एमडीएम बीआरपी के तबादला में विसंगती की उठने लगी आवाज
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एमडीएम बीआरपी के तबादला में विसंगती की उठने लगी आवाज
3 बीआरपी पुरानी जगह पर हो गए तैनात, उन्हें अन्य प्रखंडों में पदस्थापन की मांग
गिरियक प्रखंड के बीआरपी ने डीएम व एमडीएम डीपीओ को दिया आवेदन
विसंगतियां दूर करने की लगायी गुहार, पत्र में बिंदुवार अंकित कर गिनायीं विसंगतियां
फोटो :
सैदल्ली स्कूल : रहुई प्रखंड के सैदल्ली मध्य विद्यालय में भोजन करते बच्चे। (फाइल फोटो)
बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता।
शिक्षकों के एचमए प्रोन्नति व पदस्थापना में गड़बड़ी का मामला अभी खत्म भी नहीं हुआ है कि एमडीएम बीआरपी के तबादले व पदस्थापन में गड़बड़ी का मामला सामने आ गया। तीन प्रखंडों के बीआरपी को पुरानी जगह तैनात होने पर मामला तूल पकड़ने लगा है। गिरियक प्रखंड के बीआरपी राकेश रंजन ने डीएम शशांक शुभंकर व पीएम पोषण डीपीओ अंशु कुमारी को आवेदन देकर तबादले में हुईं विसंगतियां दूर करने की गुहार लगायी है। डीपीओ के भेजे पत्र में कहा है कि तबादला सूची की क्रम संख्या तीन पर मुकेश कुमार रहुई, हिलसा, नूरसराय, थरथरी व क्रम संख्या नौ पर सोफल कुमार, इसलामपुर, अस्थावां, हरनौत, बिंद, तो क्रम संख्या 11 पर अंकित राकेश रंजन नगरनौसा, अस्थावां, गिरियक, करायपसुराय व अन्य प्रखंडों में बीआरपी के पद पर कार्य कर चुके हैं। इस बार फिर से मुकेश कुमार को रहुई, सोफल कुमार को इस्लामपुर तो राकेश रंजन को नगरनौसा प्रखंड आवंटित कर दिया गया है। जब पुरानी जगह पर ही पदस्थापन किया गया तो फिर तबादले का मतलब क्या रह गया।
पिछले डीएम ने दूर की थीं विसंगतियां :
बीआरपी ने बताया कि पिछले वार एमडीएम बीआरपी के स्थानान्तरण व पदस्थापन में इस तरह की विसंगतियां होने पर तत्कालीन डीएम योगेन्द्र सिंह ने मामले को तत्काल संज्ञान में लेकर पुन: स्थानान्तरण व पदस्थापन में भूल सुधार किया था। दुहराने वाले प्रखंडों में विस्थापित बीआरपी को पुन: पत्र निर्गत कर संशोधित किया था। जानकारों का मानना है कि रैंडमाईजेशन से बीआरपी का तबादला होने की बात कही जा रही है। लेकिन, इसमें यह संयोग नहीं हो सकता है कि महज 20 बीआरपी के तबादले में तीन-तीन बीआरपी को पुरानी जगह पर तैनाती हो जाएगी।
23 जुलाई को हुआ था तबादला :
जिला शिक्षा विभाग के स्थापना डीपीओ पर एक मामले में डीएम द्वारा कार्रवाई करने का आदेश जारी होने के कुछ दिन बाद 23 जुलाई को एमडीएम बीआरपी का सामूहिक रूप से तबादला किया गया था। एमडीएम डीपीओ ने बीआरपी को 10 दिनों के अंदर नव पदस्थापित प्रखंडों में योगदान कर संपूर्ण प्रभार लेने का आदेश दिया था। लेकिन, कई बीआरपी निर्धारित अवधि बीत जाने के बाद भी पुराने प्रखंडों में जमे हुए हैं।
अधिकारी बोले :
तबादले में गड़बड़ी की शिकायत मिली है। मामले की जांच करायी जाएगी। किसी भी सूरत में नियम की अनदेखी नहीं की जाएगी।
शशांक शुभंकर, डीएम
