खुशनुमा आवोहवा के लिए जबलपुर की अलग पहचान, पुख्ता प्रयासों से शहर ग्रीन सिटी रैंकिंग में बन सकता है नम्बर-1 | JABALPUR JBP COLLECTOR JBP ADMINISTRATIN JABALPUR DISTRICT smart city | Patrika News h3>
– 10 अंक नवीकरणीय ऊर्जा के – 10 अंक हरित परिवहन के —————– मापदंड सूचकांक अंक हरित क्षेत्र नगर निगम के अंतर्गत वन क्षेत्र, पार्क, उद्यान के क्षेत्रफल में वृद्धि 30
पौधरोपण नगरीय क्षेत्रों में वनीकरण में बढ़ोतरी 20 वायु गुणवत्ता 24 घंटों में वायु में पीएम 10, एक्यूआई का स्तर 30 नवीकरणीय ऊर्जा रूफ टॉप सोलर पैनल की उर्जा क्षमता किलोवाट में 10
हरित परिवहन ई-वाहन, सीएनजी किट आधारित वाहनों की संख्या 10 —————- पर्यावरण के पांच सूचकांकों पर ग्रीन इंडेक्स रैंकिंग जारी की जाएगी। इनमें से नगर की एजेंसियों को वायु गुणवत्ता में सुधार कर 24 घंटों में वायु में पीएम 10 का स्तर व एक्यूआई स्तर में कमी लाने, नवीकरणीय ऊर्जा के लिए रूफ टॉप सोलर पैनल की ऊर्जा क्षमता किलोवाट में बढ़ाने और हरित परिवहन, ई वाहन व सीएनजी किट आधारित वाहनों की संख्या बढ़ाने पर फोकस करना होगा।
————— ऐसी होगी सिटी ग्रीन इंडेक्स की प्रक्रिया सिटी ग्रीन इंडेक्स के लिए लॉगइन पोर्टल नगरीय प्रशासन व विकास संचालनालय संचालित करेगा। प्रत्येक इंद्राज अधिकारी व सत्यापनकर्ता अधिकारी को लॉगइन आइडी और पासवर्ड जारी किए जाएंगे। नगरीय निकाय मार्च, जून, सितम्बर व दिसम्बर में सभी सूचकांकों का डाटा अभिलेख समेत अपलोड करेगा। इंद्राज का सत्यापन एप्को व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड करेगा। हर साल अप्रेल, जुलाई, अक्टूबर और फरवरी में सत्यापन होगा। पिछले साल 31 मार्च से पांच सूचकांकों की स्थिति का अगले वर्ष मार्च की स्थिति की तुलना कर क्रमिक बढ़ोतरी व घटोतरी आकलन किया जाएगा। इसी के आधार पर प्रतिशत व अंकों का आकलन होगा। अप्रेल में ग्रीन इंडेक्स की रैंकिंग के अनुसार प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी के पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
————- सकारात्मक पक्ष नगर में डुमना नेचर पार्क, मदनमहल की पहाडिय़ां, एसएएफ की पहाड़ी, खमरिया का वन क्षेत्र, नयागांव, रामपुर का वन क्षेत्र, नर्मदा का तटवर्ती लम्बा हरित क्षेत्र शामिल है। इसके अलावा मदनमहल पहाड़ी से अतिक्रमण हटाकर पहाड़ी को फिर हरा-भरा बनाने के लिए हजारों की संख्या में पौधरोपण कर उनकी देखभाल की जा रही है।
ये कमियां करनी होंगी दूर नगर में सीवर प्रोजेक्ट से लेकर स्मार्ट सड़क, अमृत योजना के प्रोजेक्ट, फ्लाईओवर प्रोजेक्ट समेत कई निर्माण कार्य जारी हैं। इनकी साइट पर धूल का स्तर बढ़ा हुआ है। इसका असर नगर की वायु गुणवत्ता पर पड़ा है। पीएम 10 व एक्यूआइ स्तर में भी वृद्धि हुई है। इससे शहर की वायु गुणवत्ता कई बार पुअर श्रेणी में पहुंच जाती है। पर्यावरणविद् एबी मिश्रा के अनुसार इस स्थिति में सुधार लाना होगा। कबाड़ और आउटडेटेड वाहनों को चलन से बाहर करना होगा।
नवाचार की दरकार विशेषज्ञों के अनुसार नवीकरणीय ऊर्जा सूचकांक के तहत रूफ टॉप सोलर पैनल की ऊर्जा क्षमता किलोवाट में बढ़ाने के लिए बरगी डैम की नहरों के ऊपर के खाली क्षेत्र, सरकारी भवनों के छतों का उपयोग कर दस अंक हासिल किए जा सकते हैं। हरित परिवहन सूचकांक के तहत ई-वाहन व सीएनजी किट आधारित वाहनों की संख्या बढ़ानी होगी।
इन विभागों को मिलकर करना होगा काम ग्रीन सिटी इंडेक्स के तहत नगर को रैंकिंग में अव्वल बनाने के लिए नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जिला प्रशासन, परिवहन विभाग, बिजली विभाग व वन विभाग को मिलकर काम करना होगा।
———————— ………वर्जन…….. ई-रिक्शा, ई-वीकल की संख्या बढ़ाने, रूफ टॉप सोलर पैनल को बढ़ावा देने, पहाडिय़ों पर पौधरोपण बढ़ाने, तालाबों के आसपास पार्क विकसित करने, सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए सभी विभाग समन्वय बनाकर काम करें, जिससे ग्रीन सिटी रैंकिंग में जबलपुर को नम्बर-1 बनाया जा सके।
