उमा भारती की शिवराज सरकार से नई मांग, यूपी की तरह धार्मिक जुलूस और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर एमपी में भी बने कानून

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उमा भारती की शिवराज सरकार से नई मांग, यूपी की तरह धार्मिक जुलूस और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर एमपी में भी बने कानून

उमा भारती की शिवराज सरकार से नई मांग, यूपी की तरह धार्मिक जुलूस और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर एमपी में भी बने कानून

भोपाल: भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने अब मध्य प्रदेश सरकार से नई मांग कर दी है। उमा ने कहा है कि शिवराज सिंह चौहान को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह प्रदेश में धार्मिक शोभायात्राओं और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर नीति बनानी चाहिए। उमा इससे पहले बिहार की तरह शराबबंदी की मांग करती रही हैं। उनकी नई मांग सीएम शिवराज के लिए नई मुसीबत बन सकती है।

उमा नेधार्मिक शोभायात्राओं तथा लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर नियम बनाने के उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले का बुधवार को स्वागत किया। साथ ही, मध्य प्रदेश में भी इसी प्रकार की नीति बनाए जाने की मांग की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सप्ताह की शुरुआत में निर्देश दिए थे कि कोई भी धार्मिक जुलूस बिना अनुमति के नहीं निकाले जाएंगे और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल से दूसरों को असुविधा नहीं होनी चाहिए।

भारती ने ट्वीट किया,‘‘ योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा लिए गए नीतिगत फैसले सराहनीय हैं।’’ पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि ध्वनि प्रदूषण से तंत्रिका तंत्र संबंधी रोग बढ़ रहे हैं। लोगों को रात में शंतिपूर्ण तरीके से सोने को मिलना चाहिए।

उन्होंने कहा,‘‘ इसलिए रात दस बजे से सुबह सात बजे तक लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर सख्त नियम होना चाहिए। सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए ध्वनि एम्पलीफायर के इस्तेमाल की अनुमति इस शर्त पर दी जानी चाहिए कि केवल वहां बैठे लोग ही इसे सुन सकें। धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर से अस्पताल तथा स्कूल में अशांति फैलती है। इससे छात्रों, बीमार लोगों और बुजुर्गों को परेशानी होती है। भारती ने साथ ही यह भी कहा कि ध्वनि और समय की सीमा डीजे के लिए तथा जुलूसों के लिए भी निर्धारित की जानी जानी चाहिए। उन्होंने कहा,‘‘ हमें मध्य प्रदेश के लिए भी इसी प्रकार का निर्णय लेना चाहिए।’’

उमा इससे पहले शराबबंदी को लेकर मध्य प्रदेश सरकार को कई बार मुश्किल में डाल चुकी हैं। वे कई बार इसके लिए अभियान शुरू करने का ऐलान कर चुकी हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने इसी मुद्दे पर सीएम शिवराज को निशाने पर ले लिया था। उन्होंने कहा था कि शिवराज ने उनसे अनबोला कर लिया है। फिर उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री से उनसे बात की है। इधर, मुख्यमंत्री ने राज्य में नशा विरोधी अभियान शुरू करने की घोषणा की। उमा ने इसका स्वागत किया और सहयोग करने की भी बात की। इसके बाद यह मामला शांत होता हुआ दिख रहा था, लेकिन उमा की नई मांग शिवराज सरकार के लिए चिंता का सबब हो सकती है।

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