एपी-फैनी जमीन कांड में पूर्व मंत्री बेरिया की मुश्किलें बढ़ीं: कमिश्नर के कहने के बाद भी बेरिया तहरीर देने से पीछे हटे, बोले- मेरे साथ 80 लाख का फ्रॉड हुआ – Kanpur News h3>
सपा के पूर्व मंत्री शिव कुमार बेरिया।
कानपुर के चर्चित एपी फैनी जमीन कब्जाकांड में समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया फिलहाल गुरुवार को जमीन खरीद-फारोख्त के आरोपियों के खिलाफ तहरीर देने से पीछे हट गए हैं। उनका कहना है कि उन्होंने तो सर्किल रेट के आधार पर पूरी रकम देकर 80 लाख
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जबकि पुलिस अफसरों का कहना है कि अगर तहरीर नहीं दी तो उन्हें भी जमीन कब्जाकांड में आरोपी बनाया जाएगा। क्यों कि उन्होंने नजूल की जमीन को खरीदा है। अवैध रूप से जमीन की खरीद-फरोख्त हुई है।
जमीन के मामले को हाईकोर्ट लेकर जाएंगे पूर्व मंत्री बेरिया
कर्नलगंज थाना क्षेत्र के सिविल लाइंस स्थित 500 करोड़ की एपी फेनी जमीन कब्जाकांड में पुलिस अब तक दो एफआईआर दर्ज कर चुकी है। दोनों एफआईआर की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी की जांच में सामने आया कि इस जमीन पर जिन लोगों ने कब्जा किया था, उनसे सपा के पूर्व मंत्री शिव कुमार बेरिया ने भी 100-100 वर्गगंज के दो प्लाट खरीदे थे। उनकी रजिस्ट्री भी कराई है। कर्नलगंज पुलिस फर्जीवाड़ा करने वाले व नजूल की जमीन खरीदने वाले पर कार्रवाई कर रही है। सलीम बिरयानी समेत तीन आरोपियों को अरेस्ट करके जेल भेज चुकी है।
जमीन खरीदने वाले सपा के पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया से गुरुवार को दैनिक NEWS4SOCIALने बातचीत की। उन्होंने साफ तौर पर इनकार किया है कि वह जमीन बेचने वालों के खिलाफ तहरीर नहीं देंगे। क्यों कि उन्होंने पूरी स्टांप ड्यूटी देकर एक नंबर में सर्किल रेट के आधार पर जमीन को खरीदा है। कोई भी गलत काम नहीं किया है। जबकि उनके 80 लाख रुपए फंस गए हैं। अगर वह तहरीर देते हैं तो उनकी रकम डूब जाएगी और कोर्ट कचहरी के चक्कर काटते रहेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह पूरे मामले को लेकर कोर्ट जाएंगे। कोर्ट जो आदेश देगी उसका पालन करेंगे। पुलिस अपनी जांच करने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र हैं।
डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि अगर गुरुवार बेरिया तहरीर नहीं देते हैं तो पुलिस जांच को आगे बढ़ाएगी। इसके साथ ही अभी तक जमीन पर मिले स्टे को भी नहीं दिखा सके हैं। अगर तहरीर नहीं देते हैं तो एसआईटी अपनी जांच आगे बढ़ाएगी। इससे सपा के पूर्व मंत्री की मुश्किल बढ़ सकती है।