‘एक सरकारी अधिकारी का अपमान क्यों?’ VIP कल्चर पर प्रियंका चतुर्वेदी और हिमंत बिस्वा सरमा के बीच छिड़ी जंग

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‘एक सरकारी अधिकारी का अपमान क्यों?’ VIP कल्चर पर प्रियंका चतुर्वेदी और हिमंत बिस्वा सरमा के बीच छिड़ी जंग


‘एक सरकारी अधिकारी का अपमान क्यों?’ VIP कल्चर पर प्रियंका चतुर्वेदी और हिमंत बिस्वा सरमा के बीच छिड़ी जंग

शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और असम के मुख्यमंत्री व भारतीय जनता पार्टी के नेता हिमंत बिस्वा सरमा के बीच ट्विटर जंग जारी है। प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्विटर पर सरमा के उस वायरल वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दी है जिसमें उन्होंने नगांव जिले के उपायुक्त को ट्रैफिक रुकवाने के लिए जमकर फटकार लगाई थी। इस वीडियो पर प्रियंका ने सीएम सरमा पर पलटवार करते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री को “अपना काम करने वाले एक अधिकारी का अपमान करने का विकल्प चुनने” से पहले स्पष्ट निर्देश साझा करना चाहिए।

उन्होंने ट्वीट किया कि डीसी नगांव प्रोटोकॉल ड्यूटी का ही पालन कर रहे थे। यदि सीएम अपने प्रोटोकॉल को तोड़ना चाहते हैं, तो डीसी का अनादर करने के बजाय वे नए मानदंडों के लिए अधिसूचना जारी कर सकते हैं। यह सब पब्लिसिटी है और इसको हासिल करने के लिए एक अधिकारी को अपमानित करना निंदनीय है।

वहीं, प्रियंका चतुर्वेदी के ट्वीट का जवाब देते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने लिखा कि एम्बुलेंस सहित राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात रोकना हमारी मानक संचालन प्रक्रिया का हिस्सा नहीं है। ऐसा कोई नियम निर्धारित नहीं है। सीएम प्रोटोकॉल का हिस्सा नहीं यह अति सक्रियता थी और हमें इसे रोकने की जरूरत है। अगर हम कोशिश कर रहे हैं कि असम में तो आप हमें आशीर्वाद दें कि न कि आलोचना करें। 

वहीं, हिमंत के इस ट्वीट का जवाब देते हुए प्रियंका ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, मुझे लगता है कि देश में हर कोई चाहता है कि वीआईपी कल्चर खत्म हो जाए, लेकिन एक ‘अति सक्रिय’ नौकरशाह को सार्वजनिक रूप से अपमानित करने के वीडियो रिकॉर्ड करने से ऐसा नहीं होता है, जिसने अपनी रैंक अर्जित की है। 

एक अन्य ट्वीट में प्रियंका ने लिखा, “एक मिनट के लिए आराम से सोचिए कि अगर एक डीसी को अपमानित करने के लिए इन शब्दों का इस्तेमाल एक गैर-भाजपा मुख्यमंत्री द्वारा किया जाता है, तो टीवी बहस में भूचाल आ जाता और जिसमें सीएम को पद छोड़ने के लिए कहा जाएगा। लेकिन वह बीजेपी से हैं, तो जो भी किया अच्छे के लिए ही होगा।”

दरअसल शहर में सीएम के होने चलते नगांव डीसी ने ट्रैफिक को रोक दिया था जिससे सीएम खासा नाराज दिखे।  वीडियो में असम सीएम कहते हैं, “डीसी साहब ये क्या नाटक है? गाड़ियां क्यों रुकवाई हैं। कोई राजा महाराजा आ रहा है क्या? ऐसा मत करो। लोगों को कष्ट हो रहा है। गाड़ी जाने दो।” 





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