कुंभ स्पेशल ट्रेनों से ली सुविधा, पर नहीं दिया शुल्क: झांसी को 12 दिन में मिले कुंभ स्पेशल ट्रेनों से मात्र सात लाख रुपये, खर्च हुए करोड़ों – Jhansi News

5
कुंभ स्पेशल ट्रेनों से ली सुविधा, पर नहीं दिया शुल्क:  झांसी को 12 दिन में मिले कुंभ स्पेशल ट्रेनों से मात्र सात लाख रुपये, खर्च हुए करोड़ों – Jhansi News

कुंभ स्पेशल ट्रेनों से ली सुविधा, पर नहीं दिया शुल्क: झांसी को 12 दिन में मिले कुंभ स्पेशल ट्रेनों से मात्र सात लाख रुपये, खर्च हुए करोड़ों – Jhansi News

झांसी से महाकुंभ के लिए रेलवे ने यात्री सुविधा के लिहाज से स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं। इन स्पेशल ट्रेनों से यात्रियों को सुविधा भी खूब मिली लेकिन इनमें सवार होने वाले 80 प्रतिशत यात्रियों ने रेलवे को सुविधा के बदले शुल्क ही नहीं दिया। ऐसे में रेलवे को 1

.

झांसी स्टेशन से महाकुंभ स्पेशल ट्रेन में सवार होते यात्री

झांसी रेलवे मंडल से प्रयागराज जाने के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेस, तुलसी एक्सप्रेस और चंबल एक्सप्रेस का संचालन होता है। ऐसे में महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए यह ट्रेनें नाकाफी ही हैं। इसी बात से चिंतित रेलवे ने यात्री सुविधा के लिए झांसी रेल मंडल के विभिन्न स्टेशनों से महाकुंभ के लिए स्पेशल ट्रेनों का संचालन स जनवरी से शुरू कर दिया था। इनमें सभी छोटे बड़े स्टेशनों को जोड़ने के लिए रिंग स्पेशल, स्नान स्पेशल और आरक्षित ट्रेनों को संचालन किया है। जिस तरह इन ट्रेनों में सवार होने वालों की भीड़ उमड़ रही थी, उसको देखकर रेलवे भी गदगद थी। मंडल को उम्मीद थी कि इससे उसका राजस्व बढ़ेगा लेकिन 12 दिन के आंकड़ों ने रेलवे को तगड़ा झटका दे दिया है। यदि स्नान स्पेशल ट्रेनों को छोड़ दें तो दूसरी ट्रेनों से लोग सफर करते तो दिखे लेकिन रेलवे इन ट्रेनों से अपना खर्च तक नहीं निकाल सकी। रिंग स्पेशल ट्रेनों में 10 से 21 जनवरी तक सिर्फ 11,444 यात्री ही मंडल से सवार हुए, जिनसे रेलवे को 6 लाख 97 हजार 429 रुपये किराए के रूप में मिले। ऐसे इसलिए भी हुआ कि जाे यात्री कुंभ में नहीं जा रहे थे, वह भी इनमें सवार हो गए।

झांसी से प्रयागराज के लिए रवाना होती मेमू ट्रेन

12 दिन में ट्रेन नंबर 04109 से कुल 831 यात्रियों ने सफर किया, जिससे रेलवे को सिर्फ 33890 रुपए मिले

10 जनवरी को 61 यात्री और 2530 रुपए

11 जनवरी को 68 यात्री और 2880 रुपए

12 जनवरी को 76 यात्री और 3405 रुपए

13 जनवरी को 85 यात्री और 3220 रुपए

14 जनवरी को 81 यात्री और 3080 रुपए

15 जनवरी को 65 यात्री और 2655 रुपए

16 जनवरी को 65 यात्री 3315 रुपए

17 जनवरी को 70 यात्री और 3130 रुपए

18 जनवरी को 74 यात्री और 2570 रुपए

19 जनवरी को 47 यात्री और 1660 रुपए

20 जनवरी को 78 यात्री 3050 रुपए

21 जनवरी को 61 यात्री और 2395 रुपए

ट्रेन नंबर 04110 से कुल 1170 यात्रियों ने सफर किया, जिससे रेलवे को 47545 रुपए मिले

10 जनवरी को 78 यात्री और 1895 रुपए

11 जनवरी को 75 यात्री और 1735 रुपए

12 जनवरी को 74 यात्री और 2050 रुपए

13 जनवरी को 193 यात्री और 8460 रुपए

14 जनवरी को 44 यात्री और 1750 रुपए

15 जनवरी को 80 यात्री और 3640 रुपए

16 जनवरी को 99 यात्री और 5195 रुपए

17 जनवरी को 116 यात्री और 6700 रुपए

18 जनवरी को 114 यात्री और 4165 रुपए

19 जनवरी को 83 यात्री और 3755 रुपए

20 जनवरी को 98 यात्री और 3870 रुपए

21 जनवरी 116 यात्री और 4330 रुपए

ट्रेन नंबर 01803 से कुल 4440 यात्रियों ने सफर किया, जिससे रेलवे को 291075 रुपए मिले

