खुली धूप में भी डरा रहा वायु प्रदूषण, जानें क्या है यूपी की स्थिति | Pollution increase in UP in summer | Patrika News h3>
Pollution Status in UP शहर में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए माइक्रो लेवल प्लान लागू है। इसमें सड़कों की नियमित सफाई से लेकर पेड़ और मुख्य सड़कों की जुलाई तक शामिल है। इसके अलावा बिल्डिंग मैटेरियल को ढक कर रखने आदि जैसे उपयोग भी किए जाते हैं। इन तमाम प्रयासों के बावजूद भी प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रदूषण कम होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। घनी आबादी वाले क्षेत्रों में प्रदूषण लगातार जिम्मेदार अधिकारियों के लिए सरदर्द बना हुआ है।
लखनऊ
Updated: April 25, 2022 01:09:06 pm
Pollution Status in UP तापमान बढ़ा हुआ है हवा से चल रही है और नमी भी नहीं है। इसके बाद भी शहर के घनी आबादी वाले इलाकों का प्रदूषण बढ़ा हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार सड़क पर धूल और वाहनों का धुआं इसका कारण है। हालांकि, बिल्डिंगों के निर्माण के लिए खुले में पड़े मैट्रियल और सड़कों की सफाई नहीं होना भी बड़ी वजह है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक औसतन शहर की हवा सुधरी हुई है। गोमती नगर कुकरैल जैसे इलाकों की स्थिति ठीक है घनी आबादी वाले इलाकों में लगातार हवा खराब बनी हुई है। लालबाग में 7 दिन के अंदर हवा तीन बार बहुत खराब श्रेणी में पहुंच चुकी है। इसी तरह तालकटोरा में बहुत खराब स्थिति बनी हुई है। दिन में तो यहां एक ही क्यूएआई खतरनाक की कैटेगरी में पहुंच जा रहा है। ऐसा यहां अवैध रूप से चल रही प्लाईवुड की फैक्ट्री की वजह से होने की संभावना है। हालांकि, यूपीपीसीबी के अधिकारी यह कारण नहीं मान रहे।
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माइक्रो प्लान लागू फिर भी बढ़ रहा प्रदूषण Pollution Status in UP शहर में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए माइक्रो लेवल प्लान लागू है। इसमें सड़कों की नियमित सफाई से लेकर पेड़ और मुख्य सड़कों की जुलाई तक शामिल है। इसके अलावा बिल्डिंग मैटेरियल को ढक कर रखने आदि जैसे उपयोग भी किए जाते हैं। इन तमाम प्रयासों के बावजूद भी प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रदूषण कम होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। घनी आबादी वाले क्षेत्रों में प्रदूषण लगातार जिम्मेदार अधिकारियों के लिए सरदर्द बना हुआ है।
ये भी पढ़ें: इन्वेस्टमेंट टिप्स: खास स्कीम व विशेष फंड में पैसा लगाकर उठाएं कई गुना लाभ कहते हैं अधिकारी Pollution Status in UP अधिकारियों का कहना है हवा में लगातार धुंध की जगह प्रदूषण बड़ा मिला है। इसका कारण यह भी हो सकता है कि निगरानी केंद्रों पर रखी मशीनों के उपकरणों की सफाई नहीं हुई है। इसकी जांच के लिए कहा गया है इसके अलावा हवा तेज होने से धूल भी उड़ रही है इससे भी प्रदूषण बढ़ सकता है सही कारण का पता का प्रदूषण कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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Pollution Status in UP शहर में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए माइक्रो लेवल प्लान लागू है। इसमें सड़कों की नियमित सफाई से लेकर पेड़ और मुख्य सड़कों की जुलाई तक शामिल है। इसके अलावा बिल्डिंग मैटेरियल को ढक कर रखने आदि जैसे उपयोग भी किए जाते हैं। इन तमाम प्रयासों के बावजूद भी प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रदूषण कम होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। घनी आबादी वाले क्षेत्रों में प्रदूषण लगातार जिम्मेदार अधिकारियों के लिए सरदर्द बना हुआ है।
लखनऊ
Updated: April 25, 2022 01:09:06 pm
Pollution Status in UP तापमान बढ़ा हुआ है हवा से चल रही है और नमी भी नहीं है। इसके बाद भी शहर के घनी आबादी वाले इलाकों का प्रदूषण बढ़ा हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार सड़क पर धूल और वाहनों का धुआं इसका कारण है। हालांकि, बिल्डिंगों के निर्माण के लिए खुले में पड़े मैट्रियल और सड़कों की सफाई नहीं होना भी बड़ी वजह है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक औसतन शहर की हवा सुधरी हुई है। गोमती नगर कुकरैल जैसे इलाकों की स्थिति ठीक है घनी आबादी वाले इलाकों में लगातार हवा खराब बनी हुई है। लालबाग में 7 दिन के अंदर हवा तीन बार बहुत खराब श्रेणी में पहुंच चुकी है। इसी तरह तालकटोरा में बहुत खराब स्थिति बनी हुई है। दिन में तो यहां एक ही क्यूएआई खतरनाक की कैटेगरी में पहुंच जा रहा है। ऐसा यहां अवैध रूप से चल रही प्लाईवुड की फैक्ट्री की वजह से होने की संभावना है। हालांकि, यूपीपीसीबी के अधिकारी यह कारण नहीं मान रहे।
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माइक्रो प्लान लागू फिर भी बढ़ रहा प्रदूषण Pollution Status in UP शहर में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए माइक्रो लेवल प्लान लागू है। इसमें सड़कों की नियमित सफाई से लेकर पेड़ और मुख्य सड़कों की जुलाई तक शामिल है। इसके अलावा बिल्डिंग मैटेरियल को ढक कर रखने आदि जैसे उपयोग भी किए जाते हैं। इन तमाम प्रयासों के बावजूद भी प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रदूषण कम होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। घनी आबादी वाले क्षेत्रों में प्रदूषण लगातार जिम्मेदार अधिकारियों के लिए सरदर्द बना हुआ है।
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