काल भैरव की पूजा व व्रत से दूर होंगी कठिनाइयां – Sheopur News

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काल भैरव की पूजा व व्रत से दूर होंगी कठिनाइयां – Sheopur News

काल भैरव की पूजा व व्रत से दूर होंगी कठिनाइयां – Sheopur News

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भगवान भोलेनाथ के रौद्र रूप काल भैरव को समर्पित कालाष्टमी का पर्व वैशाख माह की अष्टमी पर सोमवार को मनाया जाएगा, वही शहर के काल भैरव मंदिरों में पूजा होगी, वही श्रद्धालु व्रत एवं अनुष्ठान करेंगे। मान्यता है कि कालभैरव को प्रसन्न करने से जीवन की सभी कठिनाइयां दूर होती हैं। परिवार में सुख-समृद्धि आती है। दान पुण्य के लिए विशेष वैशाख माह की कालाष्टमी पर इस बार शिववास का संयोग भी बन रहा है। मान्यता है कि शिववास में काल भैरव की पूजा करने से भक्त को दोगुना फल मिलता है। साथ ही व्यक्ति के सभी काम बनने लगते हैं।

ज्योतिषाचार्य राजबिहारी शास्त्री ने बताया कि उदयातिथि के अनुसार वैशाख माह की कालाष्टमी 21 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस दिन बड़ा मुहूर्त सुबह 4:48 से 5:35 बजे तक रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर 2:30 से 3:19 बजे तक व गोधूलि मुहूर्त शाम 6:32 से 6:56 बजे तक रहेगा। निशिता मुहूर्त 12:04 से 12:51 बजे तक रहेगा। यह सभी मुहूर्त हिंदू धर्म में शुभ माने गए हैं। कालाष्टमी पर प्रातःकाल स्नान करके व्रत का संकल्प लें। भगवान काल भैरव की पूजा के लिए बेलपत्र, धतूरा, काले तिल, काले वस्त्र, नारियल, चावल और नींबू का उपयोग करें। रात्रि में भगवान काल भैरव के मंदिर में दीप जलाए और उनकी आरती करें। साथ ही भैरव अष्टक, काल भैरव स्तोत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें, जिससे जीवन में शांति, समृद्धि और सुरक्षा की प्राप्ति होती है।

ज्योतिषार्चाय बोले- आप जानवरों का खाना खिला एं ज्योतिषाचार्य शास्त्री का कहना है कि इस दिन आप जानवरों का खाना खिला सकते हैं। इससे काल भैरव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन गरीबों को अनाज का दान करें, इससे मन में आ रहे नकारात्मक विचार दूर होते हैं। इस दिन काल भैरव के मंत्रों का जाप करें, यह भूत-पिशाच के डर को दूर करता है। कालाष्टमी के दिन मांसाहारी भोजन का सेवन न करें और किसी से भी अनुचित व्यवहार न करें। कालाष्टमी को काले कुत्ते को भोजन कराएं, यह भैरव बाबा को प्रसन्न करने का खास तरीका है। वही काल भैरव को गुड़, दही और हलवा का भोग अर्पित करें।

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