कभी 110 किलो था वजन…भाई के कहने पर बनी प्रफेशनल बॉडीबिल्डर, गुरुग्राम की बेटी की मोटिवेशनल स्टोरी

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कभी 110 किलो था वजन…भाई के कहने पर बनी प्रफेशनल बॉडीबिल्डर, गुरुग्राम की बेटी की मोटिवेशनल स्टोरी

कभी 110 किलो था वजन…भाई के कहने पर बनी प्रफेशनल बॉडीबिल्डर, गुरुग्राम की बेटी की मोटिवेशनल स्टोरी

योगेश कुमार, गुरुग्राम: भारत में कई ऐसी महिला बॉडीबिल्डर हैं, जिन्होंने सालों की मेहनत के बाद बॉडीबिल्डिंग में अपना नाम कमाया है। गुरुग्राम की गीता सैनी भी उसी दिशा में बढ़ रही हैं। कभी गीता का वजह 110 किलो हुआ करता था, फिर उन्होंने कड़ी मेहनत के बाद अपना वेट लॉस किया और भाई के कहने पर बॉडीबिल्डिंग कॉम्पिटिशन में कदम रखा।

गीता 3 बार मिस इंडिया कॉम्पिटिशन जीत चुकी हैं। इसके अलावा वह 2018 में मिस एशिया कॉम्पिटिशन में चौथी रैंक और सीनियर विमेंस बॉडीबिल्डिंग 2022 कॉम्पिटिशन में गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी हैं। गीता ने बताया कि घर में उन्हें शुरू से ही काफी लाड़-प्यार से रखा गया।उन्हें घर का देसी खाना, घी, मक्खन, दूध, दही खाने का काफी शौक था। इसके बाद जब वह ग्राफिक डिजाइनर बनीं तो ऑफिस जाने के कारण उन्हें जंक फूड खाने की आदत लग गई।

21 साल में हो गया था 110 किलो वजन
गीता ने बताया कि जॉब और अधिक जंक फूड के सेवन से 21 साल की उम्र में उनका वजन लगभग 110 किलो पहुंच गया था। इसके बाद गीता ने अपने वजन कम करने के बारे में सोचा और यूट्यूब पर वीडियो देखना शुरू किए। 2009 में फिटनेस को लेकर कम अवेयरनेस के कारण उन्हें सिर्फ इतनी नॉलेज मिली कि खाना छोड़ देने और कार्डियो करने से वजन कम होता है। ऐसा करने पर गीता ने 40-42 किलो वजन तो कम कर लिया लेकिन उनकी स्किन लूज हो गई।

भाई ने ट्रेनिंग देनी शुरू की
गीता ने अपने बड़े भाई जो प्रफेशनल बॉडीबिल्डर रह चुके थे, उनसे प्रॉब्लम शेयर की। भाई ने उन्हें ट्रेनिंग देना शुरू किया और खुद को काफी दुरुस्त कर लिया। उस समय उनका वजन लगभग 70 किलो था।

गीता ने बताया, ‘2016 में गुड़गांव में एक महिला बॉडीबिल्डिंग कॉम्पिटिशन होना था। उस समय मेरे बड़े भाई ने कहा कि मुझे इस कॉम्पिटिशन में हिस्सा लेना चाहिए। उसके बाद घर वालों को बॉडी बिल्डिंग करने और स्टेज पर महिला बॉडी बिल्डिंग की ड्रेस यानी बिकिनी पहनने के लिए भी भैया ने ही पैरेंट्स को मनाया, जो काफी चैलेंजिंग था। हालांकि बाद में वह मान गए।’

अब पूरा फोकस बॉडीबिल्डिंग पर
गीता सैनी के अनुसार, ‘मैं बॉडी बिल्डिंग कॉम्पिटिशन में खेलने के लिए 3 महीने में तैयार हो गई और उस समय मुझे कॉम्पिटिशन में 10वीं रैंक मिली थी। उस दिन कई लोगों ने मेरे घर वालों से कहा कि आपकी बेटी को बॉडीबिल्डिंग से पीछे मत हटने देना, आपकी बेटी की बॉडी इंटरनैशनल कॉम्पिटिशन में मेडल जीतकर लाएगी। बस उस दिन से मेरे घर वाले मुझे सपोर्ट करते आ रहे हैं और मेरा पूरा फोकस बॉडी बिल्डिंग पर ही फोकस है।’



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