कोविशील्ड के दाम पर रार: केंद्र सरकार ने कर दिया ऐलान, वैक्सीन की एक डोज 150 रुपए में ही खरीदेगी h3>
1 मई से देश में कोरोना वायरस के खिलाफ तीसरे चरण के टीकाकरण अभियान का आगाज होगा, जिसमें 18 साल से 45 साल के बीच के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। इसके लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविशील्ड की वैक्सीन की कीमत भी तय कर दी है। राज्यों और प्राइवेट अस्पतालों के लिए सीरम द्वारा कीमतों के ऐलान के बाद कन्फ्यूजन है कि आखिर केंद्र सरकार वैक्सीन खरीदने के लिए कितने रुपए खर्च करेगी। यानी एक डोज की कीमत केंद्र सरकार के लिए कितने रुपए होगी। सीरम के सीईओ अदार पूनावाल ने कथिततौर पर पुष्टि की है कि नए कॉन्ट्रैक्ट के हिसाब से राज्यों की तरह ही केंद्र सरकार को भी वैक्सीन की एक डोज के लिए 150 रुपए देने होंगे। मगर अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है और कीमतों को लेकर कन्फ्यूजन को दूर किया है। केंद्र सरकार ने कहा है कि वह वैक्सीन की एक डोज 150 रुपए में खरीदेगी और दोनों डोज राज्यों को फ्री में दी जाएगी।
टीकाकरण अभियान को गति देने और इसका दायरा बड़ा करने के लिए केंद्र सरकार ने वैक्सीन निर्माताओं को खुली बाजार और राज्यों और प्राइवेट अस्पतालों में भी वैक्सीन बेचने की मंजूरी दे दी है। हालांकि, कंपनियों को उत्पादन का 50 फीसदी केंद्र को देना होगा। अब तक वैक्सीन कंपनियों को कहीं और बेचने की इजाजत नहीं है। सिर्फ वह केंद्र सरकार से ही बेच सकती है और फिर केंद्र राज्यों को भेजती है। बता दें कि भारत बायोटेक ने अब तक अपनी वैक्सीन कोवैक्सिन की कीमत का ऐलान नहीं किया है। जबकि सीरम ने स्पष्ट कर दिया है कि वह राज्यों को 400 रुपए प्रति डोज तो प्राइवेट अस्पतालों को 600 रुपए प्रति डोज वैक्सीन बेचेगी। केंद्र सरकार अब तक 150 रुपए प्रति डोज के हिसाब से ही वैक्सीन खरीदती आ रही है और आगे भी इसी रेट में खरीदेगी, इसकी पुष्टि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कर दी है।
यहां कन्फ्यूजन की स्थिति इसलिए भी बनी क्योंकि आदार पूनावाला ने कहा था कि शुरुवाती कॉन्ट्रैक्ट में केंद्र के लिए वैक्सीन के एक डोज की कीमत 150 रुपए थी, मगर जैसे ही नए ऑर्डर मिलेंगे इसकी कीमत 400 रुपए हो जाएगी। इसके बाद कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने शनिवार को वैक्सीन की कीमतों पर सवाल उठाया और कहा कि अगर नए कॉन्ट्रेक्ट के तहत सरकार को एक डोज के लिए 400 रुपए का भुगतान करना पड़ता है, तो यह अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, सऊदी, बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीकी सरकार की तुलना में अधिक भुगतान करेगा।
It is clarified that Govt of India’s procurement price for both #COVID19 vaccines remains Rs 150 per dose.
