ऋषभ पंत के साथ कोच राहुल द्रविड़ भी लपेटे में, 2 हार के बाद सुनील गावस्कर पूछ रहे हैं यह सवाल h3>
साउथ अफ्रीका के खिलाफ जारी टी20 घरेलू सीरीज में ऋषभ पंत की अगुवाई में भारतीय टीम को लगातार दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। विशाखापट्टनम में खेले जाने वाला तीसरा मैच अब भारत के लिए करो या मरो का हो गया है। इससे पहले सीरीज के दो मैचों में जिस तरह से टीम इंडिया का प्रदर्शन रहा उसे लेकर खूब आलोचना की जा रही है। इसके साथ ही टीम के कप्तान ऋषभ पंत और कोच राहुल द्रविड़ की रणनीति पर भी सवाल उठ रहे हैं।
खास तौर से कटक में खेले गए दूसरे टी20 में ऋषभ पंत के फैसले पर बवाल मचा हुआ। इस मैच में उन्होंने बल्लेबाजी क्रम में दिनेश कार्तिक से ऊपर ऑलराउंडर अक्षर पटेल भेजा था। इसे लेकर भारत के पूर्व दिग्गज सुनील गावस्कर ने भी अपनी निराशा जाहिर की।
मैच के बाद स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम में गावस्कर ने कहा, ‘किसी फिनिशर का काम हर बार सिर्फ मैच को खत्म करना ही नहीं होता है। वह मैच की परिस्थितियों के अनुसार भी बल्लेबाजी कर सकता है और वह टीम को मुश्किल परिस्थितियों से भी निकाल सकता है। अगर आखिरी के ओवर्स में टीम के लिए रन बना सकता है तो फिर वह एंकर की भूमिका भी निभा लेगा।’
उन्होंने कहा, ‘कभी-कभी जब आपके ऊपर एक फिनिशर का टैग लग जाता है तो उसके दिमाग सिर्फ यह चलता है कि वह 15 ओवर के बाद बल्लेबाजी करने आएगा। वह 12वें या 13वें ओवर में नहीं आ सकता है। ऐसा हमने आईपीएल में देखा भी है। कई सारी टीमें अपने बड़े हिटर्स को आखिरी के 4-5 ओवर में भेजते हैं जिससे की वह बड़ा शॉट खेल सके।’
सुनील गावस्कर ही नहीं साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ ने भी भारतीय टीम मैनेजमेंट के फैसले से हैरान दिखे। उन्होंने कहा, ‘मुझे यह बिल्कुल समझ नहीं आया कि जब कार्तिक टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं फिर बल्लेबाजी क्रम में उन्हें सबसे नीचे रखना कितना सही है। आप यह देखिए कि उन्होंने भारत के लिए कितने मैच खेले हैं। आईपीएल को आप छोड़ दीजिए। आप कार्तिक से पहले अक्षर को बल्लेबाजी के लिए कैसे भेज सकते हैं। मैं हैरान हूं इस फैसले से।’
आपको बता दें कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20 में भारतीय टीम मैनेजमेंट ने अक्षर को इसलिए पहले बल्लेबाजी के भेजा था ताकि वह पारी को संभाल सके। हालांकि वह ऐसा नहीं कर पाए। वहीं कार्तिक जब बल्लेबाजी के लिए आए उनकी शुरुआत धीमी रही लेकिन आखिरी में उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 21 में 31 रनों की पारी खेली।
मैच के बाद स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम में गावस्कर ने कहा, ‘किसी फिनिशर का काम हर बार सिर्फ मैच को खत्म करना ही नहीं होता है। वह मैच की परिस्थितियों के अनुसार भी बल्लेबाजी कर सकता है और वह टीम को मुश्किल परिस्थितियों से भी निकाल सकता है। अगर आखिरी के ओवर्स में टीम के लिए रन बना सकता है तो फिर वह एंकर की भूमिका भी निभा लेगा।’
उन्होंने कहा, ‘कभी-कभी जब आपके ऊपर एक फिनिशर का टैग लग जाता है तो उसके दिमाग सिर्फ यह चलता है कि वह 15 ओवर के बाद बल्लेबाजी करने आएगा। वह 12वें या 13वें ओवर में नहीं आ सकता है। ऐसा हमने आईपीएल में देखा भी है। कई सारी टीमें अपने बड़े हिटर्स को आखिरी के 4-5 ओवर में भेजते हैं जिससे की वह बड़ा शॉट खेल सके।’
सुनील गावस्कर ही नहीं साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ ने भी भारतीय टीम मैनेजमेंट के फैसले से हैरान दिखे। उन्होंने कहा, ‘मुझे यह बिल्कुल समझ नहीं आया कि जब कार्तिक टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं फिर बल्लेबाजी क्रम में उन्हें सबसे नीचे रखना कितना सही है। आप यह देखिए कि उन्होंने भारत के लिए कितने मैच खेले हैं। आईपीएल को आप छोड़ दीजिए। आप कार्तिक से पहले अक्षर को बल्लेबाजी के लिए कैसे भेज सकते हैं। मैं हैरान हूं इस फैसले से।’
आपको बता दें कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20 में भारतीय टीम मैनेजमेंट ने अक्षर को इसलिए पहले बल्लेबाजी के भेजा था ताकि वह पारी को संभाल सके। हालांकि वह ऐसा नहीं कर पाए। वहीं कार्तिक जब बल्लेबाजी के लिए आए उनकी शुरुआत धीमी रही लेकिन आखिरी में उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 21 में 31 रनों की पारी खेली।