कांग्रेस चिंतन शिविर के फैसलों का पहला असर, पीसीसी में 2 पद वाले एक दर्जन नेताओं के इस्तीफे | Resignation of a dozen leaders with 2 posts in PCC | Patrika News h3>
इसकी जानकारी आज कांग्रेस कार्यालय के दौरान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया को दी। जिन नेताओं ने अपने पदों से इस्तीफे दिए हैं उनमें तीन मंत्री, दो बोर्ड-निगमों के चेयरमैन, चार जिलाध्यक्षों और दो पीसीसी सचिवों ने इस्तीफे दिए हैं।
आलाकमान करेगा इस्तीफों पर फैसला
हालांकि इस्तीफों को लेकर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि इन नेताओं के इस्तीफे प्रदेश कांग्रेस को मिल गए हैं लेकिन इस्तीफे स्वीकार करने इकाई वो नहीं है। इस्तीफे स्वीकार करने का फैसला कांग्रेस आलाकमान लेंगे, लेकिन पार्टी नेताओं ने चिंतन शिविर में लिए गए फैसले के बाद अपनी स्वेच्छा से इस्तीफे दिए हैं जो कि अच्छे संकेत हैं।
इन मंत्रियों ने दिए उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा
दरअसल कैबिनेट मंत्री रामलाल जाट, गोविंद राम मेघवाल और महेंद्रजीत सिंह मालवीय प्रदेश कांग्रेस में उपाध्यक्ष पद पर भी हैं, जिन्होंने अब एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत के फॉर्मूले के तहत उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।
लगातार दो बार रिपीट होने वाले चार जिलाध्यक्षों ने दिया इस्तीफा
वहीं लगातार दो बार रिपीट होने वाले चार जिलाध्यक्षों ने भी अपना इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय को भेज दिया है। इनमें जैसलमेर के जिलाध्यक्ष फतेह मोहम्मद खान, नागौर के जिलाध्यक्ष जाकिर हुसैन गैसावत, यशपाल गहलोत और हीरालाल मेघवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
2 बोर्ड-निगमों के चेयरमैन ने भी दिया संगठन से इस्तीफा
वहीं दो बोर्ड-निगमों के चेयरमैन ने भी संगठन के पद से इस्तीफा दे दिया है। बंजर भूमि विकास बोर्ड के चेयरमैन संदीप चौधरी ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस के सचिव और एससी आयोग के उपाध्यक्ष सचिन सरवटे ने भी संगठन के सचिव पद से इस्तीफा दे दिया है।
लगातार दो बार सचिन पद पर रिपीट हुए जसवंत गुर्जर और जियाउर रहमान ने भी दिया इस्तीफा
इधर लगातार 5 साल से ज्यादा समय से लगातार दूसरी बार सचिव बने जसवंत गुर्जर और जियाउर रहमान ने भी सचिव पद से अपना इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय को सौंप दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि इन पदाधिकारियों के इस्तीफे कार्यवाही के लिए आलाकमान को भिजवाए जा रहे हैं।
अभी और लोगों की भी आएंगे इस्तीफे
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अभी और लोगों के भी इस्तीफा आएंगे। अभी कई लोग और ऐसे हैं जो 2 पदों पर हैं, जिन के इस्तीफे आने बाकी हैं। उन्होंने कहा कि उदयपुर चिंतन शिविर में जो फैसले लिए गए थे उनकी शत-प्रतिशत पालना कराना हमारी जिम्मेदारी है।
लोकतंत्र को बचाना हमारी जिम्मेदारी
कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी के सवाल पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि हम विधायकों को इकट्ठा करें इसमें कोई गुरेज नहीं है। हम हमारी सुरक्षा करना जानते हैं, इसकी चिंता भाजपा को नहीं करनी चाहिए। डोटासरा ने कहा कि एक धनाढ्य व्यक्ति को लाकर बीजेपी क्या संदेश देना चाहती है, इसके बारे में बताना चाहिए। पीसीसी चीफ ने कहा कि भाजपा पहले भी हॉर्स ट्रेडिंग का इस्तेमाल कर चुकी है और अभी हॉर्स ट्रेडिंग का सहारा ले रही है, लेकिन हम पूरी तरीके से सावधान और सजग हैं। भाजपा के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। लोकतंत्र को बचाने के लिए जो भी करना पड़े वो करेंगे।
कार्यशाला में 10 बिंदुओं पर हुई चर्चा
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि कार्यशाला में पहले दिन 10 बिंदुओं पर चर्चा हुई है। सभी 10 बिंदुओं को कांग्रेस चिंतन शिविर के फैसलों में शामिल किए गए थे। उन्होंने कहा कि युवाओं को संगठन में 50 फ़ीसदी भागीदारी सुनिश्चित करनी है। साल 23 और 2024 का क्या रोडमैप रहेगा, इन तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई है। पहले दिन वरिष्ठ नेताओं ने अपने विचार रखे थे। कल अग्रिम संगठनों के पदाधिकारी अपनी बात रखेंगे।
