ऐसा क्या हुआ कि फोर्स जाने के बाद गुड़िया नहीं रही… चंदौली में पुलिस के एक्शन पर कई सवाल

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ऐसा क्या हुआ कि फोर्स जाने के बाद गुड़िया नहीं रही… चंदौली में पुलिस के एक्शन पर कई सवाल

लखनऊ: अपराधियों पर लगाम लगाइए…उनको कैसे भी पकड़िए, कोई सवाल नहीं पूछेगा लेकिन वही पुलिस वैसा ही व्यवहार दूसरों के साथ करे तो सवाल खड़े होंगे ही। कानून व्यवस्था ठीक रहे, अच्छी बात है लेकिन उसकी आड़ में कोई ऐसा कदम न उठा लीजिए जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े हो जाए। यूपी के चंदौली जिले में पुलिस पर गैंगस्टर आरोपी कन्हैया यादव की तलाश में दबिश के दौरान उसकी बेटी की पीटकर हत्या करने का आरोप लगा है। योगी की जिस पुलिस की कई मौकों पर वाहवाही होती है आज उसी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग गया है। इस पूरे मामले में भले ही कुछ पुलिसवालों पर गाज गिरी हो लेकिन सच भी पूरी तरह से सामने आना चाहिए।

घर की दो बहनों में बड़ी बहन निशा उर्फ गुड़िया अब नहीं रही। छोटी बहन गुंजा का रो- रोकर बुरा हाल है। छोटी बहन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसकी दीदी को इतना मारा कि उसकी जान चली गई। उसने कहा कि पूरे घर पर करीब 40 पुलिस वाले आए हुए थे। उसकी दीदी को एक कमरे में पुलिस ले गई। करीब 15 मिनट तक उसके चिल्लाने की आवाज आती रही उसके बाद कोई आवाज नहीं आई। छोटी बहन ने कहा कि पीटने के बाद मेरी बहन को फांसी पर लटाकाया गया। कोई फांसी लगाएगा तो क्या उसका पैर जमीन से टच होगा। मेरी बहन का पैर जमीन पर टच हो रहा था।

पुलिस क्यों अंदर आई क्या कोई कुछ बताया नहीं। आपके पिता पर कई गंभीर आरोप हैं इसके जवाब में उसने कहा कि उसके पिता को जिला बदर कर दिया गया था और वह बनारस में रह रहे थे। पुलिस कई मौकों पर पैसा मांगती रही और पैसा नहीं देने पर पहले तो जिला बदर किया गया और उसके बाद कई सारी धाराएं लगा दी गईं। हम इसके खिलाफ कोर्ट में भी गए हैं। छोटी बहन ने कहा कि हमें न्याय चाहिए मेरी बहन वापस तो नहीं लौट सकती कम से कम न्याय तो दिलवा दीजिए।

वहीं पुलिस का इस पूरे मामले पर कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गले के पास एक खरोंच है और बाएं जबड़े के नीचे एक छोटी सी चोट है, इसके अतिरिक्त शरीर पर कोई अंदरूनी या बाहरी चोट नहीं आई है। एसपी चंदौली अंकुर अग्रवाल ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण अज्ञात लिखा गया है। विसरा को सुरक्षित रखा गया है, विसरा को भेजा जाएगा, जो रिपोर्ट आएगी उसके बाद ही मामले में कार्रवाई की जाएगी।

चंदौली के मनराजपुर गांव में जिलाबदर आरोपी को पकड़ने गई पुलिस के लौटने के बाद बड़ी बेटी गुड़िया की संदिग्ध हाल में मौत हो गई। आखिर इतने कम समय में ऐसा क्या हुआ कि गुड़िया की जान चली गई। आत्महत्या या कुछ और जांच का विषय है। जांच होगी कुछ निकलकर सामने आएगा लेकिन कई ऐसे सवाल हैं जो पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर रही है।



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