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एमडीएम बीआरपी के तबादला में विसंगती की उठने लगी आवाज
3 बीआरपी पुरानी जगह पर हो गए तैनात, उन्हें अन्य प्रखंडों में पदस्थापन की मांग
गिरियक प्रखंड के बीआरपी ने डीएम व एमडीएम डीपीओ को दिया आवेदन
विसंगतियां दूर करने की लगायी गुहार, पत्र में बिंदुवार अंकित कर गिनायीं विसंगतियां
फोटो :
सैदल्ली स्कूल : रहुई प्रखंड के सैदल्ली मध्य विद्यालय में भोजन करते बच्चे। (फाइल फोटो)
बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता।
शिक्षकों के एचमए प्रोन्नति व पदस्थापना में गड़बड़ी का मामला अभी खत्म भी नहीं हुआ है कि एमडीएम बीआरपी के तबादले व पदस्थापन में गड़बड़ी का मामला सामने आ गया। तीन प्रखंडों के बीआरपी को पुरानी जगह तैनात होने पर मामला तूल पकड़ने लगा है। गिरियक प्रखंड के बीआरपी राकेश रंजन ने डीएम शशांक शुभंकर व पीएम पोषण डीपीओ अंशु कुमारी को आवेदन देकर तबादले में हुईं विसंगतियां दूर करने की गुहार लगायी है। डीपीओ के भेजे पत्र में कहा है कि तबादला सूची की क्रम संख्या तीन पर मुकेश कुमार रहुई, हिलसा, नूरसराय, थरथरी व क्रम संख्या नौ पर सोफल कुमार, इसलामपुर, अस्थावां, हरनौत, बिंद, तो क्रम संख्या 11 पर अंकित राकेश रंजन नगरनौसा, अस्थावां, गिरियक, करायपसुराय व अन्य प्रखंडों में बीआरपी के पद पर कार्य कर चुके हैं। इस बार फिर से मुकेश कुमार को रहुई, सोफल कुमार को इस्लामपुर तो राकेश रंजन को नगरनौसा प्रखंड आवंटित कर दिया गया है। जब पुरानी जगह पर ही पदस्थापन किया गया तो फिर तबादले का मतलब क्या रह गया।
पिछले डीएम ने दूर की थीं विसंगतियां :
बीआरपी ने बताया कि पिछले वार एमडीएम बीआरपी के स्थानान्तरण व पदस्थापन में इस तरह की विसंगतियां होने पर तत्कालीन डीएम योगेन्द्र सिंह ने मामले को तत्काल संज्ञान में लेकर पुन: स्थानान्तरण व पदस्थापन में भूल सुधार किया था। दुहराने वाले प्रखंडों में विस्थापित बीआरपी को पुन: पत्र निर्गत कर संशोधित किया था। जानकारों का मानना है कि रैंडमाईजेशन से बीआरपी का तबादला होने की बात कही जा रही है। लेकिन, इसमें यह संयोग नहीं हो सकता है कि महज 20 बीआरपी के तबादले में तीन-तीन बीआरपी को पुरानी जगह पर तैनाती हो जाएगी।
23 जुलाई को हुआ था तबादला :
जिला शिक्षा विभाग के स्थापना डीपीओ पर एक मामले में डीएम द्वारा कार्रवाई करने का आदेश जारी होने के कुछ दिन बाद 23 जुलाई को एमडीएम बीआरपी का सामूहिक रूप से तबादला किया गया था। एमडीएम डीपीओ ने बीआरपी को 10 दिनों के अंदर नव पदस्थापित प्रखंडों में योगदान कर संपूर्ण प्रभार लेने का आदेश दिया था। लेकिन, कई बीआरपी निर्धारित अवधि बीत जाने के बाद भी पुराने प्रखंडों में जमे हुए हैं।
अधिकारी बोले :
तबादले में गड़बड़ी की शिकायत मिली है। मामले की जांच करायी जाएगी। किसी भी सूरत में नियम की अनदेखी नहीं की जाएगी।
शशांक शुभंकर, डीएम
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