करौली मामला- CONGRESS – BJP में अब सियासत, एक दूसरे पर वार पलटवार | Karauli case- CONGRESS – Now politics in BJP, counterattack | Patrika News h3>
करौली हिंसा मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस में अब सियासत शुरू हो गई हैं।
जयपुर
Published: April 08, 2022 03:36:02 pm
जयपुर। करौली हिंसा मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस में अब सियासत शुरू हो गई हैं। दोनों दल अपने अपने वोट बैंक के हिसाब से एक दूसरे पर वार पलटवार कर रहें हैं। दोनों के ही जांच दलों ने अपनी अपनी रिपोर्ट भी दे दी हैं।
bjp-congress
न्यायिक जांच की मांग- भाजपा ने करौली उपद्रव मामले की न्यायिक जांच की मांग उठाई है ताकि घटनाक्रमण की सारी सच्चाई सामने आ जाए। इस संबंध में भाजपा के सात सदस्यीय कमेटी ने उपद्रव वाले का इलाके का दौरा करके अपनी रिपोर्ट प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां को सौंपी है। कमेटी ने पूरे मामले को सुनियोजित बताते हुए पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भाजपा मुख्यालय पर कल प्रेस वार्ता में कहा कि यह घटना सुनियोजित थी। एक अप्रेल को सीएलजी की बैठक में जब पुलिस को यह चेतावनी मिल गई थी कि इस मार्ग से रैली निकाली गई तो परिणाम अच्छे नहीं होंगे तो फिर चेतावनी को नजरन्दाज क्यों किया गया ? पुलिस ने रैली से पहले इलाके का ड्रोन सर्वे क्यों नहीं कराया ? जिस तरह से पथराव हुआ है, उससे साफ है कि उपद्रवियों ने पहले ही तैयारी कर ली थी। राठौड़ ने बताया कि स्थानीय व्यापारी, आम लोगों से बातचीत क आधार पर हमने रिपोर्ट तैयार की है। लोगों का कहना है कि रैली शांति पूर्वक निकल रही थी तभी समुदाय विशेष के दर्जनों लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। कई लोगों ने तलवार और लाठियों से हमले किए। खास बात यह है कि इतना होने के बाद भी पुलिस आज तक लोगों की एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है।
सरकार को पुलिस पर विश्वास नहीं-
राठौड़ ने ये भी कहा कि थानाधिकारी रामेश्वर दयाल मीणा ने खुद माना है कि रैली सुनियोजित थी। मगर सरकार को अपनी नौकरशाही पर विश्वास नहीं है और उन्होंने आदर्श नगर विधायक को जांच के लिए मौके पर भेजा। पूरे प्रकरण को लेकर हमने भी चार वीडियो सुपुर्द किए हैं। जिसमें पूरे घटनाक्रम का चित्रण है, लेकिन पुलिस इन वीडियो के आधार पर जांच नहीं कर रही हैं।
कांग्रेस बोली, जो भी दोषी होगा कड़ी कार्रवाई होगी वही पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और काँग्रेस जांच दल के सदस्य रफीक खान ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए हैं। डोटासरा ने कहा कि घटना के लिए जो भी लोग दोषी हैं चाहे वह किसी भी धर्म और मज़हब के हों, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस की जांच कमेटी के सदस्य और विधायक रफीक खान ने भी मुख्यमंत्री को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा की घटना के लिए दोनों दोनों पक्ष जिम्मेदार है। वीडियो फुटेज में जो भी लोग आपत्तिजनक नारे लगाते हुए नजर आ रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले में कहीं न कहीं पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है और पूरे मामले की जांच की जा रही है जो भी लोग दोषी होंगे उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लेंगे।
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करौली हिंसा मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस में अब सियासत शुरू हो गई हैं।
जयपुर
Published: April 08, 2022 03:36:02 pm
जयपुर। करौली हिंसा मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस में अब सियासत शुरू हो गई हैं। दोनों दल अपने अपने वोट बैंक के हिसाब से एक दूसरे पर वार पलटवार कर रहें हैं। दोनों के ही जांच दलों ने अपनी अपनी रिपोर्ट भी दे दी हैं।
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न्यायिक जांच की मांग- भाजपा ने करौली उपद्रव मामले की न्यायिक जांच की मांग उठाई है ताकि घटनाक्रमण की सारी सच्चाई सामने आ जाए। इस संबंध में भाजपा के सात सदस्यीय कमेटी ने उपद्रव वाले का इलाके का दौरा करके अपनी रिपोर्ट प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां को सौंपी है। कमेटी ने पूरे मामले को सुनियोजित बताते हुए पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भाजपा मुख्यालय पर कल प्रेस वार्ता में कहा कि यह घटना सुनियोजित थी। एक अप्रेल को सीएलजी की बैठक में जब पुलिस को यह चेतावनी मिल गई थी कि इस मार्ग से रैली निकाली गई तो परिणाम अच्छे नहीं होंगे तो फिर चेतावनी को नजरन्दाज क्यों किया गया ? पुलिस ने रैली से पहले इलाके का ड्रोन सर्वे क्यों नहीं कराया ? जिस तरह से पथराव हुआ है, उससे साफ है कि उपद्रवियों ने पहले ही तैयारी कर ली थी। राठौड़ ने बताया कि स्थानीय व्यापारी, आम लोगों से बातचीत क आधार पर हमने रिपोर्ट तैयार की है। लोगों का कहना है कि रैली शांति पूर्वक निकल रही थी तभी समुदाय विशेष के दर्जनों लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। कई लोगों ने तलवार और लाठियों से हमले किए। खास बात यह है कि इतना होने के बाद भी पुलिस आज तक लोगों की एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है।
सरकार को पुलिस पर विश्वास नहीं-
राठौड़ ने ये भी कहा कि थानाधिकारी रामेश्वर दयाल मीणा ने खुद माना है कि रैली सुनियोजित थी। मगर सरकार को अपनी नौकरशाही पर विश्वास नहीं है और उन्होंने आदर्श नगर विधायक को जांच के लिए मौके पर भेजा। पूरे प्रकरण को लेकर हमने भी चार वीडियो सुपुर्द किए हैं। जिसमें पूरे घटनाक्रम का चित्रण है, लेकिन पुलिस इन वीडियो के आधार पर जांच नहीं कर रही हैं।
कांग्रेस बोली, जो भी दोषी होगा कड़ी कार्रवाई होगी वही पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और काँग्रेस जांच दल के सदस्य रफीक खान ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए हैं। डोटासरा ने कहा कि घटना के लिए जो भी लोग दोषी हैं चाहे वह किसी भी धर्म और मज़हब के हों, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस की जांच कमेटी के सदस्य और विधायक रफीक खान ने भी मुख्यमंत्री को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा की घटना के लिए दोनों दोनों पक्ष जिम्मेदार है। वीडियो फुटेज में जो भी लोग आपत्तिजनक नारे लगाते हुए नजर आ रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले में कहीं न कहीं पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है और पूरे मामले की जांच की जा रही है जो भी लोग दोषी होंगे उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लेंगे।
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