कॉन्ट्रैक्टर की मौत: कर्नाटक में बढ़ा उबाल, हिरासत में लिए गए डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया

168
कॉन्ट्रैक्टर की मौत: कर्नाटक में बढ़ा उबाल, हिरासत में लिए गए डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया

कॉन्ट्रैक्टर की मौत: कर्नाटक में बढ़ा उबाल, हिरासत में लिए गए डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया

कॉन्ट्रैक्ट की आत्महत्या के केस में कर्नाटक में राजनीतिक उबाल आ गया है। कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई के घर के बाहर प्रदर्शन करने जा रहे कांग्रेस नेताओं डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया को हिरासत में ले लिया गया है। दोनों नेता समर्थकों के साथ मंत्री के. ईश्वरप्पा के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। इस मामले में के. ईश्वरप्पा पर कॉन्ट्रैक्टर संतोष पाटिल को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है। ईश्वरप्पा और उनके दो सहयोगियों के खिलाफ पुलिस ने केस भी दर्ज किया है और विपक्ष उनके इस्तीफे की मांग पर अड़ा हुआ है। हालांकि ईश्वरप्पा ने बुधवार को कहा था कि वह इस्तीफा नहीं देंगे। 

इस बीच कॉन्ट्रैक्टर संतोष पाटिल का पार्थिव शरीर पोस्टमार्टम के बाद उनके बेलगावी स्थित घर पहुंच गया है। पाटिल ने अपनी मौत से पहले ईश्वरप्पा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे और मंगलवार को उडुपी के एक लॉज में उनका शव पाया गया था। उन्होंने ईश्वरप्पा को अपनी मौत का जिम्मेदार बताते हुए आत्महत्या कर ली थी। तब से ही प्रदेश की राजनीति में उबाल मचा हुआ है और विपक्ष ईश्वरप्पा के इस्तीफे की मांग कर रहा है। कहा यह भी जा रहा है कि बसवराज बोम्मई सरकार में भी एक वर्ग ऐसा है, जो मानता है कि ईश्वरप्पा को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। 

संबंधित खबरें

ईश्वरप्पा के दिए सभी ठेकों की हो जांच, मांगते थे 40 पर्सेंट कमीशन

कांग्रेस के नेता नासिर हुसैन ने गुरुवार को कहा कि इस मामले में मंत्री ईश्वरप्पा सीधे तौर पर शामिल थे। यही नहीं उन्होंने आरोप लगाया कि ईश्वरप्पा संतोष पाटिल से 40 पर्सेंट कमीशन की मांग करते थे। उन्होंने कहा कि ईश्वरप्पा को तत्काल पद से हटाकर गिरफ्तार कर लेना चाहिए। यदि किसी व्यक्ति ने मंत्री पर आरोप लगाते हुए जान दे दी है तो फिर आप उसे मंत्री बनाकर नहीं रख सकते हैं। यही नहीं उन्होंने मांग की कि ईश्वरप्पा के विभाग की ओर से दिए गए सभी टेंडर्स और ठेकों की जांच होनी चाहिए। यही नहीं कांग्रेस ने इस मसले को राष्ट्रपति तक ले जाने की बात कही है।

सीएम बोम्मई बोले- कांग्रेस तो भ्रष्टाचार की गंगोत्री है

कांग्रेस नेता ने कहा कि यदि बसवराज बोम्मई की ओर से ईश्वरप्पा को कैबिनेट से बाहर नहीं किया जाता है तो फिर हम राष्ट्रपति के पास जाएंगे। किसी को तो दखल देना होगा। इस पर न तो पीएम नरेंद्र मोदी ने दखल दिया है और न ही सीएम बसवराज बोम्मई कुछ कर रहे हैं। इस बीच कांग्रेस पर पलटवार करते हुए सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस के पास ईश्वरप्पा का इस्तीफा मांगने का नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, ‘उनके राज में बहुत हत्याएं और हिंसा हुई है। कांग्रेस भ्रष्टाचार की गंगोत्री है। इसलिए उन्हें इस मसले पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।’ उन्होंने कहा कि इस मामले की शुरुआती जांच चल रही है और एक बार रिपोर्ट आ जाए, फिर हम उस पर फैसला लेंगे।





Source link