कविता कृष्णमूर्ति ने 45 भाषाओं में गाए 50 हजार गाने, 8 साल की उम्र में जीता था गोल्ड मेडल

32
कविता कृष्णमूर्ति ने 45 भाषाओं में गाए 50 हजार गाने, 8 साल की उम्र में जीता था गोल्ड मेडल

कविता कृष्णमूर्ति ने 45 भाषाओं में गाए 50 हजार गाने, 8 साल की उम्र में जीता था गोल्ड मेडल

कविता कृष्णमूर्ति का नाम जब भी सुनते हैं तो सबसे पहले दिमाग में ‘हवा हवाई’ गाना बजने लगता है। कविता कृष्णमूर्ति ने 9 साल की उम्र से ही गाना शुरू कर दिया था, लेकिन जिस गाने ने उनके करियर को ऊंचाइयां दीं, वह था ‘मिस्टर इंडिया’ का ‘हवा हवाई’। श्रीदेवी पर फिल्माए इस गाने ने जबरदस्त पॉपुलैरिटी बटोरी थी। म्यूजिक की दुनिया में कविता कृष्णमूर्ति ने एक शानदार पारी खेली। उन्होंने बॉलीवुड से लेकर साउथ में ढेरों गाने गाए। आपको जानकर हैरानी होगी कि कविता कृष्णमूर्ति ने 45 अलग-अलग भारतीय भाषाओं में 50 हजार गाने गाए हैं, जिनमें इंग्लिश गाने भी शामिल हैं।

Kavita Krishnamurthy के 25 जनवरी को 65वें बर्थडे के मौके पर WoW Wednesday सीरीज में हम आपको उनके बारे में ऐसी मजेदार बातें और फैक्ट्स बताने जा रहे हैं, जो हैरान कर देंगे। पहले उनकी शुरुआती जिंदगी के बारे में बताते हैं।

बचपन का नाम शारदा, 8 की उम्र में जीता गोल्ड मेडल

कविता कृष्णमूर्ति का जन्म नई दिल्ली में एक तमिल परिवार में हुआ। उनके पिता टीएस कृष्णमूर्ति शिक्षा मंत्रालय में काम करते थे। कविता का बचपन का नाम शारदा था और उन्हें छोटी सी उम्र से ही संगीत से प्यार था। कविता कृष्णमूर्ति के इसी प्यार और मीठी आवाज को देख आंटी प्रतिमा भट्टाचार्य ने उन्हें रबींद्रनाथ संगीत में दाखिला दिलवा दिया। उन्होंने क्लासिकल सिंगर बलराम पुरी से हिंदुस्तानी क्लासिकल म्यूजिक की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी। कविता कृष्णमूर्ति की आवाज का जादू दिखने लगा था। साठ के दशक में उन्होंने कई इंटर-मिनिस्ट्री लेवल के क्लासिकल म्यूजिक प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और खूब मेडल जीते। आठ साल की उम्र में ही कविता कृष्णमूर्ति ने एक म्यूजिक कॉम्प्टिशन में गोल्ड मेडल जीता था।

लता मंगेशकर के साथ गाया पहला गाना

कविता कृष्णमूर्ति जब कॉलेज में पढ़ रही थीं तो उन्हें एक बंगाली फिल्म में गाना गाने का मौका मिला। साल 1971 में उन्होंने ‘श्रीमान पृथ्वीराज’ में लता मंगेशकर के साथ गाना गाया। कविता कृष्णमूर्ति वैसे तो इंडियन फॉरेन सर्विसेज में काम करना चाहती थीं, लेकिन 14 साल की उम्र में वह बॉलीवुड में किस्मत आजमाने मुंबई आ गईं। साल 1976 में कविता कृष्णमूर्ति ने अपनी पहली हिंदी फिल्म ‘कादंबरी’ में गाना गाया। यह गाना था ‘आएगा आनेवाला’ जोकि लता मंगेशकर के गाए इसी गाने का हिंदी रीमेक था। कविता कृष्णमूर्ति ने इसी गाने से बॉलीवुड में अपनी छाप छोड़ दी। उनके पास गानों के ढेरों ऑफर आने लगे।

कविता कृष्णमूर्ति, फोटो: epicture.timesgroup.com

3 साल लगातार जीते अवॉर्ड, पद्म श्री सम्मान

कविता कृष्णमूर्ति ने अपने करियर में आरडी बर्मन से लेकर अमित कुमार, उदित नारायण, कुमार सानू और अभिजीत भट्टाचार्य के साथ खूब गाने गाए। सोनू निगम, शान और बाबुल सुप्रियो के साथ भी कविता कृष्णमूर्ति की जुगलबंदी खूब जमी। नब्बे के दशक में कविता कृष्णमूर्ति स्टारडम के चरम पर थीं। साउथ फिल्म इंडस्ट्री में भी उनकी पूछ होने लगी थी। कविता कृष्णमूर्ति ने हिंदी के अलावा कन्नड़, राजस्थान, भोजपुरी, तेलुगू, तमिल, मलयालम, कोंकणी, नेपाली, असमी और इंग्लिश समेत 45 भाषाओं में गाने गाए। इनके लिए उन्हें ढेरों सम्मान भी मिले। कविता कृष्णमूर्ति ने 1995 से 1997 तक लगातार बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगिंग के लिए 4 फिल्मफेयर अवॉर्ड जीते। साल 2005 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया।