कोरोना से हुई मौत के 2116 मामले और आए h3>
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से मरने वाले 2116 और लोगों की सूची आपदा प्रबंधन विभाग को दी है। इसके साथ ही बिहार में कोरोना से मरने वालों की आधिकारिक संख्या 13 हजार पार कर गई है। सूची मिलते ही आपदा प्रबंधन विभाग ने मृतक के निकटतम परिजनों को साढ़े चार लाख अनुग्रह अनुदान देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिलों को कुछ राशि भेजी गई है। पूरी राशि जल्द ही भेज दी जाएगी।
दरअसल, पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग ने तय किया था कि जिन मृतकों का नाम कोविन पोर्टल पर अपलोड नहीं है, उन्हें भी अनुग्रह अनुदान दिया जाएगा। इसके आधार पर जिलों से मृतकों की सूची कागजात के आधार पर मांगी गई। उसी के आलोक में विभाग को 31 जिलों से 2116 और लोगों के नाम प्राप्त हुए, जिनकी मौत कोरोना के कारण हो गई थी। मृतकों की सूची में सबसे अधिक पटना जिले के लोग हैं। पटना से 743 नाम मिले हैं। इसके बाद सारण जिला प्रशासन ने विभाग को 303 लोगों के नाम भेजे हैं। वहीं गया से 185, मधुबनी से 133, मुजफ्फरपुर से 126, औरंगाबाद से 71, कटिहार से 66 तो पूर्वी चम्पारण से 42 नाम आए हैं। वहीं कम संख्या वाले जिलों में नालंदा से दो नाम आए हैं, जबकि सहरसा से तीन, शेखपुरा से चार, खगड़िया से नौ, जहानाबाद से छह, सीतामढ़ी से सात, अरवल, भागलपुर व बक्सर से एक-एक नाम आए हैं।
मृतकों की संख्या और बढ़नी तय
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आपदा प्रबंधन विभाग 2116 लोगों में से अब तक 817 लोगों के परिजनों को चार लाख के हिसाब से 32 करोड़ 68 लाख रुपए दे दिए हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार की ओर से घोषित 50 हजार राशि अलग से दी जाएगी। बाकी बचे लोगों के लिए विभाग जल्द ही राशि जारी कर देगा। विभाग के अनुसार, कोरोना से मारे गए लोगों की संख्या में और वृद्धि हो सकती है। चूंकि सरकार ने नियम को शिथिल करते हुए कोविन पोर्टल पर नाम नहीं होने के बावजूद अनुग्रह अनुदान देने का निर्णय लिया है। इस कारण ही एकाएक 2116 मृतकों की संख्या बढ़ गई है। जिलों में अभी आवेदन देने का सिलसिला जारी है। आने वाले दिनों में संभव है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से आपदा प्रबंधन को एक और सूची भेजी जाए। विभागीय अधिकारियों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की ओर से जो भी नाम आएंगे, आपदा प्रबंधन विभाग उन्हें साढ़े चार लाख का अनुग्रह अनुदान अनिवार्य रूप से भुगतान करेगा।
50 हजार के लिए खोजे जा रहे लोग
पहले चरण में आपदा प्रबंधन विभाग ने हजारों लोगों को चार-चार लाख का अनुग्रह अनुदान चेक के माध्यम से दे दिया। इसके बाद केंद्र सरकार ने तय किया कि कोरोना से जिनकी मौत हुई है, उनके परिजनों को 50-50 हजार दिए जाएंगे। जब आपदा प्रबंधन विभाग ने जिलों को कहा कि वह 50-50 हजार की अतिरिक्त राशि और दे तो लाभुकों की खोज होने लगी। इस क्रम में पाया गया कि लोग वह राशि लेने नहीं आ रहे हैं। इस कारण कई जिलों ने समाचार माध्यमों से ऐसे लोगों को सूचना दे रहा है कि वे तमाम दस्तावेजों के आधार पर चार लाख के अतिरिक्त 50 हजार की राशि और ले लें। आपदा के अनुसार जिलों ने जो सूची भेजी थी, उसके अनुसार अनुग्रह अनुदान दे दिया गया है लेकिन अब भी जिलों में राशि पड़ी हुई है। शीघ्र भुगतान का निर्देश जिलों को दिया गया है।
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स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से मरने वाले 2116 और लोगों की सूची आपदा प्रबंधन विभाग को दी है। इसके साथ ही बिहार में कोरोना से मरने वालों की आधिकारिक संख्या 13 हजार पार कर गई है। सूची मिलते ही आपदा प्रबंधन विभाग ने मृतक के निकटतम परिजनों को साढ़े चार लाख अनुग्रह अनुदान देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिलों को कुछ राशि भेजी गई है। पूरी राशि जल्द ही भेज दी जाएगी।
दरअसल, पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग ने तय किया था कि जिन मृतकों का नाम कोविन पोर्टल पर अपलोड नहीं है, उन्हें भी अनुग्रह अनुदान दिया जाएगा। इसके आधार पर जिलों से मृतकों की सूची कागजात के आधार पर मांगी गई। उसी के आलोक में विभाग को 31 जिलों से 2116 और लोगों के नाम प्राप्त हुए, जिनकी मौत कोरोना के कारण हो गई थी। मृतकों की सूची में सबसे अधिक पटना जिले के लोग हैं। पटना से 743 नाम मिले हैं। इसके बाद सारण जिला प्रशासन ने विभाग को 303 लोगों के नाम भेजे हैं। वहीं गया से 185, मधुबनी से 133, मुजफ्फरपुर से 126, औरंगाबाद से 71, कटिहार से 66 तो पूर्वी चम्पारण से 42 नाम आए हैं। वहीं कम संख्या वाले जिलों में नालंदा से दो नाम आए हैं, जबकि सहरसा से तीन, शेखपुरा से चार, खगड़िया से नौ, जहानाबाद से छह, सीतामढ़ी से सात, अरवल, भागलपुर व बक्सर से एक-एक नाम आए हैं।
मृतकों की संख्या और बढ़नी तय
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50 हजार के लिए खोजे जा रहे लोग
पहले चरण में आपदा प्रबंधन विभाग ने हजारों लोगों को चार-चार लाख का अनुग्रह अनुदान चेक के माध्यम से दे दिया। इसके बाद केंद्र सरकार ने तय किया कि कोरोना से जिनकी मौत हुई है, उनके परिजनों को 50-50 हजार दिए जाएंगे। जब आपदा प्रबंधन विभाग ने जिलों को कहा कि वह 50-50 हजार की अतिरिक्त राशि और दे तो लाभुकों की खोज होने लगी। इस क्रम में पाया गया कि लोग वह राशि लेने नहीं आ रहे हैं। इस कारण कई जिलों ने समाचार माध्यमों से ऐसे लोगों को सूचना दे रहा है कि वे तमाम दस्तावेजों के आधार पर चार लाख के अतिरिक्त 50 हजार की राशि और ले लें। आपदा के अनुसार जिलों ने जो सूची भेजी थी, उसके अनुसार अनुग्रह अनुदान दे दिया गया है लेकिन अब भी जिलों में राशि पड़ी हुई है। शीघ्र भुगतान का निर्देश जिलों को दिया गया है।