कार्बाइड फैक्ट्री के आसपास के 42 इलाकों में पानी प्रदूषित: 23 इलाकों में जांच जारी, 14 मोहल्लों के भूजल में मिला कार्बाइड का जहर – Bhopal News h3>
यूका के आसपास प्रदूषित भूजल की जांच करने पहुंची टीम।
भोपाल के जेपी नगर में यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के आसपास के 42 इलाकों में भूजल प्रदूषित है। 4 दिन पहले 19 इलाकों में पानी की जांच की गई थी। बाकी बचे 23 इलाकों में मंगलवार को जांच टीम पहुंची। जिनमें डीआईजी बंगला क्षेत्र भी शामिल है। इस दौरान गैस पीड़ित
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प्रदूषित मोहल्लों में यह निरीक्षण सुप्रीम कोर्ट के 30 अगस्त 2018 के आदेश पर गठित निगरानी समिति के निर्देश पर किया जा रहा है। इससे पहले, 25 अप्रैल को भोपाल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सुनीत अग्रवाल की अध्यक्षता में 19 मोहल्लों का निरीक्षण किया गया था।
डीआईजी बंगला समेत कई इलाकों में पहुंची टीम।
भूजल में कार्बाइड का जहर मिला
‘भोपाल ग्रुप फॉर इनफॉर्मेशन एंड एक्शन’ की संयोजक रचना ढिंगरा ने बताया कि फैक्ट्री के आसपास के 14 मोहल्लों के भूजल में कार्बाइड के जहर (हैवी मेटल्स, कीटनाशक और परसिस्टेंट ऑर्गेनिक पॉल्यूटेंट्स) पाए गए थे। इसके बाद सभी मोहल्लों में पाइपलाइन के जरिए साफ पानी उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए।
2012 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टॉक्सीकोलॉजिकल रिसर्च (IITR) को इन 14 बस्तियों के अलावा 8 अन्य मोहल्लों का पानी भी कार्बाइड के जहर से प्रदूषित मिला था। वहीं, 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक 20 और मोहल्लों में भूजल प्रदूषित पाया गया था।
तब सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि सभी मोहल्लों में पाइप लाइन से साफ पानी उपलब्ध कराई जाए, सीवरेज का निर्माण हो और हर तीन महीने में पानी की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए।
मंगलवार को निरीक्षण पर निकली टीम पानी की सैंपलिंग भी कर रही है। गैस पीड़ित संगठनों के पदाधिकारियों ने प्रदूषित पानी से संबंधित साक्ष्य भी सौंपे।
कई इलाकों में अब तक नहीं मिले नल कनेक्शन
रचना ढिंगरा ने बताया कि फूटा मकबरा, कैंची छोला, कल्याण नगर जैसे इलाकों में अब तक नल कनेक्शन नहीं दिए गए हैं। संगठनों ने समिति को इन सभी 42 मोहल्लों की पानी की स्थिति, नाली के अभाव और गंदगी के फोटो-वीडियो के साथ एक विस्तृत रिपोर्ट दी। रिपोर्ट के अनुसार, 70% से ज्यादा मोहल्लों में लोगों को साफ पानी नहीं मिल रहा है।