खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या की साजिश का मामला: केंद्र सरकार की बनाई कमेटी ने आरोपी भारतीय एजेंट पर एक्शन की सिफारिश की h3>
नई दिल्ली7 घंटे पहले
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FBI ने अक्टूबर 2024 में एक फोटो जारी कर दावा किया था कि भारतीय सेना की वर्दी में दिख रहा शख्स विकास यादव है।
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में आरोपी भारतीय एजेंट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। केंद्र सरकार की बनाई कमेटी ने यह सिफारिश की है। एजेंट पर न्यूयॉर्क में मामला दर्ज है।
गृह मंत्रालय ने बताया कि लंबी जांच के बाद कमेटी ने सरकार को रिपोर्ट सौंप दी है। इसमें भारतीय एजेंट के खिलाफ तेजी से कानूनी कार्रवाई पूरी करने की सिफारिश की है। हालांकि एजेंट का नाम नहीं बताया गया है। लेकिन इसे एजेंट विकास यादव से जोड़ा जा रहा है, जिसे दिल्ली पुलिस ने 2023 में गिरफ्तार किया था।
अमेरिका ने 18 अक्टूबर 2024 को भारतीय एजेंट पर खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप लगाए थे। अमेरिकी कोर्ट ने 2 लोगों को आरोपी बनाया था। इसमें निखिल गुप्ता और CC1 नाम का एक शख्स शामिल था।
अमेरिका की खुफिया एजेंसी FBI ने CC1 को विकास यादव बताया था। उनकी भारतीय सेना की वर्दी में फोटो भी जारी की गई थी। FBI का कहना है कि विकास भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसी RAW से जुड़े थे। विकास पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप भी लगाए गए।
इसके बाद केंद्र सरकार ने ड्रग माफिया और आपराधिक गैंग के साथ एजेंट के संबंधों की जांच के लिए कमेटी बनाई थी।
अमेरिका की सीक्रेट एजेंसी FBI ने विकास यादव की 3 फोटो जारी कीं। उन्हें वांटेड बताया गया है।
2023 में दिल्ली में गिरफ्तार हुआ था विकास यादव अमेरिका में वांटेड विकास यादव को दिल्ली पुलिस ने 18 दिसंबर 2023 को गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ दिल्ली के एक बिजनेसमैन ने हत्या के प्रयास और किडनैपिंग का केस दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने विकास और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया था। व्यापारी ने विकास और गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के संबंधों के बारे में भी बताया था। इस मामले में विकास को अप्रैल में जमानत मिल चुकी है।
कौन है गुरपतवंत सिंह पन्नू?
- गुरपतवंत सिंह पन्नू मूलरूप से पंजाब के खानकोट का रहने वाला है। वो फिलहाल अमेरिका में रहता है और सिख फॉर जस्टिस नाम का संगठन चलाता है। उसके पास अमेरिका और कनाडा दोनों देशों की नागरिकता है।
- भारत सरकार ने 2019 में आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम यानी UAPA के तहत पन्नू के संगठन SFJ पर बैन लगाया था। सिखों के लिए रेफरेंडम की आड़ में SFJ पंजाब में अलगाववाद और उग्रवादी विचारधारा का समर्थन कर रहा था।
- पन्नू पर साल 2020 में अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रोत्साहित करने का आरोप लगा। इसके बाद केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस कथित साजिश का यही मुख्य टारगेट था। हालांकि FBI की चार्जशीट में इसका जिक्र नहीं है।
पन्नू की हत्या की साजिश का मामला क्या है पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को 30 जून 2023 को चेक रिपब्लिक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद 14 जून 2024 को निखिल को अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया था। निखिल पर अमेरिका में केस चलाया गया, जहां उसने खुद को निर्दोष बताया था।
अमेरिकी एजेंसियों के मुताबिक, पन्नू को मारने की साजिश पिछले साल सितंबर में PM मोदी के अमेरिका दौरे के वक्त की गई थी। भारत के एक पूर्व अफसर (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता से पन्नू की हत्या की साजिश रचने को कहा था।
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पन्नू मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…
FBI के पास पन्नू के मर्डर की साजिश की चैट, दो एजेंट के बीच बातचीत का दावा
पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में US जस्टिस डिपार्टमेंट ने निखिल गुप्ता और विकास यादव के बीच हुई बातचीत का ब्योरा उजागर किया है। इसमें पन्नू के मर्डर की डील से लेकर किलर हायर करने तक की पूरी बात है। पूरी खबर पढ़ें…
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नई दिल्ली7 घंटे पहले
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FBI ने अक्टूबर 2024 में एक फोटो जारी कर दावा किया था कि भारतीय सेना की वर्दी में दिख रहा शख्स विकास यादव है।
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में आरोपी भारतीय एजेंट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। केंद्र सरकार की बनाई कमेटी ने यह सिफारिश की है। एजेंट पर न्यूयॉर्क में मामला दर्ज है।
गृह मंत्रालय ने बताया कि लंबी जांच के बाद कमेटी ने सरकार को रिपोर्ट सौंप दी है। इसमें भारतीय एजेंट के खिलाफ तेजी से कानूनी कार्रवाई पूरी करने की सिफारिश की है। हालांकि एजेंट का नाम नहीं बताया गया है। लेकिन इसे एजेंट विकास यादव से जोड़ा जा रहा है, जिसे दिल्ली पुलिस ने 2023 में गिरफ्तार किया था।
अमेरिका ने 18 अक्टूबर 2024 को भारतीय एजेंट पर खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप लगाए थे। अमेरिकी कोर्ट ने 2 लोगों को आरोपी बनाया था। इसमें निखिल गुप्ता और CC1 नाम का एक शख्स शामिल था।
अमेरिका की खुफिया एजेंसी FBI ने CC1 को विकास यादव बताया था। उनकी भारतीय सेना की वर्दी में फोटो भी जारी की गई थी। FBI का कहना है कि विकास भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसी RAW से जुड़े थे। विकास पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप भी लगाए गए।
इसके बाद केंद्र सरकार ने ड्रग माफिया और आपराधिक गैंग के साथ एजेंट के संबंधों की जांच के लिए कमेटी बनाई थी।
अमेरिका की सीक्रेट एजेंसी FBI ने विकास यादव की 3 फोटो जारी कीं। उन्हें वांटेड बताया गया है।
2023 में दिल्ली में गिरफ्तार हुआ था विकास यादव अमेरिका में वांटेड विकास यादव को दिल्ली पुलिस ने 18 दिसंबर 2023 को गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ दिल्ली के एक बिजनेसमैन ने हत्या के प्रयास और किडनैपिंग का केस दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने विकास और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया था। व्यापारी ने विकास और गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के संबंधों के बारे में भी बताया था। इस मामले में विकास को अप्रैल में जमानत मिल चुकी है।
कौन है गुरपतवंत सिंह पन्नू?
- गुरपतवंत सिंह पन्नू मूलरूप से पंजाब के खानकोट का रहने वाला है। वो फिलहाल अमेरिका में रहता है और सिख फॉर जस्टिस नाम का संगठन चलाता है। उसके पास अमेरिका और कनाडा दोनों देशों की नागरिकता है।
- भारत सरकार ने 2019 में आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम यानी UAPA के तहत पन्नू के संगठन SFJ पर बैन लगाया था। सिखों के लिए रेफरेंडम की आड़ में SFJ पंजाब में अलगाववाद और उग्रवादी विचारधारा का समर्थन कर रहा था।
- पन्नू पर साल 2020 में अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रोत्साहित करने का आरोप लगा। इसके बाद केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस कथित साजिश का यही मुख्य टारगेट था। हालांकि FBI की चार्जशीट में इसका जिक्र नहीं है।
पन्नू की हत्या की साजिश का मामला क्या है पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को 30 जून 2023 को चेक रिपब्लिक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद 14 जून 2024 को निखिल को अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया था। निखिल पर अमेरिका में केस चलाया गया, जहां उसने खुद को निर्दोष बताया था।
अमेरिकी एजेंसियों के मुताबिक, पन्नू को मारने की साजिश पिछले साल सितंबर में PM मोदी के अमेरिका दौरे के वक्त की गई थी। भारत के एक पूर्व अफसर (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता से पन्नू की हत्या की साजिश रचने को कहा था।
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