10 जनवरी को 226 यात्री और 21100 रुपए

11 जनवरी को 274 यात्री और 25155 रुपए

13 जनवरी को 634 यात्री और 52470 रुपए

14 जनवरी को 812 यात्री और 62095 रुपए

15 जनवरी को 173 यात्री और 13025 रुपए

16 जनवरी को 322 यात्री और 18490 रुपए

17 जनवरी को 365 यात्री और 14800 रुपए

18 जनवरी को 340 यात्री और 17150 रुपए

19 जनवरी को 295 यात्री 14160 रुपए

20 जनवरी को 354 यात्री और 18260 रुपए

21 जनवरी को 452 यात्री और 24255 रुपए

ट्रेन नंबर 01804 से कुल 5003 यात्रियों ने सफर किया, 324917 रुपए मिले

10 जनवरी को 251 यात्री और 14840 रुपए

11 जनवरी को 258 यात्री और 20655 रुपए

12 जनवरी को 808 यात्री और 69190 रुपए

13 जनवरी को 849 यात्री और 51709 रुपए

14 जनवरी को 308 यात्री और 24295 रुपए

15 जनवरी को 304 यात्री और 18995 रुपए

16 जनवरी को 310 यात्री और 20590 रुपए

17 जनवरी को 280 यात्री और 18205 रुपए

18 जनवरी को 319 यात्री और 17265 रुपए

19 जनवरी को 436 यात्री और 23360 रुपए

20 जनवरी को 420 यात्री और 21725 रुपए

21 जनवरी को 460 यात्री और 24090 रुपए

वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन

मकर संक्रांति पर झांसी से तीन दिन में पहुंचे 1333 यात्री, रेलवे को मिले 73864 रुपए

मकर संक्रांति पर रेलवे ने 13 जनवरी को स्पेशल ट्रेन का संचालन किया था, जिससे झांसी मंडल के विभिन्न स्टेशनों से 1333 यात्रियों ने सफर किया। इस दिन रेलवे ने 13 ट्रेनें अलग-अलग स्टेशनों से चलाई थीं। इन ट्रेनों में भीड़ तो जमकर हुई लेकिन उनके मुकाबले रेलवे को राजस्व प्राप्त नहीं हुआ। इसके पीछे बड़ा कारण रेलवे के पास अतिरिक्त ट्रेनों में टिकट चेकिंग स्टाफ की कमी को माना जा रहा है। यहां छोटे स्टेशनों से बड़ी संख्या में वह वह यात्री भी सवार हुए जिन्हें कुंभ में नहीं जाना था, लेकिन उन्हें विभिन्न स्टेशनों से प्रयागराज के लिए यात्रा करनी थी।

पूर्णिमा स्नान पर 12272 ने किया सफर 755365 रुपए मिले।

पूर्णिमा पर भी झांसी रेल मंडल ने 10 ट्रेनों का संचालन किया था। इसमें 12 से 16 जनवरी तक स्नान से एक दिन पहले और स्नान के दो दिन बाद तक ट्रेनें चलाई गईं। इन ट्रेनों में भी कुल 12272 यात्रियों ने सफर किया। जिससे रेलवे को किराए के रूप में 755365 रुपए मिले।

एक ट्रेन चलाने पर आता है 20 लाख का खर्च

रेल परिचालन से जुड़े अधिकारी ने बताया कि एक ट्रेन के संचालन पर रेलवे को न्यूनतम 20 लाख रुपए खर्च आता है। वहीं, यदि एक्सप्रेस या सुपरफास्ट ट्रेन है तो उस पर यह खर्च चार गुना हो जाता है। इसमें रनिंग स्टाफ, ट्रेन का मेंटेनेंस, स्टेशन प्रबंधन, टिकट चेकिंग स्टाफ, कोच में बेडरोल, साफ-सफाई जैसे खर्च शामिल होते हैं। इसके अलावा राजस्व का बड़ा हिस्सा ट्रेन संचालन में बिजली की खपत पर आता है।

टिकट पर ही करें यात्रा

मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने नियमित और स्पेशल ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों से अपील की है कि वह ट्रेनों में सफर करने से पहले वैध टिकट खरीदकर ही सफर करें। रेल संचालन जनता के लिए ही है। ऐसे में उनमें सुविधा की व्यवस्था भी राजस्व से ही होती है।

महाकुंभ में शाही स्नान को लेकर ट्रेनों की जानकारी देते जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह

महाशिवरात्रि और बसंत पंचमी पर भी चलनी हैं स्पेशल ट्रेनें

महाशिवरात्रि पर झांसी से 28 जनवरी से 5 फरवरी तक, 11 से 14 फरवरी तक, 25 से 28 फरवरी तक संचालित होंगी। जो ओरछा, बरुआसागर, निवाड़ी, मगरपुर, टेहरका, रानीपुर रोड, मऊरानीपुर, रोरा, हरपालपुर, घुटई, बेलाताल, कुलपहाड़, चरखारी रोड, महोबा, कबरई, मटौंध, खैरार, बांदा, अर्तरा, भरतकूप, शिवरामपुर, चित्रकूटधाम कर्वी, मानिकपुर, शंकरगढ़ स्टेशनों पर ठहराव के साथ चलेगी। वहीं, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-प्रयागराज छिवकी रिंग रेल स्पेशल का संचालन 28 फरवरी तक किया जाएगा। यह गाड़ी चिरगांव, मोंठ, एट, उरई, कालपी, पुखरायां, भीमसेन, गोविंदपुरी, फतेहपुर, सिराथू, प्रयागराज, नैनी, शंकरगढ़, मानिकपुर, चित्रकूटधाम कर्वी, अर्तरा, बांदा, महोबा, कुलपहाड़, हरपालपुर, मऊरानीपुर, निवाड़ी और ओरछा होते हुए झांसी पहुंचेगी।

28 जनरी से 5 फरवरी तक ग्वालियर से प्रयागराज छिवकी मेला स्पेशल चलाई जाएगी। यह गाड़ी डबरा, दतिया, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, निवाड़ी, मऊरानीपुर, हरपालपुर, बेलाताल, कुलपहाड़, महोबा, बांदा, अर्तरा, चित्रकूटधाम कर्वी, मानिकपुर और शंकरगढ़ के रास्ते प्रयागराज छिवकी पहुंचेगी।

उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News