कंक्रीट का बना ढांचा नहीं दुनिया के लिए रोल मॉडल:सूर्यप्रताप

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कंक्रीट का बना ढांचा नहीं दुनिया के लिए रोल मॉडल:सूर्यप्रताप

कंक्रीट का बना ढांचा नहीं दुनिया के लिए रोल मॉडल:सूर्यप्रताप

पीपराकोठी, एक संवाददाता। मोदी सरकार ने पांच सौ वर्षों बाद 22 जनवरी को भगवान…

हिन्दुस्तान टीम,दरभंगाTue, 13 Feb 2024 12:45 AM

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पीपराकोठी, एक संवाददाता। मोदी सरकार ने पांच सौ वर्षों बाद 22 जनवरी को भगवान राम को अयोध्या में पुन: स्थापित किया है। कल सभी मंत्रिमंडल के साथियों के साथ उनका दर्शन किया, आज माता जानकी के घर चंपारण में आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। अब भारत में फिर से रामराज्य की शुरूआत हो चुकी हैं। उक्त बातें सोमवार को स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में आयोजित तीन दिवसीय किसान कल्याण मेला के तीसरे दिन पशुपालन किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कही। कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि मंत्री श्री शाही, भारत सरकार पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कुलपति डॉ. पीएस पांडेय, मदर डेयरी नई दिल्ली के प्रबंधक निदेशक मनीष बंदलिश, आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अयोध्या उत्तर प्रदेश के कुलपति डॉ. विजेंद्र सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। अतिथियों का स्वागत मोमेंटो, पुष्प गुच्छ व शाल भेंट कर किया। कार्यक्रम के आरंभ में पीडीडीयू के छात्राओं स्वागत गान की प्रस्तुति की गई। आगे की यूपी के कृषि मंत्री श्री शाही ने आगे कहा कि कांग्रेस अधिवेशन के समय 1917 में लखनऊ पहुंचे राजकुमार शुक्ल के जिद्द पर महात्मा गांधी चंपारण आये, और अंग्रेजों के जबर्निया कानून व अनेक लगान से यहां लोगों मुक्त कराया। राधामोहन सिंह के अथक प्रयास से प्रधानमंत्री का विजन 2047 का ढांचा पीपराकोठी कृषि विज्ञान केंद्र में खड़ा किया जा चुका है। यह कंक्रीट का बना ढांचा नही, बल्कि दुनिया के लिए रोलमॉडल है। सीधे किसानों का फायदा मिलने का फार्मूला मोदी सरकार के पहले कार्यकालबमे कृषि मंत्री रहे राधा मोहन सिंह का बनाया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि दुनिया के अन्य देशों के लोग खेती करते हैं परंतु संस्कृति भारत के किसानों में रहा है यहां के राजा हल चलाते थे भगवान श्री कृष्णा गाय चराते थे दुनिया के लोग भगवान बलराम को कृषि की देवता मानते हैं आशीर्वाद के रूप में हम लोग धन्य धान की बात करते हैं पूर्वी चंपारण बिहार ही नही देश के ऐतिहासिक जिलों में से एक है। मौके पर मुख्य रूप से राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कुलपति डॉ. पीएस पांडेय, आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अयोध्या के कुलपति डॉ. विजेंद्र सिंह आदि थे।

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