कुंभ-2019 के अफसरों को तत्काल भेजा: आशीष गोयल तब मेला प्रभारी और भानु चंद्र गोस्वामी DM थे, देर रात योगी की अफसरों के साथ मीटिंग

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कुंभ-2019 के अफसरों को तत्काल भेजा:  आशीष गोयल तब मेला प्रभारी और भानु चंद्र गोस्वामी DM थे, देर रात योगी की अफसरों के साथ मीटिंग

कुंभ-2019 के अफसरों को तत्काल भेजा: आशीष गोयल तब मेला प्रभारी और भानु चंद्र गोस्वामी DM थे, देर रात योगी की अफसरों के साथ मीटिंग

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प्रयागराज/लखनऊकुछ ही क्षण पहले

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महाकुंभ में अब अनुभवी ऑफिसर्स की ड्यूटी लगाई गई है। IAS आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज पहुंचने को कहा गया है। 2019 अर्ध कुंभ गोयल और गोस्वामी की जोड़ी ने विजय किरण के साथ मिलकर करवाया था। भानु तब DM और प्राधिकरण के VC थे।

आशीष गोयल तब के इलाहाबाद के कमिश्नर और अर्धकुंभ मेला के प्रभारी थे। पांच और विशेष सचिव रैंक के अधिकारियों को कुंभ भेजा गया है, जिनका अनुभव रहा है। हालांकि पुलिस विभाग में अभी किसी को कुंभ जाने को नहीं कहा गया।

बुधवार शाम CM योगी महाकुंभ भगदड़ पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। इस दौरान वह काफी भावुक दिखे।

कई जिलों के अफसरों के साथ योगी ने मीटिंग की योगी देर रात शासन के अधिकारियों के साथ प्रयागराज, कौशांबी, वाराणसी, अयोध्या, मिर्जापुर, बस्ती, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, संतकबीरनगर, भदोही, रायबरेली, गोरखपुर में तैनात सीनियर पुलिस अफसरों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अहम दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने ADG जोन प्रयागराज और DM से मेला क्षेत्र में लगातार सतर्क रहने और सावधानी बरतने को कहा। एक-एक श्रद्धालु को सुरक्षित महाकुंभ से भेजने को भी कहा।

ये महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल की फोटो है। इसमें जमीन पर 11 लाशें नजर आ रही हैं।

रोके गए श्रद्धालुओं के भोजन की व्यवस्था करें योगी ने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है। इसके लिए ट्रेनों का लगातार संचालन हो और अतिरिक्त बसें लगाई जाएं। होल्डिंग एरिया में रोके गए श्रद्धालुओं के भोजन की व्यवस्था करें। किसी श्रद्धालु को समस्या न हो। उन्होंने कहा- होल्डिंग एरिया में बिजली नहीं कटनी चाहिए। कहीं यातायात बाधित नहीं होना चाहिए।

बसंत पंचमी के स्नान को लेकर सुरक्षा बरतें योगी ने कहा- कहीं जाम नहीं लगना चाहिए। बसंत पंचमी के स्नान पर सुरक्षा और सुविधा से जुड़े हर पहलुओं पर फोकस करें। लाखों श्रद्धालु वाराणसी, अयोध्या, चित्रकूट और मिर्जापुर भी जा रहे हैं। अगले दो दिनों में भीड़ बढ़ने की संभावना है। इसे देखते हुए चारों जिलों में विशेष सतर्कता और सावधानी बनाएं। होल्डिंग एरिया बनाकर लोगों को रोकें।

वाराणसी-अयोध्या और मिर्जापुर में सावधानी बरतें योगी ने कहा- महाकुंभ आने वाले लाखों श्रद्धालु वाराणसी और अयोध्या में भी दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं। चित्रकूट और मिर्जापुर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। अगले दो दिनों में और अधिक लोगों के आने की संभावना है। इसे देखते हुए तीनों प्रमुख शहरों में विशेष सतर्कता बरतें।

महाकुंभ भगदड़ पर भावुक हुए योगी सीएम योगी ने महाकुंभ भगदड़ पर प्रतिक्रिया दी है। इस दौरान वह काफी भावुक दिखे। उन्होंने कहा कि 30 के आस-पास मौतें हुई हैं। मैं इस घटना से बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदना सभी मृतकों के परिजन के साथ है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख की आर्थिक मदद की घोषणा की। न्यायिक जांच के आदेश भी दिए।

योगी बोले- भीड़ के बैरिकेडिंग तोड़ने से घटना हुई योगी ने कहा 36 घायलों का इलाज प्रयागराज के अस्पताल में चल रहा है। भगदड़ की घटना इसलिए हुई क्योंकि भीड़ ने अखाड़ा मार्ग की बैरिकेडिंग तोड़ दी थी। पुलिस, एनडीआरएफ और बचाव दलों ने घायलों को अस्पताल भेजा। प्रशासन सभी बंद मार्गों को खुलवाने में तत्परता से लगा रहा।

मौनी अमावस्या पर पवित्र स्नान करने के लिए कल शाम 7 बजे से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज में एकत्र हुए थे। अखाड़ा मार्ग पर एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो गई। जिसमें 90 से अधिक लोग घायल हो गए और 30 लोगों की मौत हो गई। हमने इतने श्रद्धालुओं के आने की पर्याप्त व्यवस्था की थी। पुलिस के स्तर से इसकी अलग से जांच कराएंगे।

पहली बार इतना दबाव देखने को मिला सीएम ने कहा कि प्रयागराज में आज 8 करोड़ लोगों का दबाव था। आस-पास के जिलों में भी लोगों को यहां आने के लिए रोका गया था। इतना भारी दबाव पहली बार देखने को मिला। मौनी अमावस्या पर मुहूर्त सुबह 4 बजे से था। प्रशासन के अनुरोध पर अखाड़ों ने अमृत स्नान स्थगित कर दिया।

मिर्जापुर, भदोही और जौनपुर जिलों में होर्डिंग बनाकर श्रद्धालुओं को रोका गया। सभी अखाड़ों के स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं को छोड़ा जा रहा है। रेलवे ने महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए लगभग 300 से अधिक ट्रेनें अभी तक चलाई हैं। रोडवेज प्रशासन ने 8 हजार बसों को लगाया है, जिससे लोगों को कोई दिक्कत न हो।

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महाकुंभ में 35-40 मौतों के जिम्मेदार 5 अफसर, एक ने पुल बंद किए, एक ने भीड़ बढ़ने दी

28 जनवरी की देर रात करीब 1.30 बजे प्रयागराज के संगम नोज इलाके में भगदड़ मच गई। प्रशासन के मुताबिक 30, जबकि NEWS4SOCIALरिपोर्टर्स के मुताबिक 35-40 लोगों की मौत हुई है। 29 जनवरी की दोपहर होते-होते मौनी अमावस्या का शाही स्नान भी हो गया। लेकिन इन 40 मौतों के लिए जिम्मेदार कौन हैं, ये सवाल अब भी सामने है।

छानबीन में सामने आया है कि ये भगदड़ एक अकेली गलती नहीं थी। ये बीते दो दिनों से हो रही गलतियों के एक सिलसिले का आखिरी छोर थी, जहां 35-40 लोगों को जान गंवानी पड़ी। साल भर की तैयारी और 7,535 करोड़ खर्च के बाद भी महाकुंभ का इंतजाम सवालों के घेरे में है। ये भगदड़ मेले की जिम्मेदारी संभाल रहे 5 अहम अफसरों की अनदेखी या गलत फैसलों का नतीजा थी। क्लिक कर पढ़िए स्पेशल रिपोर्ट…

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