कुमारगंज के 100बेड अस्पताल में आग से बचाव का अभ्यास: फायर ब्रिगेड टीम ने स्टाफ को सिखाए सुरक्षा उपाय, अग्निशमन यंत्रों का प्रयोग बताया – Ayodhya News

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कुमारगंज के 100बेड अस्पताल में आग से बचाव का अभ्यास:  फायर ब्रिगेड टीम ने स्टाफ को सिखाए सुरक्षा उपाय, अग्निशमन यंत्रों का प्रयोग बताया – Ayodhya News

कुमारगंज के 100बेड अस्पताल में आग से बचाव का अभ्यास: फायर ब्रिगेड टीम ने स्टाफ को सिखाए सुरक्षा उपाय, अग्निशमन यंत्रों का प्रयोग बताया – Ayodhya News

अयोध्या29 मिनट पहले

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अयोध्या के सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज में बुधवार की दोपहर आग से बचाव के लिए एक मॉक ड्रिल का आयोजन फायर ब्रिगेड कर्मियों द्वारा किया गया। इस दौरान फायर ब्रिगेड की टीम ने अस्पताल स्टाफ को आपातकालीन स्थिति से निपटने का प्रशिक्षण प्रदान किया।

फायर ब्रिगेड की टीम ने अस्पताल कर्मचारियों को सिलेंडर गैस और विद्युत शॉर्ट सर्किट से होने वाली आग पर नियंत्रण के तरीके विस्तार से समझाए। इसके साथ ही सभी कर्मचारियों और मरीजों के तीमारदारों को अग्निशमन यंत्रों के उपयोग की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान सुरक्षा संबंधी पत्रक भी लोगों को वितरित किए गए, ताकि जागरूकता को और बढ़ाया जा सके।

प्रशिक्षण सत्र का नेतृत्व फायर ब्रिगेड के एलएफएम रमाशंकर सिंह, फायरमैन प्रशांत दीक्षित, विकास कुमार और मनमोहन सिंह ने किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि मरीजों के इलाज के साथ-साथ उनकी सुरक्षा भी अस्पताल स्टाफ की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि आग लगने की स्थिति में त्वरित और उचित कार्रवाई से जान-माल की रक्षा की जा सकती है।

सुरक्षा बचाओ अभ्यास के दौरान अस्पताल

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रवि पाण्डेय, डॉ. गनेश लाल, डॉ. प्रवीण बरनवाल, डॉ. अरविंद मौर्य, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. सत्येंद्र सिंह सहित समस्त चिकित्सकीय और गैर-चिकित्सकीय स्टाफ मौजूद रहा। इस मॉक ड्रिल ने अस्पताल में सुरक्षा मानकों को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।यह आयोजन न केवल कर्मचारियों को आपात स्थिति के लिए तैयार करने में सहायक रहा, बल्कि मरीजों और उनके परिजनों में भी सुरक्षा के प्रति विश्वास जगाने में सफल रहा। फायर कर्मियों ने कहा कि लोग जब जागरूक रहते हैं तो अगर कोई हादसा होता है तो हम लोगों के पहुंचने तक हुए लोग स्थित रुक भी काबू में कर लेते हैं कभी-कभी तो आगों पर भी काबू पा लेते हैं। अस्पताल के लोगों को तो इसके प्रति जागरूक होना ज्यादा आवश्यक है क्योंकि अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीज रहते हैं अगर कोई बड़ी अग्निकांड हो जाती है तो सबसे ज्यादा परेशानी मरीजों को अस्पताल से निकलने में होता है।

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