कहीं पाइप लाइन में प्रेशर कम. कहीं 15 मिनट ही हो रही जलापूर्ति | less pressure in the pipeline. water water supply | Patrika News h3>
जबलपुर में भीषण गर्मी में जलसंकट
जबलपुर
Updated: April 19, 2022 11:43:48 pm
– 65 टंकियों से शहर में होती है जलापूर्ति
– 1.52 लाख नल कनेक्शन नगर निगम सीमा में
– 40 प्रतिशत घरों में नहीं हैं नल कनेक्शन
– 135 लीटर प्रति व्यक्ति के हिसाब से रोजाना जलापूर्ति का दावा
Water crisis
– 150 करोड़ से ज्यादा दस साल में खर्च हुए पाइप लाइन विस्तार पर
– 149 करोड़ खर्च हुए 16 नई टंकियों के निर्माण व नए जलापूर्ति नेटवर्क पर
प्लांटवार क्षमता
120 एमएलडी रमनगरा प्लांट
52 व 42 एमएलडी ललपुर प्लांट
– 70 एमएलडी रांझी व भोंगाद्वार प्लांट
शहर में
– 3 लाख 80 हजार लीटर पानी की आपूर्ति होती है टैंकरों से
– 17 टैंकरों से हो रही जलापूर्ति
– 10 हजार से ज्यादा की आबादी टैंकरों पर निर्भर
– 700 ट्यूबवेल से भी जलापूर्ति
जबलपुर। अप्रेल में ही शहर के कई क्षेत्रों में जलसंकट गहरा गया है। गढ़ा, गंगा नगर, धनवंतरि नगर, शास्त्री नगर, गुलौआ, मदन महल, विजय नगर, मिलौनीगंज समेत कई इलाकों से सुबह-शाम 10-15 मिनट पानी आने की शिकायतें आ रही हैं। कंचनपुर, अधारताल, सिद्धबाबा सहित कुछ अन्य क्षेत्रों में पाइप लाइन में प्रेशर कम होने से अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंच रहा है।
नर्मदा नदी, खंदारी, परियट जलाशय और ट्यूबवेल का जलापूर्ति नेटवर्क होने के बावजूद नगरवासियों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। हर साल गर्मी के दिनों में ऐसे ही हालात बनते हैं। इसके बावजूद नगर निगम का जल विभाग समस्या का निराकरण नहीं कर पा रहा है।
इन क्षेत्रों में जलसंकट
रांझी के सर्रापीपल क्षेत्र में आए दिन जलापूर्ति बाधित होती है। वार्ड क्रमांक-72 की दद्दा कॉलोनी के सौ परिवार पानी के लिए ट्यूबवेल पर निर्भर हैं। भूजल स्तर गिरने से लोगों को जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र के अशोक विश्वकर्मा, अजय यादव, रमेश विश्वकर्मा ने बतायार कि आए दिन निजी टैंकरों से पानी खरीदना पड़ता है। शंकर नगर स्थित शहीद विक्रम स्कूल के आसपास 25 दिन से जलसंकट गहराया हुआ है। चंद्रनगर में अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंच रहा है। क्षेत्र के तरुण कुमार, विनोद, रोशन, उमाशंकर यादव, हर्षित गोस्वामी ने बताया कि वे जलसंकट की समस्या को लेकर कई बार नगर निगम की जनसुनवाई में गुहार लगा चुके हैं।
शहर के जिन क्षेत्रों में जलसंकटर की शिकायत आ रही है, वहां टैंकरों से पानी पहुंचाया जा रहा है। कई क्षेत्रों में पाइप लाइन का प्रेशर बढ़ाने के लिए उन्हें ट्यूबवेल लाइन से जोड़ा गया है। जहां भी जलसंकट की समस्या है, वहां टैंकरों से आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
कमलेश श्रीवास्तव, कार्यपालन यंत्री, नगर निगम
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जबलपुर में भीषण गर्मी में जलसंकट
जबलपुर
Updated: April 19, 2022 11:43:48 pm
– 65 टंकियों से शहर में होती है जलापूर्ति
– 1.52 लाख नल कनेक्शन नगर निगम सीमा में
– 40 प्रतिशत घरों में नहीं हैं नल कनेक्शन
– 135 लीटर प्रति व्यक्ति के हिसाब से रोजाना जलापूर्ति का दावा
Water crisis
– 150 करोड़ से ज्यादा दस साल में खर्च हुए पाइप लाइन विस्तार पर
– 149 करोड़ खर्च हुए 16 नई टंकियों के निर्माण व नए जलापूर्ति नेटवर्क पर
प्लांटवार क्षमता
120 एमएलडी रमनगरा प्लांट
52 व 42 एमएलडी ललपुर प्लांट
– 70 एमएलडी रांझी व भोंगाद्वार प्लांट
शहर में
– 3 लाख 80 हजार लीटर पानी की आपूर्ति होती है टैंकरों से
– 17 टैंकरों से हो रही जलापूर्ति
– 10 हजार से ज्यादा की आबादी टैंकरों पर निर्भर
– 700 ट्यूबवेल से भी जलापूर्ति
जबलपुर। अप्रेल में ही शहर के कई क्षेत्रों में जलसंकट गहरा गया है। गढ़ा, गंगा नगर, धनवंतरि नगर, शास्त्री नगर, गुलौआ, मदन महल, विजय नगर, मिलौनीगंज समेत कई इलाकों से सुबह-शाम 10-15 मिनट पानी आने की शिकायतें आ रही हैं। कंचनपुर, अधारताल, सिद्धबाबा सहित कुछ अन्य क्षेत्रों में पाइप लाइन में प्रेशर कम होने से अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंच रहा है।
नर्मदा नदी, खंदारी, परियट जलाशय और ट्यूबवेल का जलापूर्ति नेटवर्क होने के बावजूद नगरवासियों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। हर साल गर्मी के दिनों में ऐसे ही हालात बनते हैं। इसके बावजूद नगर निगम का जल विभाग समस्या का निराकरण नहीं कर पा रहा है।
इन क्षेत्रों में जलसंकट
रांझी के सर्रापीपल क्षेत्र में आए दिन जलापूर्ति बाधित होती है। वार्ड क्रमांक-72 की दद्दा कॉलोनी के सौ परिवार पानी के लिए ट्यूबवेल पर निर्भर हैं। भूजल स्तर गिरने से लोगों को जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र के अशोक विश्वकर्मा, अजय यादव, रमेश विश्वकर्मा ने बतायार कि आए दिन निजी टैंकरों से पानी खरीदना पड़ता है। शंकर नगर स्थित शहीद विक्रम स्कूल के आसपास 25 दिन से जलसंकट गहराया हुआ है। चंद्रनगर में अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंच रहा है। क्षेत्र के तरुण कुमार, विनोद, रोशन, उमाशंकर यादव, हर्षित गोस्वामी ने बताया कि वे जलसंकट की समस्या को लेकर कई बार नगर निगम की जनसुनवाई में गुहार लगा चुके हैं।
शहर के जिन क्षेत्रों में जलसंकटर की शिकायत आ रही है, वहां टैंकरों से पानी पहुंचाया जा रहा है। कई क्षेत्रों में पाइप लाइन का प्रेशर बढ़ाने के लिए उन्हें ट्यूबवेल लाइन से जोड़ा गया है। जहां भी जलसंकट की समस्या है, वहां टैंकरों से आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
कमलेश श्रीवास्तव, कार्यपालन यंत्री, नगर निगम
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