इसकी जानकारी आज कांग्रेस कार्यालय के दौरान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया को दी। जिन नेताओं ने अपने पदों से इस्तीफे दिए हैं उनमें तीन मंत्री, दो बोर्ड-निगमों के चेयरमैन, चार जिलाध्यक्षों और दो पीसीसी सचिवों ने इस्तीफे दिए हैं।
आलाकमान करेगा इस्तीफों पर फैसला
हालांकि इस्तीफों को लेकर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि इन नेताओं के इस्तीफे प्रदेश कांग्रेस को मिल गए हैं लेकिन इस्तीफे स्वीकार करने इकाई वो नहीं है। इस्तीफे स्वीकार करने का फैसला कांग्रेस आलाकमान लेंगे, लेकिन पार्टी नेताओं ने चिंतन शिविर में लिए गए फैसले के बाद अपनी स्वेच्छा से इस्तीफे दिए हैं जो कि अच्छे संकेत हैं।
इन मंत्रियों ने दिए उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा
दरअसल कैबिनेट मंत्री रामलाल जाट, गोविंद राम मेघवाल और महेंद्रजीत सिंह मालवीय प्रदेश कांग्रेस में उपाध्यक्ष पद पर भी हैं, जिन्होंने अब एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत के फॉर्मूले के तहत उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।
लगातार दो बार रिपीट होने वाले चार जिलाध्यक्षों ने दिया इस्तीफा
वहीं लगातार दो बार रिपीट होने वाले चार जिलाध्यक्षों ने भी अपना इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय को भेज दिया है। इनमें जैसलमेर के जिलाध्यक्ष फतेह मोहम्मद खान, नागौर के जिलाध्यक्ष जाकिर हुसैन गैसावत, यशपाल गहलोत और हीरालाल मेघवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
2 बोर्ड-निगमों के चेयरमैन ने भी दिया संगठन से इस्तीफा
वहीं दो बोर्ड-निगमों के चेयरमैन ने भी संगठन के पद से इस्तीफा दे दिया है। बंजर भूमि विकास बोर्ड के चेयरमैन संदीप चौधरी ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस के सचिव और एससी आयोग के उपाध्यक्ष सचिन सरवटे ने भी संगठन के सचिव पद से इस्तीफा दे दिया है।
लगातार दो बार सचिन पद पर रिपीट हुए जसवंत गुर्जर और जियाउर रहमान ने भी दिया इस्तीफा
इधर लगातार 5 साल से ज्यादा समय से लगातार दूसरी बार सचिव बने जसवंत गुर्जर और जियाउर रहमान ने भी सचिव पद से अपना इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय को सौंप दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि इन पदाधिकारियों के इस्तीफे कार्यवाही के लिए आलाकमान को भिजवाए जा रहे हैं।
अभी और लोगों की भी आएंगे इस्तीफे
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अभी और लोगों के भी इस्तीफा आएंगे। अभी कई लोग और ऐसे हैं जो 2 पदों पर हैं, जिन के इस्तीफे आने बाकी हैं। उन्होंने कहा कि उदयपुर चिंतन शिविर में जो फैसले लिए गए थे उनकी शत-प्रतिशत पालना कराना हमारी जिम्मेदारी है।
लोकतंत्र को बचाना हमारी जिम्मेदारी
कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी के सवाल पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि हम विधायकों को इकट्ठा करें इसमें कोई गुरेज नहीं है। हम हमारी सुरक्षा करना जानते हैं, इसकी चिंता भाजपा को नहीं करनी चाहिए। डोटासरा ने कहा कि एक धनाढ्य व्यक्ति को लाकर बीजेपी क्या संदेश देना चाहती है, इसके बारे में बताना चाहिए। पीसीसी चीफ ने कहा कि भाजपा पहले भी हॉर्स ट्रेडिंग का इस्तेमाल कर चुकी है और अभी हॉर्स ट्रेडिंग का सहारा ले रही है, लेकिन हम पूरी तरीके से सावधान और सजग हैं। भाजपा के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। लोकतंत्र को बचाने के लिए जो भी करना पड़े वो करेंगे।
कार्यशाला में 10 बिंदुओं पर हुई चर्चा
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि कार्यशाला में पहले दिन 10 बिंदुओं पर चर्चा हुई है। सभी 10 बिंदुओं को कांग्रेस चिंतन शिविर के फैसलों में शामिल किए गए थे। उन्होंने कहा कि युवाओं को संगठन में 50 फ़ीसदी भागीदारी सुनिश्चित करनी है। साल 23 और 2024 का क्या रोडमैप रहेगा, इन तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई है। पहले दिन वरिष्ठ नेताओं ने अपने विचार रखे थे। कल अग्रिम संगठनों के पदाधिकारी अपनी बात रखेंगे।