कोरोना की तीसरी लहर से पहले सरकार का अहम फैसला, 10-12 दिनों में शुरू होगा बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल h3>
कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर से पहले केंद्र सरकार ने मंगलवार को अहम फैसला लिया है। सरकार जल्द ही भारत बायोटेक द्वारा बनाई जा रही कोवैक्सीन का बच्चों पर ट्रायल शुरू करने वाली है। आशंका है कि कुछ महीनों के बाद देश में महामारी की तीसरी लहर आ सकती है, जिसमें सबसे ज्यादा बच्चों पर असर पड़ेगा। इसको देखते हुए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने 2 वर्ष से 18 वर्ष की आयु के बच्चों पर कोवैक्सीन के दूसरे और तीसरे फेज के ट्रायल की मंजूरी दी थी।
नीति आयोग के मेंबर वीके पॉल ने बताया, ”डीसीजीआई ने कोवैक्सीन के दूसरे/तीसरे फेज के क्लीनिकल फेज के ट्रायल के लिए मंजूरी प्रदान की है। यह ट्रायल 2-18 साल की उम्र के बच्चों पर किया जाएगा। इस ट्रायल की शुरुआत आगामी 10-12 दिनों में हो जाएगी।” दरसअल, डीसीजीआई ने बीते गुरुवार को भारत बायोटेक को 2 से 18 साल की उम्र के बच्चों को वैक्सीन देने के लिए कोवैक्सीन के दूसरे और तीसरे फेज के लिए ट्रायल की मंजूरी दे दी थी। विशेषज्ञ समिति ने इस ट्रायल की सिफारिश की थी। बताया जा रहा है कि यह परीक्षण दिल्ली एवं पटना के एम्स और नागपुर स्थित मेडिट्रिना चिकित्सा विज्ञान संस्थान समेत विभिन्न स्थानों पर किया जाएगा। भारत बायोटेक 525 स्वस्थ वॉलंटियर्स के साथ यह परीक्षण करेगा।
इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिंगापुर में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को लेकर केंद्र सरकार को चेताया है और देश में बच्चों के टीकाकरण को प्रमुखता देने का कहा है। दिल्ली सीएम ने कहा है कि यह वैरिएंट भारत में संक्रमण के तीसरी लहर का कारण हो सकती है। केजरीवाल ने वायरस को बेहद खतरनाक बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार से अपील की है कि वह सिंगापुर से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाए। सीएम केजरीवाल ने ट्वीट किया, ”सिंगापुर में आया कोरोना का नया रूप बच्चों के लिए बेहद खतरनाक बताया जा रहा है। भारत में ये तीसरी लहर के रूप में आ सकता है। केंद्र सरकार से मेरी अपील है कि सिंगापुर के साथ हवाई सेवाएं तत्काल प्रभाव से रद्द हों। बच्चों के लिए भी वैक्सीन के विकल्पों पर प्राथमिकता के आधार पर काम हो।”
COVAXIN has been approved by the Drugs Controller General of India (DCGI), for Phase II/III clinical trials in the age group of 2 to 18 years. I have been told that trials will begin in the next 10-12 days: Dr. VK Paul, Member-Health, Niti Aayog #COVID19 pic.twitter.com/T0ITsJsixA
— ANI (@ANI) May 18, 2021
वहीं, अभी दुनियाभर में 18 साल से अधिक उम्र वाले लोगों के लिए ही टीका उपलब्ध है। अमेरिका ने 10 मई को 12 से 15 साल के बच्चों के लिए फाइजर-बायोएनटेक के वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी है। एफडीए ने बताया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक और महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए हमने 12-15 वर्ष के बच्चों में आपातकालीन उपयोग के लिए फाइजर-बायोएनटेक कोविड-19 वैक्सीन को अधिकृत किया है।
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कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर से पहले केंद्र सरकार ने मंगलवार को अहम फैसला लिया है। सरकार जल्द ही भारत बायोटेक द्वारा बनाई जा रही कोवैक्सीन का बच्चों पर ट्रायल शुरू करने वाली है। आशंका है कि कुछ महीनों के बाद देश में महामारी की तीसरी लहर आ सकती है, जिसमें सबसे ज्यादा बच्चों पर असर पड़ेगा। इसको देखते हुए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने 2 वर्ष से 18 वर्ष की आयु के बच्चों पर कोवैक्सीन के दूसरे और तीसरे फेज के ट्रायल की मंजूरी दी थी।
नीति आयोग के मेंबर वीके पॉल ने बताया, ”डीसीजीआई ने कोवैक्सीन के दूसरे/तीसरे फेज के क्लीनिकल फेज के ट्रायल के लिए मंजूरी प्रदान की है। यह ट्रायल 2-18 साल की उम्र के बच्चों पर किया जाएगा। इस ट्रायल की शुरुआत आगामी 10-12 दिनों में हो जाएगी।” दरसअल, डीसीजीआई ने बीते गुरुवार को भारत बायोटेक को 2 से 18 साल की उम्र के बच्चों को वैक्सीन देने के लिए कोवैक्सीन के दूसरे और तीसरे फेज के लिए ट्रायल की मंजूरी दे दी थी। विशेषज्ञ समिति ने इस ट्रायल की सिफारिश की थी। बताया जा रहा है कि यह परीक्षण दिल्ली एवं पटना के एम्स और नागपुर स्थित मेडिट्रिना चिकित्सा विज्ञान संस्थान समेत विभिन्न स्थानों पर किया जाएगा। भारत बायोटेक 525 स्वस्थ वॉलंटियर्स के साथ यह परीक्षण करेगा।
इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिंगापुर में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को लेकर केंद्र सरकार को चेताया है और देश में बच्चों के टीकाकरण को प्रमुखता देने का कहा है। दिल्ली सीएम ने कहा है कि यह वैरिएंट भारत में संक्रमण के तीसरी लहर का कारण हो सकती है। केजरीवाल ने वायरस को बेहद खतरनाक बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार से अपील की है कि वह सिंगापुर से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाए। सीएम केजरीवाल ने ट्वीट किया, ”सिंगापुर में आया कोरोना का नया रूप बच्चों के लिए बेहद खतरनाक बताया जा रहा है। भारत में ये तीसरी लहर के रूप में आ सकता है। केंद्र सरकार से मेरी अपील है कि सिंगापुर के साथ हवाई सेवाएं तत्काल प्रभाव से रद्द हों। बच्चों के लिए भी वैक्सीन के विकल्पों पर प्राथमिकता के आधार पर काम हो।”
COVAXIN has been approved by the Drugs Controller General of India (DCGI), for Phase II/III clinical trials in the age group of 2 to 18 years. I have been told that trials will begin in the next 10-12 days: Dr. VK Paul, Member-Health, Niti Aayog #COVID19 pic.twitter.com/T0ITsJsixA
— ANI (@ANI) May 18, 2021
वहीं, अभी दुनियाभर में 18 साल से अधिक उम्र वाले लोगों के लिए ही टीका उपलब्ध है। अमेरिका ने 10 मई को 12 से 15 साल के बच्चों के लिए फाइजर-बायोएनटेक के वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी है। एफडीए ने बताया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक और महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए हमने 12-15 वर्ष के बच्चों में आपातकालीन उपयोग के लिए फाइजर-बायोएनटेक कोविड-19 वैक्सीन को अधिकृत किया है।