कूड़ा बीनने गहरे सीवर में उतरा अब्दुल, बचाने गया चितरंजन… दोनों की मौत h3>
विशेष संवाददाता, बवाना: एक महीना भी नहीं हुआ कि आउटर नॉर्थ जिले में सीवर की जहरीली गैस से दो और लोगों की जान चली गई। इस हादसे में भी सीवर में फंसे लड़के को बचाने के लिए उतरे एक राहगीर को अपनी जान गंवानी पड़ी। बुधवार को बवाना में यह हादसा हुआ। एक लड़का प्लास्टिक का कूड़ा बीनने के लिए गहरे सीवर में उतरा था। काफी देर तब जब वह वापस नहीं निकला तो उसके 12 वर्षीय भाई ने शोर मचा दिया। वहां से गुजर रहा टेंपो ड्राइवर बचाने नीचे उतरा और वह भी जहरीली गैस की चपेट में आ गया। बाद में खबर मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस व दमकल कर्मियों ने किसी तरह दोनों को सीवर से बाहर निकाला। इनकी पहचान 18 वर्षीय अब्दुल सलाम और टेंपो ड्राइवर 26 वर्षीय चितरंजन चौधरी के रूप में हुई है। बवाना पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए आंबेडकर अस्पताल की मॉर्चुरी में भेज दिया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। इससे पहले 27 मार्च को संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में चार लोगों की सीवर की चपेट में आकर मौत हुई थी।
आउटर नॉर्थ जिले के डीसीपी बृजेंद्र यादव के मुताबिक, बुधवार सुबह करीब 11:26 बजे गंगा टोली रोड, बालाजी चौक बवाना से सूचना मिली कि यहां दो लोग सीवर में फंस गए हैं। कॉल पर सबसे पहले लोकल पुलिस पहुंची। इसके अलावा दमकल की दो गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। घटनास्थल पर पुलिस को 12 वर्षीय नाबालिग व अन्य लोग मिले। नाबालिग ने बताया कि वह अपने भाई अब्दुल सलाम के साथ मिलकर कूड़ा बीनने का काम करता है। बुधवार सुबह करीब 10:45 बजे दोनों भाई यहां पहुंचे थे। अब्दुल ने गहरे सीवर का ढक्कन खोला। वह अंदर से प्लास्टिक का कूड़ा बीनने की नीयत से सीवर के अंदर चला गया, जबकि उसका भाई बाहर खड़ा रहा। लेकिन, जब काफी देर बाद भी अब्दुल बाहर नहीं आया तो भाई ने वहां से गुजर रहे लोगों को रोक-रोक कर बताया कि उसका भाई सीवर में गया है, लेकिन लौटा नहीं। इन्हीं राहगीरों में से मिनी टेंपो ड्राइवर चितरंजन चौधरी रुके।
बाद में वह अब्दुल को बचाने के लिए गहरे सीवर में उतरे, लेकिन वह भी वापस नहीं आ सके। इसके बाद नाबालिग ने फिर से शोर मचाया। बाद में मामले की सूचना पुलिस व दमकल विभाग को दी गई। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। करीब आधे घंटे के बाद एक-एक कर दोनों युवकों को सीवर से बाहर निकाला गया। दोनों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस को पता चला कि कूड़ा बीनने वाला अब्दुल परिवार के साथ जेजे कॉलोनी, बवाना इलाके में रहता था। परिवार में माता-पिता व अन्य सदस्य हैं। सलाम मूलरूप से बंगाल का रहने वाला था। वहीं चितरंजन चौधरी मूलरूप से बिहार के मुजफ्फरपुर के थे। वह यहां किराए के मकान में शाहबाद-दौलतपुर में रहते थे। चितरंजन अभी अविवाहित थे। परिवार बिहार में रहता है। पुलिस ने परिवार को उनकी मौत की सूचना दे दी है। परिवार दिल्ली के लिए रवाना भी हो गया है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
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आउटर नॉर्थ जिले के डीसीपी बृजेंद्र यादव के मुताबिक, बुधवार सुबह करीब 11:26 बजे गंगा टोली रोड, बालाजी चौक बवाना से सूचना मिली कि यहां दो लोग सीवर में फंस गए हैं। कॉल पर सबसे पहले लोकल पुलिस पहुंची। इसके अलावा दमकल की दो गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। घटनास्थल पर पुलिस को 12 वर्षीय नाबालिग व अन्य लोग मिले। नाबालिग ने बताया कि वह अपने भाई अब्दुल सलाम के साथ मिलकर कूड़ा बीनने का काम करता है। बुधवार सुबह करीब 10:45 बजे दोनों भाई यहां पहुंचे थे। अब्दुल ने गहरे सीवर का ढक्कन खोला। वह अंदर से प्लास्टिक का कूड़ा बीनने की नीयत से सीवर के अंदर चला गया, जबकि उसका भाई बाहर खड़ा रहा। लेकिन, जब काफी देर बाद भी अब्दुल बाहर नहीं आया तो भाई ने वहां से गुजर रहे लोगों को रोक-रोक कर बताया कि उसका भाई सीवर में गया है, लेकिन लौटा नहीं। इन्हीं राहगीरों में से मिनी टेंपो ड्राइवर चितरंजन चौधरी रुके।
बाद में वह अब्दुल को बचाने के लिए गहरे सीवर में उतरे, लेकिन वह भी वापस नहीं आ सके। इसके बाद नाबालिग ने फिर से शोर मचाया। बाद में मामले की सूचना पुलिस व दमकल विभाग को दी गई। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। करीब आधे घंटे के बाद एक-एक कर दोनों युवकों को सीवर से बाहर निकाला गया। दोनों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस को पता चला कि कूड़ा बीनने वाला अब्दुल परिवार के साथ जेजे कॉलोनी, बवाना इलाके में रहता था। परिवार में माता-पिता व अन्य सदस्य हैं। सलाम मूलरूप से बंगाल का रहने वाला था। वहीं चितरंजन चौधरी मूलरूप से बिहार के मुजफ्फरपुर के थे। वह यहां किराए के मकान में शाहबाद-दौलतपुर में रहते थे। चितरंजन अभी अविवाहित थे। परिवार बिहार में रहता है। पुलिस ने परिवार को उनकी मौत की सूचना दे दी है। परिवार दिल्ली के लिए रवाना भी हो गया है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।