उन दंगाइयों पर कार्रवाई होने लगी तो सवाल उठाने लगे। यह पीड़ादायी होता है। कभी तो समानता की सोचों।
खरगौन में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुए पथराव में कई लोग घायल हो गए थे। इसके बाद से लगातार गिरफ्तारी का दौर जारी है। वहीं पत्थरबाजों के अवैध मकानों पर बुल्डोजर चलाए जा रहे हैं। अब तक 95 दंगाइयों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
दिग्विजय के ताजा ट्वीट
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर शिवराज सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि क्या ख़रगोन प्रशासन ने लाठी तलवार जैसे हथियारों को लेकर जुलूस निकालने की इजाज़त दी थी? क्या जिन्होंने पत्थर फेंके चाहे जिस धर्म के हों सभी के घर पर बुलडोज़र चलेगा? शिवराज जी मत भूलिए आपने निष्पक्ष हो कर सरकार चलाने की शपथ ली है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भारतीय संविधान में हर नागरिक को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। धर्म देखकर शिवराज जी कार्रवाई करना असंवैधानिक है। मैं मूल रूप से बिना नोटिस बिना किसी को सुनें कार्रवाई के खिलाफ हूँ। क्या भारत के किसी क़ानून या नियम में इस बुलडोज़र संस्कृति का प्रावधान है? यदि आपको ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से बुलडोज़र चलाना ही है तो उसमें धर्म के आधार पर पक्षपात तो ना करें।
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