कांवर परिक्षेत्र का वन विभाग के नाम से सर्वे अनुचित, करेंगे आंदोलन h3>
मंझौल, एक संवाददाता। कांवर झील पक्षी विहार के सर्वे मुद्दे को लेकर मंगलवार को जगदंबी पुस्तकालय मंझौल में किसानों की आमसभा आयोजित हुई। वक्ताओं ने कहा कि विभाग के द्वारा 1989 के पक्षी आश्रयणी की अधिसूचना के आधार पर कांवर झील के सर्वे के फैसले से किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। दरअसल, कांवर परिक्षेत्र की जमीन को सर्वे में वन विभाग के नाम से चढ़ाने को लेकर डीएफओ के द्वारा बेगूसराय डीएम को भेजे पत्र की जानकारी मिलने पर क्षेत्र के किसानों में नाराजगी व्याप्त है। बैठक में 10 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी अब किसानों की मांग को लेकर आंदोलन की रूप-रेखा तय करेगी। बैठक में इसका प्रारूप तैयार किया गया। आमसभा की अध्यक्षता संतोष ईश्वर ने की। इस अवसर पर अधिवक्ता शरद कुमार ने कहा कि अनुमंडल में कांवर की समस्याओं को लेकर कोर्ट में वाद चल रहा है। साथ ही, अनुमंडल कोर्ट में वाद का निपटारा दावा- आपत्ति के साथ पिछले छह साल से किया जा रहा था। अब सर्वे के समय किसानों की जमीन को वन विभाग के द्वारा दावा कर बिहार सरकार के गजट के अनुरूप खतियान बनवाया जा रहा है। यह किसानों और क्षेत्र के लोगों के लिए असहनीय ही नहीं, अस्वीकार्य भी है। सामाजिक कार्यकर्ता बल्लव बादशाह ने किसानों की जमीन बचाने के लिए जोरदार आंदोलन खड़ा करने की बात कही। इसको लेकर पहले अनुमंडलाधिकारी को मांगपत्र दिया जाएगा। इसके बाद धरना दिया जाएगा। इसके बाद हमलोग आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। बंदोबस्त कार्यालय का घेराव करेंगे। मंझौल पंचायत-एक के सरपंच प्रतिनिधि कन्हैया कुमार ने कहा कि कांवर परिक्षेत्र से मंझौल अनुमंडल ही नहीं, जिले के किसानों के एक बड़ा तबका की आजीविका चलती है। यह हमलोगों की विरासत है। इसे ऐसे ही जाया नहीं होने देंगे। जिला परिषद प्रतिनिधि रमण कुमार उर्फ चिंटू सिंह ने जल्द ही आंदोलन की रणनीति बनाकर आंदोलन तेज करने की जरूरत बतायी। मौके पर बल्लभ बादशाह उर्फ जुगनू, विजयशंकर सिंह, मेनन कुमार, शरद कुमार, संजीव कुमार उर्फ कारू, अमित कुमार सिंह गप्पू, जयशंकर भारती, पवन कुमार, संजीव उर्फ बौवा, शंभूशरण शर्मा, अभय कुमार, कन्हैया कुमार, शिशुपाल कुमार, चुनचुन प्र सिंह, रमन कुमार उर्फ चिंटू, अजय कुमार उर्फ चुलबुल, शालिग्राम सिंह, रमण कुमार उर्फ पिन्चू, विकास कुमार, अमित राज, प्रमोद भारती, विनोद भारती, अनिल सिंह, प्रभात भारती, अरुण कुमार, प्रकाश भारती, चंद्रमौली कुमार उर्फ फुटुश, बिमल भारती, डॉ संजय कुमार, डॉ मृत्युंजय, अभिषेक भारती, आशुतोष भारती, अजीत भारती, रामशंकर प्रसाद सिंह, महेश भारती, अनुराग कुमार, वीरभद्र, अविनाश कुमार, राजेश्वर प्रसाद सिंह, उमेश प्रसाद सिंह, सुबोध कुमार ईश्वर, आलोक कुमार, चन्द्रमोहन प्रसाद सिंह आदि उपस्थित थे।
