कब तक सुनें? औरंगाबाद की सभा में मिलेगा हर सवाल का जवाब, उद्धव ठाकरे की राज और बीजेपी को दो टूक h3>
मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) की सियासत में इन दिनों मनसे प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) की चर्चा आम है। लाउडस्पीकर (Loudspeaker) के मुद्दे पर ठाकरे सरकार को घेरने वाले राज ने हिंदुत्व (Hindutva) के मुद्दे पर बेहद आक्रामक भूमिका अपनाई है। उन्होंने गुड़ी पाडवा की सभा, ठाणे की उत्तर सभा और औरंगाबाद की सभा में हिंदुत्व, हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर के मुद्दे पर महाविकास अघाड़ी सरकार (Mahavikas Aghadi Government) पर जमकर निशाना साधा। राज ठाकरे की सभा के धमाके के बाद अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने भी जनसभा का ऐलान किया है। वो औरंगाबाद (Aurangabad) के उसी मैदान में 14 मई को गरजेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दौरान वो हर सवाल का माकूल जवाब देंगे। सीएम के इस इशारे के बाद यह कहा जा रहा है कि वो राज ठाकरे और बीजेपी (BJP) पर पलटवार करेंगे।
मुख्यमंत्री पद मेरा सपना नहीं था
एलआईसी के एक प्रोग्राम में बीजेपी पर निशाना साधते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश के दुश्मनों पर किसी की नज़र नहीं है। जबकि पार्टी के दुश्मन कहां और क्या कर रहे हैं। इस पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। महाराष्ट्र में बेहद निचले स्तर की राजनीति शुरू है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनना कभी मेरा सपना नहीं था। लेकिन मेरी पार्टी का सीएम बने यह मेरी इच्छा जरूर थी। उद्धव ने कहा कि फ़िलहाल निजीकरण की बीमारी बढ़ रही है। अगर भविष्य को अँधेरे में जाने से रोकना है तो अभी से पूरी शिद्दत से काम पर जुट जाओ। अपनी रफ़्तार को कम मत करो। उन्होंने राज पर निशाना साधते हुए कहा कि कब तक खामोश रहेंगे और सुनेंगे। 14 मई को मई को मैं सभा ले रहा हूँ। हर सवाल का जवाब मिलेगा।
जब बाबरी गिराई गई तब राज ठाकरे कहां थे?
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने सरकारी आवास पर कुछ दिन पहले शिवसेना के सांसद, विधायक और प्रवक्ताओं की बैठक बुलाई थी। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में शिवसेना के जनसंपर्क अभियान और राज्य की मौजूदा राजनीतिक गतिविधियों पर चर्चा हुई। इतना ही नहीं उद्धव ठाकरे ने इस बैठक में शिवसेना नेताओं से बीजेपी नेताओं पर टूट पड़ने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के हर सवाल का मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। इसी प्रकार राज ठाकरे पर उन्होंने हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि जब बाबरी मस्जिद गिराई गई तब राज ठाकरे कहां थे? राम मंदिर के लिए जब यात्रा शुरू थी तब राज ठाकरे क्या कर रहे थे? इसके अलावा उन्होंने शिवसेना नेताओं से बीजेपी को जैसे को तैसा जवाब देने के लिए कहा है। उनका हिंदुत्व नकली है यह सबको दिखा दो। अपनी सरकार के काम जनता तक पहुंचाने का पूरा प्रयास करें।
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मुख्यमंत्री पद मेरा सपना नहीं था
एलआईसी के एक प्रोग्राम में बीजेपी पर निशाना साधते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश के दुश्मनों पर किसी की नज़र नहीं है। जबकि पार्टी के दुश्मन कहां और क्या कर रहे हैं। इस पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। महाराष्ट्र में बेहद निचले स्तर की राजनीति शुरू है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनना कभी मेरा सपना नहीं था। लेकिन मेरी पार्टी का सीएम बने यह मेरी इच्छा जरूर थी। उद्धव ने कहा कि फ़िलहाल निजीकरण की बीमारी बढ़ रही है। अगर भविष्य को अँधेरे में जाने से रोकना है तो अभी से पूरी शिद्दत से काम पर जुट जाओ। अपनी रफ़्तार को कम मत करो। उन्होंने राज पर निशाना साधते हुए कहा कि कब तक खामोश रहेंगे और सुनेंगे। 14 मई को मई को मैं सभा ले रहा हूँ। हर सवाल का जवाब मिलेगा।
जब बाबरी गिराई गई तब राज ठाकरे कहां थे?
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने सरकारी आवास पर कुछ दिन पहले शिवसेना के सांसद, विधायक और प्रवक्ताओं की बैठक बुलाई थी। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में शिवसेना के जनसंपर्क अभियान और राज्य की मौजूदा राजनीतिक गतिविधियों पर चर्चा हुई। इतना ही नहीं उद्धव ठाकरे ने इस बैठक में शिवसेना नेताओं से बीजेपी नेताओं पर टूट पड़ने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के हर सवाल का मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। इसी प्रकार राज ठाकरे पर उन्होंने हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि जब बाबरी मस्जिद गिराई गई तब राज ठाकरे कहां थे? राम मंदिर के लिए जब यात्रा शुरू थी तब राज ठाकरे क्या कर रहे थे? इसके अलावा उन्होंने शिवसेना नेताओं से बीजेपी को जैसे को तैसा जवाब देने के लिए कहा है। उनका हिंदुत्व नकली है यह सबको दिखा दो। अपनी सरकार के काम जनता तक पहुंचाने का पूरा प्रयास करें।
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