क्या मुसलमान भाजपा की जीत का जश्न और मोदी का पोस्टर घर में नहीं लगा सकता? कहां छिपा है असहिष्णुता ब्रिगेड?

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क्या मुसलमान भाजपा की जीत का जश्न और मोदी का पोस्टर घर में नहीं लगा सकता? कहां छिपा है असहिष्णुता ब्रिगेड?

क्या मुसलमान भाजपा की जीत का जश्न और मोदी का पोस्टर घर में नहीं लगा सकता? कहां छिपा है असहिष्णुता ब्रिगेड?

नई दिल्ली: यदि कोई मुसलमान भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) या उसके नेता को पसंद करता है तो क्या यह गुनाह है। आखिर यह सवाल क्यों खड़े हो रहे हैं। हाल ही में यूपी में दिल दहला देने वाली घटना सामने आती है जब बीजपी की जीत का जश्न मनाने पर (Muslim Youth Killed For Celebrating BJP Victory) बाबर की हत्या कर दी जाती है। वहीं दूसरी ओर इंदौर में एक मामला सामने आया जहां पीएम मोदी की तस्वीर (PM Modi Photo) लगाने पर मकान मालिक की ओर से मकान खाली करने के लिए कहा जाता है। बीजेपी को लेकर कई राजनीतिक दलों की ओर से कहा जाता है कि वह मुसलमानों की अनदेखी करते हैं। वहीं ऐसा कई मौकों पर राजनीति, फिल्म और दूसरे क्षेत्र से जुड़े कुछ लोगों की ओर से असहिष्णुता की बात कही जाती है। लेकिन ऐसे वक्त जब ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं तो यह सवाल पैदा होता है कि आखिर असहिष्णुता ब्रिगेड (Intolerance Brigade) कहां छिपा है।

अब इनके खिलाफ क्यों नहीं उठती आवाज

भारतीय संविधान में किसी भी दल का समर्थन करने की पूरी आजादी है। लेकिन सवाल है कि क्या बाबर की मौत विपरीत विचारधारा वाली पार्टी का समर्थन करने के लिए की गई। एक पार्टी की जीत का जश्न मनाना इतना नागवार गुजरा कि जान ही ले ली। एक सवाल यह यदि ऐसा किसी दूसरे दल का समर्थन करने पर हुआ होता तो भी क्या लोग ऐसे ही खामोश रहते। असहिष्णुता का पाठ पढ़ाने वाले आखिर इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं। आवाज उठाना तो दूर की बात है कुछ लोग ऐसा कह रहे हैं कि उसे जश्न नहीं मनाना चाहिए।

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समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान ने तो बाबर को ही गलत ठहरा दिया और यह कह दिया कि मुसलमान नहीं चाहते कि बीजेपी का समर्थन किया जाए। इतना ही नहीं यह भी कहा कि उसने लड्डू बांटकर गलती की। एक सांसद की ओर से ऐसी बात कही जा रही है और बयान ऐसा कि जैसे सभी मुसलमानों के मालिक वो ही हैं। आखिर असहिष्णुता ब्रिगेड जो कि ट्रिपल तलाक, 370, राम मंदिर और दूसरे मुद्दों पर हाय तौबा मचाता है वो क्यों चुप है। इनमें से कोई क्यों नहीं खुलकर कहता कि शफीकुर्रहमान आप कौन होते हैं ऐसा कहने वाले। राजनीति में एक बात काफी समय से प्रचलित है कि मुसलमानों के मन में बीजेपी को लेकर डर पैदा किया जाता है। आलोचना, समर्थन करना नहीं करना आपकी मर्जी लेकिन किसी की जान लेने का अधिकार कौन देता है।

बात-बात पर देश छोड़ने की बात करने वाले चुप क्यों
बीजेपी जीत गई तो प्रदेश छोड़ दूंगा तो कोई ऐसा कहते सुना गया कि देश छोड़ दूंगा। इसके पहले भी न जाने क्या कुछ कहा गया है। बीजेपी यूपी में जीत भी गई और ऐसा नहीं कि मुसलमानों का समर्थन उसे हासिल नहीं हुआ। इसके पहले भी केंद्र में कहा गया कि मोदी सरकार आ जाएगी तो ऐसा हो जाएगा वैसा हो जाएगा। खैर राजनीति में हर बात के अपने मायने होते हैं लेकिन यदि ऐसी घटनाएं होती हैं तो यह भी कहा जाएगा कि यह वर्ग भी बीजेपी की ओर जा रहा है। विपक्ष के कई नेताओं की ओर से पीएम मोदी की तारीफ की जाती है और यह कहा जाता है कि जरूरत से ज्यादा बैर नुकसान ही पहुंचाएगा। हालांकि ऐसा कहने वाले पार्टी में ही हाशिए पर डाल दिए जाते हैं। ऐसी आम धारणा है कि बीजेपी को मुसलमान वोट नहीं देते लेकिन यूपी में पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार मुस्लिमों ने अधिक वोट दिया। मत प्रतिशत बढ़ा है।

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बात इतनी चुभी की जान ही ले ली
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बीजेपी कार्यकर्ता बाबर को उसके पटीदारों ने बेरहमी से पीटकर उसकी हत्या कर दी। रामकोला थाना क्षेत्र के कटघरही गांव के निवासी बाबर जो कि एक बीजेपी कार्यकर्ता था। यूपी में योगी सरकार को दोबारा आने पर गांव में मिठाई बांटकर खुशी जाहिर की थी। बाबर की खुशी उनके पटीदारों को इतनी चुभी की बाबर की बेरहमी से पीट कर हत्या कर दिया। परिजनों की मानें तो बाबर को कई बार धमकी मिल चुकी थी, जिसकी वजह से वह थाने में शिकायत पत्र भी दिया था। भाजपा के पक्ष में वोट देने और क्षेत्रीय विधायक पीएन पाठक के जीत पर गांव में मिठाई बांटने और पटाखे फोड़ने को लेकर उसके साथ मारपीट की गई जिसमें बाबर गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसका इलाज लखनऊ के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। इलाज के दौरान बाबर की मौत हो गई।

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पीएम की फोटो हटाने का दबाव, पुलिस के पास पहुंचा मामला

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विचारधारा से प्रेरित एक व्यक्ति मंगलवार इंदौर में पुलिस जनसुनवाई में पहुंचा और मकान मालिक पर पीएम की फोटो घर से हटाने के लिए दबाव बनाने की शिकायत की। फरियादी ने कहा कि तस्वीर नहीं हटाने पर मकान मालिक घर खाली करने की धमकी दे रहा है। मकान के मालिक शरीफ मंसूरी, याकूब मंसूरी और सुल्तान मंसूरी इसके लिए उसे प्रताड़ित कर रहे हैं। वे इसे हटाने के लिए दबाव बना रहे हैं। ऐसा नहीं करने पर वे घर खाली कराने की धमकी दे रहे हैं। मामले में वरिष्ठ अधिकारियों ने संबंधित थाना प्रभारी को जांच के निर्देश दिए हैं।



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