करौली हिंसा सुनियोजित, राज्यपाल डीजीपी को तलब कर दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दें- भाजपा | BJP delegation submitted memorandum to the Governor | Patrika News h3>
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
जयपुर
Updated: April 11, 2022 07:32:06 pm
जयपुर। करौली में हुई घटना को लेकर भाजपा लगातार राज्य सरकार पर हमलावर है। जयपुर से लेकर दिल्ली तक प्रेसकॉन्फ्रेंस कर सरकार पर हमला करने के बाद सोमवार को भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाललो ज्ञापन देने पहुंचा और कहा कि करौली की घटना सुनियोजित षड्यंत्र थी। राजस्थान में ऐसी घटनाओं के कारण कई जिलों से हिंदुओं का पलायन शुरू हो गया है।इस घटना ने राजस्थान को शर्मसार किया। राज्यपाल इस मामले में संज्ञान ले, डीजीपी को तलब करे और प्रदेश में शांति-व्यवस्था के लिए जो भी ठोस कदम उठानें पड़ें, वह उठाएं और दोषियों को सजा दिलवाए।
करौली हिंसा सुनियोजित, राज्यपाल डीजीपी को तलब कर दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दें- भाजपा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में 17 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल कलराज मिश्र को ज्ञापन दिया। इसके बाद भाजपा के तीन नेता सतीश पूनिया, राजेन्द्र राठौड़ और किरोड़ी लाल मीणा ने संयुक्त प्रेसवार्ता कर राज्य सरकार पर कई आरोप लगाए। भाजपा प्रदेश कार्यालय में मीडिया को करौली हिंसा के वीडियो भी दिखाए गए।सतीश पूनिया ने कहा कि करौली की हिंसा सुनियोजित षड्यंत्र थी और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वर्तमान में प्रतिशोध और तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं। हमने राज्यपाल से आग्रह किया है कि वह इस मामले में डीजीपी को भी तलब करें और शांति-व्यवस्था कायम रहने के प्रयास में जो कुछ हो सकता है वह करें, ताकि दोषियों को सजा मिल पाए। इस घटना ने कांग्रेस की नीति और नीयत को साफ कर दिया है। कांग्रेस पार्टी का दोहरा चरित्र है। उन्होंने कहा कि पहले भी हिजाब की घटना हुई है, सिमी का प्रतिरूप पीएफआई को कोटा में रैली की परमिशन दी गई। वहीं रामनवमी के जुलूस पर प्रतिबंध लगाया गया। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि करौली हिंसा मामले में भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्य 13 अप्रैल को करौली जाएंगे और वहां पीड़ितों से मुलाकात कर घटना की जानकारी लेंगे। राठौड़ ने राजस्थान के अलग-अलग जिलों में धारा 144 के तहत प्रताड़ित किए जा रहे लोगों का मामला उठाया.
राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि जिस प्रकार की घटनाएं राजस्थान में हो रही हैं, उसके बाद कई जिलों से हिंदुओं का पलायन शुरू हो गया है। मीणा ने कहा कि करौली में ही हिंसा की इस घटना से पहले 195 लोगों ने पलायन कर लिया और घटना के बाद 7 लोगों ने पलायन किया है। किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सरकार को पलायन करने वाले लोगों को वापस स्थापित करने के साथ ही मुआवजा देना चाहिए.
ये नेता गए राज्यपाल को ज्ञापन देने- राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में सतीश पूनिया, गुलाब चंद कटारिया, अरुण चतुर्वेदी, ओम प्रकाश माथुर, राजेंद्र राठौड़, किरोड़ी लाल मीणा, सुखबीर सिंह जौनपुरिया, जसकौर मीणा, मनोज राजोरिया, रंजीता कोली, रामलाल शर्मा, कन्हैया लाल चौधरी, रामहेत यादव, मुकेश दाधीच, अलका मूंदड़ा समेत अन्य नेता शामिल रहे।
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भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
जयपुर
Updated: April 11, 2022 07:32:06 pm
जयपुर। करौली में हुई घटना को लेकर भाजपा लगातार राज्य सरकार पर हमलावर है। जयपुर से लेकर दिल्ली तक प्रेसकॉन्फ्रेंस कर सरकार पर हमला करने के बाद सोमवार को भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाललो ज्ञापन देने पहुंचा और कहा कि करौली की घटना सुनियोजित षड्यंत्र थी। राजस्थान में ऐसी घटनाओं के कारण कई जिलों से हिंदुओं का पलायन शुरू हो गया है।इस घटना ने राजस्थान को शर्मसार किया। राज्यपाल इस मामले में संज्ञान ले, डीजीपी को तलब करे और प्रदेश में शांति-व्यवस्था के लिए जो भी ठोस कदम उठानें पड़ें, वह उठाएं और दोषियों को सजा दिलवाए।
करौली हिंसा सुनियोजित, राज्यपाल डीजीपी को तलब कर दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दें- भाजपा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में 17 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल कलराज मिश्र को ज्ञापन दिया। इसके बाद भाजपा के तीन नेता सतीश पूनिया, राजेन्द्र राठौड़ और किरोड़ी लाल मीणा ने संयुक्त प्रेसवार्ता कर राज्य सरकार पर कई आरोप लगाए। भाजपा प्रदेश कार्यालय में मीडिया को करौली हिंसा के वीडियो भी दिखाए गए।सतीश पूनिया ने कहा कि करौली की हिंसा सुनियोजित षड्यंत्र थी और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वर्तमान में प्रतिशोध और तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं। हमने राज्यपाल से आग्रह किया है कि वह इस मामले में डीजीपी को भी तलब करें और शांति-व्यवस्था कायम रहने के प्रयास में जो कुछ हो सकता है वह करें, ताकि दोषियों को सजा मिल पाए। इस घटना ने कांग्रेस की नीति और नीयत को साफ कर दिया है। कांग्रेस पार्टी का दोहरा चरित्र है। उन्होंने कहा कि पहले भी हिजाब की घटना हुई है, सिमी का प्रतिरूप पीएफआई को कोटा में रैली की परमिशन दी गई। वहीं रामनवमी के जुलूस पर प्रतिबंध लगाया गया। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि करौली हिंसा मामले में भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्य 13 अप्रैल को करौली जाएंगे और वहां पीड़ितों से मुलाकात कर घटना की जानकारी लेंगे। राठौड़ ने राजस्थान के अलग-अलग जिलों में धारा 144 के तहत प्रताड़ित किए जा रहे लोगों का मामला उठाया.
राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि जिस प्रकार की घटनाएं राजस्थान में हो रही हैं, उसके बाद कई जिलों से हिंदुओं का पलायन शुरू हो गया है। मीणा ने कहा कि करौली में ही हिंसा की इस घटना से पहले 195 लोगों ने पलायन कर लिया और घटना के बाद 7 लोगों ने पलायन किया है। किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सरकार को पलायन करने वाले लोगों को वापस स्थापित करने के साथ ही मुआवजा देना चाहिए.
ये नेता गए राज्यपाल को ज्ञापन देने- राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में सतीश पूनिया, गुलाब चंद कटारिया, अरुण चतुर्वेदी, ओम प्रकाश माथुर, राजेंद्र राठौड़, किरोड़ी लाल मीणा, सुखबीर सिंह जौनपुरिया, जसकौर मीणा, मनोज राजोरिया, रंजीता कोली, रामलाल शर्मा, कन्हैया लाल चौधरी, रामहेत यादव, मुकेश दाधीच, अलका मूंदड़ा समेत अन्य नेता शामिल रहे।
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