GOI procured doses will continue to be provided TOTALLY FREE to States.@PMOIndia @drharshvardhan @AshwiniKChoubey @DDNewslive @PIB_India @mygovindia https://t.co/W6SKPAnAXw
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) April 24, 2021
कांग्रेस नेता के इस ट्वीट पर मंत्रालय ने जवाब दिया कि केंद्र सरकार कोविशील्ड और कोवैक्सिन दोनों को 150 रुपए प्रति डोज के हिसाब से ही खरीदेगी और राज्यों को फ्री मुहैया जारी रहेगी। इसके बाद फिर जयराम नरेश ने ट्वीट किया कि आखिर सच क्या है? बता दें कि राज्यों ने जैसे ही टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाई कई जगह वैक्सीन की कमी की खबरें आने लगीं। इसके बाद सरकार ने फैसला किया है कि राज्य और प्राइवेट अस्पताल डायरेक्ट कंपनी से भी वैक्सीन खरीद सकते हैं।
1 मई से देश में कोरोना वायरस के खिलाफ तीसरे चरण के टीकाकरण अभियान का आगाज होगा, जिसमें 18 साल से 45 साल के बीच के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। इसके लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविशील्ड की वैक्सीन की कीमत भी तय कर दी है। राज्यों और प्राइवेट अस्पतालों के लिए सीरम द्वारा कीमतों के ऐलान के बाद कन्फ्यूजन है कि आखिर केंद्र सरकार वैक्सीन खरीदने के लिए कितने रुपए खर्च करेगी। यानी एक डोज की कीमत केंद्र सरकार के लिए कितने रुपए होगी। सीरम के सीईओ अदार पूनावाल ने कथिततौर पर पुष्टि की है कि नए कॉन्ट्रैक्ट के हिसाब से राज्यों की तरह ही केंद्र सरकार को भी वैक्सीन की एक डोज के लिए 150 रुपए देने होंगे। मगर अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है और कीमतों को लेकर कन्फ्यूजन को दूर किया है। केंद्र सरकार ने कहा है कि वह वैक्सीन की एक डोज 150 रुपए में खरीदेगी और दोनों डोज राज्यों को फ्री में दी जाएगी।
टीकाकरण अभियान को गति देने और इसका दायरा बड़ा करने के लिए केंद्र सरकार ने वैक्सीन निर्माताओं को खुली बाजार और राज्यों और प्राइवेट अस्पतालों में भी वैक्सीन बेचने की मंजूरी दे दी है। हालांकि, कंपनियों को उत्पादन का 50 फीसदी केंद्र को देना होगा। अब तक वैक्सीन कंपनियों को कहीं और बेचने की इजाजत नहीं है। सिर्फ वह केंद्र सरकार से ही बेच सकती है और फिर केंद्र राज्यों को भेजती है। बता दें कि भारत बायोटेक ने अब तक अपनी वैक्सीन कोवैक्सिन की कीमत का ऐलान नहीं किया है। जबकि सीरम ने स्पष्ट कर दिया है कि वह राज्यों को 400 रुपए प्रति डोज तो प्राइवेट अस्पतालों को 600 रुपए प्रति डोज वैक्सीन बेचेगी। केंद्र सरकार अब तक 150 रुपए प्रति डोज के हिसाब से ही वैक्सीन खरीदती आ रही है और आगे भी इसी रेट में खरीदेगी, इसकी पुष्टि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कर दी है।
यहां कन्फ्यूजन की स्थिति इसलिए भी बनी क्योंकि आदार पूनावाला ने कहा था कि शुरुवाती कॉन्ट्रैक्ट में केंद्र के लिए वैक्सीन के एक डोज की कीमत 150 रुपए थी, मगर जैसे ही नए ऑर्डर मिलेंगे इसकी कीमत 400 रुपए हो जाएगी। इसके बाद कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने शनिवार को वैक्सीन की कीमतों पर सवाल उठाया और कहा कि अगर नए कॉन्ट्रेक्ट के तहत सरकार को एक डोज के लिए 400 रुपए का भुगतान करना पड़ता है, तो यह अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, सऊदी, बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीकी सरकार की तुलना में अधिक भुगतान करेगा।
It is clarified that Govt of India’s procurement price for both #COVID19 vaccines remains Rs 150 per dose.
GOI procured doses will continue to be provided TOTALLY FREE to States.@PMOIndia @drharshvardhan @AshwiniKChoubey @DDNewslive @PIB_India @mygovindia https://t.co/W6SKPAnAXw
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) April 24, 2021
कांग्रेस नेता के इस ट्वीट पर मंत्रालय ने जवाब दिया कि केंद्र सरकार कोविशील्ड और कोवैक्सिन दोनों को 150 रुपए प्रति डोज के हिसाब से ही खरीदेगी और राज्यों को फ्री मुहैया जारी रहेगी। इसके बाद फिर जयराम नरेश ने ट्वीट किया कि आखिर सच क्या है? बता दें कि राज्यों ने जैसे ही टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाई कई जगह वैक्सीन की कमी की खबरें आने लगीं। इसके बाद सरकार ने फैसला किया है कि राज्य और प्राइवेट अस्पताल डायरेक्ट कंपनी से भी वैक्सीन खरीद सकते हैं।