औरंगाबाद कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश कुमार ने दिया इस्तीफा: 2010 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके, हिमाचल प्रदेश-झारखंड के युवा कांग्रेस प्रभारी भी रहे – Aurangabad (Bihar) News h3>
औरंगाबाद कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा क्यों दिया इसका कारण स्पष्ट नहीं है। उन्होंने पार्टी के बिहार प्रभारी को अपना इस्तीफा सौंपा है। पूछने पर
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बताते चलें कि राकेश कुमार सिंह देव प्रखंड के सिलाड़ गांव के रहने वाले हैं। 2 वर्ष पहले 2023 के मई महीने में उन्हें पार्टी का जिलाध्यक्ष बनाया गया था। राकेश औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2010 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं। पूर्व में वे युवा कांग्रेस के जिला महासचिव और जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष पद पर भी रह चुके हैं।
इसके अलावा हिमाचल प्रदेश और झारखंड के युवा कांग्रेस के प्रभारी के रूप में कार्य कर चुके हैं। संसदीय समिति के अध्यक्ष के साथ उन्होंने काम किया है। पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा उर्फ छोटे साहब, पूर्व सांसद स्व. श्यामा सिंह, पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार आदि के साथ भी उन्होंने काम किया है। वे पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार के काफी करीबी माने जाते हैं।
कार्यक्रम में शामिल अतिथि।
हाल ही में महेंद्र यादव को बनाया गया था कार्यकारी जिलाध्यक्ष
कुछ दिनों पहले ही कुटुंबा विधायक राजेश कुमार को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। राजेश कुमार मूल रूप से औरंगाबाद जिले के ओबरा के रहने वाले हैं। लोगों को लगा था कि उनके जिला अध्यक्ष बनने के बाद जिला में अब कांग्रेस की स्थिति पहले से मजबूत होगी।
कुछ दिन पहले ही औरंगाबाद दौरे के दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने ओबरा के हीं रहने वाले महेंद्र यादव को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था। पार्टी सूत्रों की माने तो इसके बाद से जिलाध्यक्ष राकेश सिंह उर्फ पप्पू नाराज चल रहे थे। हालांकि उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया है।
जिले में बढ़ी राजनीतिक सरगर्मी
जिलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह का अपने पद से इस्तीफा देने के बाद जिले में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। लोगों के बीच चर्चा का बाजार गर्म है। हालांकि फिलहाल कोई भी नेता या कार्यकर्ता इस मुद्दे पर चर्चा करने को तैयार नहीं है। विधानसभा चुनाव के महज कुछ महीने शेष रह गए हैं। सभी राजनीतिक दलों के लोग चुनाव की तैयारी में जुटे हैं। ऐसे समय में कांग्रेस जिलाध्यक्ष के इस्तीफा के बाद ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी में सब कुछ सहज नहीं है। यह भी माना जा रहा है कि कुछ और कार्यकर्ता भी शीर्ष नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं। अब यह देखना लाजमी होगा कि नए प्रदेश अध्यक्ष अपने ही जिला में पार्टी को कैसे संभालते हैं।