आलोक जैन, क्षेत्रीय प्रबंधक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
– 10 अंक नवीकरणीय ऊर्जा के – 10 अंक हरित परिवहन के —————– मापदंड सूचकांक अंक हरित क्षेत्र नगर निगम के अंतर्गत वन क्षेत्र, पार्क, उद्यान के क्षेत्रफल में वृद्धि 30
पौधरोपण नगरीय क्षेत्रों में वनीकरण में बढ़ोतरी 20 वायु गुणवत्ता 24 घंटों में वायु में पीएम 10, एक्यूआई का स्तर 30 नवीकरणीय ऊर्जा रूफ टॉप सोलर पैनल की उर्जा क्षमता किलोवाट में 10
हरित परिवहन ई-वाहन, सीएनजी किट आधारित वाहनों की संख्या 10 —————- पर्यावरण के पांच सूचकांकों पर ग्रीन इंडेक्स रैंकिंग जारी की जाएगी। इनमें से नगर की एजेंसियों को वायु गुणवत्ता में सुधार कर 24 घंटों में वायु में पीएम 10 का स्तर व एक्यूआई स्तर में कमी लाने, नवीकरणीय ऊर्जा के लिए रूफ टॉप सोलर पैनल की ऊर्जा क्षमता किलोवाट में बढ़ाने और हरित परिवहन, ई वाहन व सीएनजी किट आधारित वाहनों की संख्या बढ़ाने पर फोकस करना होगा।
————— ऐसी होगी सिटी ग्रीन इंडेक्स की प्रक्रिया सिटी ग्रीन इंडेक्स के लिए लॉगइन पोर्टल नगरीय प्रशासन व विकास संचालनालय संचालित करेगा। प्रत्येक इंद्राज अधिकारी व सत्यापनकर्ता अधिकारी को लॉगइन आइडी और पासवर्ड जारी किए जाएंगे। नगरीय निकाय मार्च, जून, सितम्बर व दिसम्बर में सभी सूचकांकों का डाटा अभिलेख समेत अपलोड करेगा। इंद्राज का सत्यापन एप्को व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड करेगा। हर साल अप्रेल, जुलाई, अक्टूबर और फरवरी में सत्यापन होगा। पिछले साल 31 मार्च से पांच सूचकांकों की स्थिति का अगले वर्ष मार्च की स्थिति की तुलना कर क्रमिक बढ़ोतरी व घटोतरी आकलन किया जाएगा। इसी के आधार पर प्रतिशत व अंकों का आकलन होगा। अप्रेल में ग्रीन इंडेक्स की रैंकिंग के अनुसार प्रथम, द्वितीय व तृतीय श्रेणी के पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
————- सकारात्मक पक्ष नगर में डुमना नेचर पार्क, मदनमहल की पहाडिय़ां, एसएएफ की पहाड़ी, खमरिया का वन क्षेत्र, नयागांव, रामपुर का वन क्षेत्र, नर्मदा का तटवर्ती लम्बा हरित क्षेत्र शामिल है। इसके अलावा मदनमहल पहाड़ी से अतिक्रमण हटाकर पहाड़ी को फिर हरा-भरा बनाने के लिए हजारों की संख्या में पौधरोपण कर उनकी देखभाल की जा रही है।
ये कमियां करनी होंगी दूर नगर में सीवर प्रोजेक्ट से लेकर स्मार्ट सड़क, अमृत योजना के प्रोजेक्ट, फ्लाईओवर प्रोजेक्ट समेत कई निर्माण कार्य जारी हैं। इनकी साइट पर धूल का स्तर बढ़ा हुआ है। इसका असर नगर की वायु गुणवत्ता पर पड़ा है। पीएम 10 व एक्यूआइ स्तर में भी वृद्धि हुई है। इससे शहर की वायु गुणवत्ता कई बार पुअर श्रेणी में पहुंच जाती है। पर्यावरणविद् एबी मिश्रा के अनुसार इस स्थिति में सुधार लाना होगा। कबाड़ और आउटडेटेड वाहनों को चलन से बाहर करना होगा।
नवाचार की दरकार विशेषज्ञों के अनुसार नवीकरणीय ऊर्जा सूचकांक के तहत रूफ टॉप सोलर पैनल की ऊर्जा क्षमता किलोवाट में बढ़ाने के लिए बरगी डैम की नहरों के ऊपर के खाली क्षेत्र, सरकारी भवनों के छतों का उपयोग कर दस अंक हासिल किए जा सकते हैं। हरित परिवहन सूचकांक के तहत ई-वाहन व सीएनजी किट आधारित वाहनों की संख्या बढ़ानी होगी।
इन विभागों को मिलकर करना होगा काम ग्रीन सिटी इंडेक्स के तहत नगर को रैंकिंग में अव्वल बनाने के लिए नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जिला प्रशासन, परिवहन विभाग, बिजली विभाग व वन विभाग को मिलकर काम करना होगा।
———————— ………वर्जन…….. ई-रिक्शा, ई-वीकल की संख्या बढ़ाने, रूफ टॉप सोलर पैनल को बढ़ावा देने, पहाडिय़ों पर पौधरोपण बढ़ाने, तालाबों के आसपास पार्क विकसित करने, सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए सभी विभाग समन्वय बनाकर काम करें, जिससे ग्रीन सिटी रैंकिंग में जबलपुर को नम्बर-1 बनाया जा सके।
आलोक जैन, क्षेत्रीय प्रबंधक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड