कबाड़ कारोबारी राहुल हत्याकांड में साढू था लाइनर: मिनट-टू-मिनट बदमाशों को इनपुट दे रहा था, तीन अपराधी अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर – Begusarai News h3>
बेगूसराय में NH-31 फोरलेन पर 9 अप्रैल को कबाड़ कारोबारी राहुल पोद्दार उर्फ अनोज की हत्या हुई थी। इसमें मुख्य भूमिका मृतक के रिश्तेदार ने ही निभाई थी। बाइक पर साथ चल रहे रिश्तेदार मिनट-टू-मिनट बदमाश को इनपुट दे रहा था। सुनसान जगह मिलते ही राहुल की हत्य
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जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की स्पेशल टीम अनुसंधान और छापेमारी कर रही है। हत्यारे को पकड़ने के लिए वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान के साथ-साथ लोकल इनपुट जुटाए जा रहे है। गिरफ्तार आरोपी बलिया थाना क्षेत्र के बड़ी बलिया निवासी स्वर्गीय ब्रह्मदेव पोद्दार का बेटा सिकंदर पोद्दार से लगातार पूछताछ की जा रही है। हालांकि क्या खुलासा हुआ है, यह अभी पुलिस स्पष्ट नहीं कर रही है।
सिकंदर ने अपनी चचेरी साली से राहुल पोद्दार उर्फ अनोज की शादी कराई थी
एसपी मनीष के निर्देश पर सदर-वन डीएसपी सुबोध कुमार के नेतृत्व में गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) लगातार कार्रवाई में जुटी है। सिकंदर पोद्दार की गिरफ्तारी से लोगों में चर्चा का विषय बन गया है। कहा जा रहा है कि करीब 15 साल पहले सिकंदर ने अपनी चचेरी साली से राहुल पोद्दार उर्फ अनोज की शादी कराई थी।
अब उसी ने हत्या करवा कर न केवल अपने रिश्ते की साली को विधवा बनवा दिया, बल्कि छह बच्चों के सिर से बाप का साया छीन लिया। गांव में चल रही चर्चा की मानें तो यह पूरी घटना क्रम कबाड़ के कारोबार में प्रतिद्वंद्विता के कारण ही हुई है। बलिया थाना क्षेत्र के पोखरिया निवासी मोहम्मद जुबेर का तीन बेटा नौशाद, नेहाल और इरशाद कबाड़ का काम करता है।
नौशाद का कबाड़ी खाना बड़ी बलिया और पोखरिया के बीच तीन मुहानी के समीप है। जबकि उसके भाई नेहाल का कबाड़ी खाना बलिया में है। इरशाद अपने भाई नेहाल के साथ काम करता है। यह तीनों भाई आसपास की इलाके में कबाड़ के बड़े कारोबारी माने जाते हैं। यह लोग न सिर्फ पुराना बेकार सामान खरीदते हैं, बल्कि बड़ी-बड़ी गाड़ी को भी कुछ घंटे में कटवा कर कबाड़ बना देते हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि चोरी की बाइक बेचना भी इन लोगों के लिए दाएं-बाएं हाथ का खेल है।
तीनों भाइयों ने रची वारदात की साजिश
यह तीनों भाई कबाड़ का पुश्तैनी कारोबार कर रहा है। वहीं, राहुल पोद्दार ने अपने व्यवहार से कबाड़ के कारोबार में अच्छी पहचान बना ली। आसपास के लोग और गांव-गांव जाकर कबाड़ खरीदने वाले राहुल के पास ही अपना माल बेचने लगे। राहुल ने पुरानी बैटरी बिक्री में भी अच्छी पैठ बना ली, अच्छी आमदनी होने लगी। राहुल के कबाड़ी खाना से मात्र 500 मीटर दूर सिकंदर पोद्दार का भी कबाड़ी खाना था। लेकिन राहुल के कारण तीनों भाई और सिकंदर का कबाड़ी खाना का कारोबार धीरे-धीरे कम होने लगा।
सिकंदर तो कर्ज में भी डूब गया था और अपने चचेरे साढू राहुल के साथ बराबर रहने लगा। जिसके कारण नौशाद तीनों भाइयों ने मिलकर सिकंदर को अपनी साजिश में शामिल कर लिया। जिससे उसका कर्ज खत्म हो जाए। इन लोगों ने सिकंदर के साथ लाइनिंग की, जिसमें पैसा की डील हुई थी, हालांकि अभी यह खुलासा नहीं हुआ कि कितने की डील थी। 9 अप्रैल को सिकंदर राहुल के साथ बेगूसराय के लिए चला।
बाइक ओवरटेक कर मारी गोली
उधर हत्यारे पहले से अलर्ट थे, राहुल और सिकंदर के बेगूसराय आने के कुछ देर बाद ही यह लोग भी रमजानपुर के आसपास आ गए थे। राहुल जब पैसा लेकर चला तो रमजानपुर से आगे बढ़ते ही एक बाइक पर सवार हत्यारे पीछे पड़ गए। टोल प्लाजा तक इन लोगों को मौका नहीं मिला, लेकिन टोल प्लाजा से आगे बढ़ने के बाद जब पनसल्ला ढाला के आसपास जगह सुनसान मिली तो ओवरटेक करके न केवल राहुल का पैसा लूट लिया गया, बल्कि सिर में गोली मार कर उसकी हत्या भी कर दी।
लाइनर ने ही परिजन को सूचना दी
सिकंदर राहुल के साथ बाइक पर बैठा हुआ था, उसी ने पुलिस और परिजनों को भी सूचना दी। वह घटनास्थल पर ही रोने लगा, जिससे किसी को शक नहीं हो, लेकिन राहुल की सिर में गोली लगकर हत्या कर देना और सिकंदर को खरोंच तक नहीं आना, न केवल स्थानीय लोगों के मन में शंका पैदा कर गया। बल्कि पुलिस को भी शक करने पर मजबूर कर दिया। इधर, मृतक के पिता ने जब सिकंदर सहित चार लोगों पर FIR की तो पुलिस ने तुरंत सिकंदर को हिरासत में ले लिया। जबकि हत्यारे की तलाश स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) कर रही है।
तीनों भाइयों ने दी थी धमकी
मृतक के पिता रामाशीष पोद्दार ने लाखो थाना में दर्ज FIR में कहा है कि मेरा बेटा राहुल कबाड़ी का काम करता था। 9 अप्रैल की दोपहर करीब 3 बजे वह बेचे गए हुए सामान का पैसा 5 लाख लेकर सिकंदर पोद्दार के साथ बाइक से घर लौट रहा था। तभी NH-31 फोरलेन के पास काले रंग की बाइक पर सवार तीन लोगों ने मेरे बेटे के बाइक को ओवरटेक करके रोक लिया और ठोकर मार कर गिरा दिया। विरोध करने पर गोली मारने की धमकी दी। मेरे बेटे ने जान बचाने के लिए पैसा वाला बैग बदमाशों को दे दिया।
उसके बाद एक बदमाश ने मेरे बेटे के सिर में गोली मार कर हत्या कर दी। जबकि मेरे बेटे के साथ बाइक पर पीछे बैठे हुए सिकंदर पोद्दार को छोड़ दिया गया। रामाशीष पोद्दार का कहना है कि कुछ दिन पहले पोखरिया निवासी मोहम्मद जुबेर के बेटे नेहाल, नौशाद और इरशाद ने मेरे बेटे राहुल को धमकाया था।
कहा था कि तुम्हारे कबाड़ के धंधा से मेरे कबाड़ का धंधा मंदा हो गया है। तुम इस धंधे को बंद कर दो, नहीं तो अंजाम बुरा होगा। इन लोगों ने सिकंदर पोद्दार को अपने विश्वास में लेकर मेरे बेटे की हत्या कर दी।