कमलनाथ ने पूछा कि हमारी पूजा से बीजेपी के पेट में दर्द क्यों होता है?
कमलनाथ ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी शक्ति आध्यात्मिक शक्ति है जो समाज के लोगों को जोड़ती है। मंदिर का पुजारी समाज का सेवक होता है। वहीं समाज की मूल भावना आध्यामिकता की ओर लोगों को जोड़ने का काम करता है। उन्होंने आगे कहा कि हम मंदिर जाते हैं, पूजा पाठ करते है तो बीजेपी के पेट में दर्द होता है। क्या हिन्दू धर्म का ठेका बीजेपी ने ही लिया है। क्या भगवा का ठेका बीजेपी ने ही लिया है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि हमारे देश की आध्यात्मिक शक्ति देश की संस्कृति से जुड़ी हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश की संस्कृति के कारण ही सभी वर्ग के लोग एक झंडे के नीचे एक साथ खडे़ हैं। हमें हमारी संस्कृति की रक्षा करने के लिए संस्कृति का रक्षक बनाना है, ताकि आने वाली पीढ़ियां सुरक्षित रह सकें। उन्होंने कहा कि मंदिर का पुजारी समाज का सेवक होता है, आप सब को देश की आध्यात्मिक शक्ति को और अधिक मजबूत बनाना होगा।
कमलनाथ ने 18 दिसंबर 2018 से 23 मार्च 2020 तक की अपनी तत्कालीन कांग्रेस नीत सरकार की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि हमारी तत्कालीन 15 महीने की सरकार में हमने मंदिरों एवं मठों के उत्थान की योजनाएं प्रारंभ की, महाकाल कॉरिडोर का निर्माण कराने की पहल की, रामवन गमन पथ के लिए योजना बनाई और राशि स्वीकृत की तथा पुजारियों को सम्मान दिया।
उन्होंने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पेट में दर्द हुआ। आपके जीवन में खुशहाली आए उसके पहले ही उसने पीछे के दरवाजे से मेरी तत्कालीन सरकार गिरा दी। सौदे की अपनी सरकार 23 मार्च 2020 को बना ली और अब आपको आपका अधिकार नहीं दिया जा रहा है। कमलनाथ ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी केवल धर्म का उपयोग राजनीति के लिए करती है।
कमलनाथ ने कहा कि दिखावे के लिए करती है, धर्म और आध्यात्म से उन्हें कोई सरोकार नहीं है। इसके पहले कमलनाथ ने कार्यालय में राम दरबार की तस्वीर पर पूजन-अर्चन कर दीप प्रज्ज्वलित किया।
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