ऊंची इमारत से पड़ोसियों की घुट रहीं सांसें… दीवार खड़ी कर धूप भी खा गए | Due to highrise building in jiapur heritage and greater nigam news | News 4 Social h3>
ग्रेटर निगम के मालवीय नगर और हैरिटेज निगम के आदर्श नगर जोन में सर्वाधिक मामले, शहरी सरकार से अनुमति ले निर्माण में उड़ रहीं धज्जियां, कभी निगम की टीम देखने भी नहीं आती, शिकायत पर भी सुनवाई नहीं
शहर के विकसित इलाकों में मल्टीस्टोरी के निर्माण से लोग परेशान हैं। लेकिन, शहरी सरकारें सुनने को तैयार नहीं हैं। हैरिटेज निगम के आदर्श नगर और ग्रेटर निगम के मालवीय नगर जोन में सर्वाधिक इमारतें बन रही हैं। एक अनुमान के मुताबिक पिछले छह माह में 25 से 30 ऐसी ही इमारतों का निर्माण हुआ है। निर्माण के दौरान खूब मनमानी की जा रही है। पार्किंग के लिए भी जगह नहीं छोड़ी जा रही। सैटबैक का भी मौके पर उल्लंघन हो रहा है। शहरी सरकारें अनुमति देकर मौके पर जाकर देखती ही नहीं हैं। कहीं पार्किंग में फ्लैट बनाए जा रहे हैं तो कहीं सड़क सीमा में ही दीवार खड़ी की जा रही है।
इसलिए बन रहीं इमारतें
जवाहर नगर, राजापार्क और आदर्श नगर शहर के बीचोंबीच हैं और पॉश इलाकों में शुमार हैं। मूलभूत सुविधाएं विकसित हो चुकी हैं। सड़क, बिजली से लेकर पानी की कोई दिक्कत नहीं है। निगम अधिकारियों से मिलीभगत कर स्वीकृत नक्शे से अधिक निर्माण कर लेते हैं। फ्लैट की दो यूनिट पार्किंग में और एक पेंट हाउस का निर्माण कर लेते हैं। इन यूनिट को करीब दो से ढाई करोड़ रुपए में बेच देते हैं
ये आ रही दिक्कत
-पार्किंग में यूनिट बनाने से गाड़ियों को जगह नहीं मिलेगी। ऐसे में सड़कों पर गाड़ियां खड़ी होंगी।
ऐसे हो रहा उल्लंघन
-सैटबैक को निर्धारित मानकों से कम छोड़ा जा रहा है। अग्र भाग, पीछे के हिस्से में मानकों से कम सैटबैक छोड़ा जा रहा है। इसी क्षेत्र में बॉलकनी निकाल ली जाती है। ये सैटबैक के उल्लंघन में आता है।
-निर्माणकर्ता बड़ी सड़कों का ध्यान रखते हुए कॉर्नर के भूखंडों पर बहुमंजिला इमारतें बना रहे हैं। इससे 60 फीट चौड़ी सड़क पर इमारत के बाहर पार्किंग बनाई जा सकेगी।
कोर्ट और सरकार को भी नहीं मानता निगम
-हाईकोर्ट ने वर्ष 2017 में एक आदेश दिया। कहां बहुमंजिला इमारतें बनाई जा सकेंगी? वह स्थान राज्य सरकार तय करे। कोर्ट ने अपने आदेश में लिखा कि मौजूदा समय में रह रहे निवासियों के अधिकार पर प्रतिकूल असर न पड़े, इसलिए इमारतों की स्वीकृति नहीं दी जाए।
-20 जनवरी, 2020 को सरकार ने एक आदेश जारी किया। इसमें लिखा कि जनता के हक के विपरीत कॉलोनियों में मल्टीस्टोरी निर्माण स्वीकृति नहीं देने और इसके लिए अलग जोन चिन्हित करने के लिए भी दिशा निर्देश दिए।
आस-पास के लोग परेशान
जिन भूखंडों पर ये बहुमंजिला इमारतें खड़ी हो रहीं हैं उनके आस-पास रहने वाले लोग परेशान हैं। जवाहर नगर सेक्टर चार की विकास समिति तो कई बार निगम में शिकायत कर चुकी, लेकिन कोई निर्माणाधीन इमारत को देखने भी नहीं आया। निर्माणाधीन इमारत के आस-पास रहने वाले लोगों का कहना है कि इन बहुमंजिला इमारतों की वजह से न सिर्फ हमारी सांसें घुटेंगी, बल्कि हवा और धूप भी नहीं आएगी।