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मंझौल, एक संवाददाता। कांवर झील पक्षी विहार के सर्वे मुद्दे को लेकर मंगलवार को जगदंबी पुस्तकालय मंझौल में किसानों की आमसभा आयोजित हुई। वक्ताओं ने कहा कि विभाग के द्वारा 1989 के पक्षी आश्रयणी की अधिसूचना के आधार पर कांवर झील के सर्वे के फैसले से किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। दरअसल, कांवर परिक्षेत्र की जमीन को सर्वे में वन विभाग के नाम से चढ़ाने को लेकर डीएफओ के द्वारा बेगूसराय डीएम को भेजे पत्र की जानकारी मिलने पर क्षेत्र के किसानों में नाराजगी व्याप्त है। बैठक में 10 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी अब किसानों की मांग को लेकर आंदोलन की रूप-रेखा तय करेगी। बैठक में इसका प्रारूप तैयार किया गया। आमसभा की अध्यक्षता संतोष ईश्वर ने की। इस अवसर पर अधिवक्ता शरद कुमार ने कहा कि अनुमंडल में कांवर की समस्याओं को लेकर कोर्ट में वाद चल रहा है। साथ ही, अनुमंडल कोर्ट में वाद का निपटारा दावा- आपत्ति के साथ पिछले छह साल से किया जा रहा था। अब सर्वे के समय किसानों की जमीन को वन विभाग के द्वारा दावा कर बिहार सरकार के गजट के अनुरूप खतियान बनवाया जा रहा है। यह किसानों और क्षेत्र के लोगों के लिए असहनीय ही नहीं, अस्वीकार्य भी है। सामाजिक कार्यकर्ता बल्लव बादशाह ने किसानों की जमीन बचाने के लिए जोरदार आंदोलन खड़ा करने की बात कही। इसको लेकर पहले अनुमंडलाधिकारी को मांगपत्र दिया जाएगा। इसके बाद धरना दिया जाएगा। इसके बाद हमलोग आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। बंदोबस्त कार्यालय का घेराव करेंगे। मंझौल पंचायत-एक के सरपंच प्रतिनिधि कन्हैया कुमार ने कहा कि कांवर परिक्षेत्र से मंझौल अनुमंडल ही नहीं, जिले के किसानों के एक बड़ा तबका की आजीविका चलती है। यह हमलोगों की विरासत है। इसे ऐसे ही जाया नहीं होने देंगे। जिला परिषद प्रतिनिधि रमण कुमार उर्फ चिंटू सिंह ने जल्द ही आंदोलन की रणनीति बनाकर आंदोलन तेज करने की जरूरत बतायी। मौके पर बल्लभ बादशाह उर्फ जुगनू, विजयशंकर सिंह, मेनन कुमार, शरद कुमार, संजीव कुमार उर्फ कारू, अमित कुमार सिंह गप्पू, जयशंकर भारती, पवन कुमार, संजीव उर्फ बौवा, शंभूशरण शर्मा, अभय कुमार, कन्हैया कुमार, शिशुपाल कुमार, चुनचुन प्र सिंह, रमन कुमार उर्फ चिंटू, अजय कुमार उर्फ चुलबुल, शालिग्राम सिंह, रमण कुमार उर्फ पिन्चू, विकास कुमार, अमित राज, प्रमोद भारती, विनोद भारती, अनिल सिंह, प्रभात भारती, अरुण कुमार, प्रकाश भारती, चंद्रमौली कुमार उर्फ फुटुश, बिमल भारती, डॉ संजय कुमार, डॉ मृत्युंजय, अभिषेक भारती, आशुतोष भारती, अजीत भारती, रामशंकर प्रसाद सिंह, महेश भारती, अनुराग कुमार, वीरभद्र, अविनाश कुमार, राजेश्वर प्रसाद सिंह, उमेश प्रसाद सिंह, सुबोध कुमार ईश्वर, आलोक कुमार, चन्द्रमोहन प्रसाद सिंह आदि उपस्थित थे।