उपेंद्र कुशवाहा के साथ राज्यसभा की रेस में बीजेपी के आरके सिंह, चिराग की लोजपा भी ठोंक सकती है दावा h3>
तीन सितंबर को होने वाले राज्यसभा उपचुनाव की दो सीटों के लिए उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सहयोगियों के बीच कड़ी पैरवी और मंथन का दौर तेज हो गया है। दोनों सीटों के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 21 अगस्त है। ऐसी अटकलें हैं कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता आरके सिंह, जो आरा से लोकसभा चुनाव हार गए थे। वो दूसरी सीट के लिए राज्यसभा के दावेदारों में टॉप पर हैं। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक मंच के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा का राज्यसभा जाना तय है, उनके नाम पर एनडीए की आधिकारिक मुहर लग चुकी है। उपेंद्र कुशवाहा लोकसभा चुनाव में काराकाट सीट से एनडीए के उम्मीदवार थे, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था।
आपको बता दें आरजेडी की मीसा भारती और बीजेपी के विवेक ठाकुर के लोकसभा सदस्य बनने के बाद राज्यसभा की दो सीटें खाली हो गई थी। जिन पर अब उपचुनाव होना है। विवेक ठाकुर का 2020 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे, जिनका कार्यकाल 2026 तक था. वहीं मीसा भारती जून 2022 को राज्यसभा सदस्य बनी थी। और 2028 में उनका कार्यकाल खत्म होगा।
वहीं इस बीच सियासी गलियारों में चर्चा है कि केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) भी राज्यसभा के लिए एक सीट पाने की इच्छुक है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि एलजेपी (आरवी) की एक सीट की मांग है। लेकिन अभी तक कुछ भी अंतिम नहीं है।
हालांकि पार्टी नेताओं का कहा है कि हम इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। पार्टी अध्यक्ष ही आखिरी फैसला लेंगे। वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता का दावा है कि राज्यसभा के उम्मीदवारों पर निर्णय पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा जेडीयू, एलजेपी (आरवी), हम (सेक्युलर) और आरएलएम समेत सहयोगियों के साथ उचित परामर्श के बाद लिया जाएगा।
लेकिन यह तय हो गया है कि उपेन्द्र कुशवाह एनडीए के उम्मीदवारों में से एक होंगे। लेकिन दूसरी सीट के लिए अभी भी बातचीत चल रही है. भाजपा संभवतः दूसरी सीट के लिए अपना उम्मीदवार भेजेगी उन्होंने कहा कि भाजपा किसी भी अन्य सहयोगी दल के लिए एक सीट पर अपना दावा नहीं छोड़ना चाहेगी क्योंकि इससे गलत संदेश ही जाएगा।
उपेंद्र कुशवाहा के साथ BJP का कैंडिडेट जाएगा राज्यसभा! ढाई दर्जन नामों पर मंथन
विवेक ठाकुर की सीट खाली होना बीजेपी के लिए सही दावा है। अगर अन्य सहयोगी दल, चाहे वह एलजेपी (आरवी) हो या कोई अन्य सहयोगी, इस पर दावा करते हैं, तो इससे राज्य के नेताओं को सही संदेश नहीं जाएगा। इसके अलावा, इसका 2025 में विधानसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे की व्यवस्था पर असर पड़ सकता है।
दो सीटों के लिए उपचुनाव सत्तारूढ़ एनडीए आसानी से जीत जाएगा क्योंकि गठबंधन के पास राज्य विधानसभा में विपक्षी इंडिया गठबंधन की तुलना में अधिक संख्यात्मक शक्ति है। एनडीए के सूत्रों ने कहा कि नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने से पहले अगले कुछ दिनों के भीतर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जाएगी। विपक्षी इंडिया गुट द्वारा कोई उम्मीदवार खड़ा करने की संभावना नहीं है, जिससे दोनों सीटों के लिए उम्मीदवारों के निर्विरोध चुने जाने का रास्ता साफ हो जाएगा।
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तीन सितंबर को होने वाले राज्यसभा उपचुनाव की दो सीटों के लिए उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सहयोगियों के बीच कड़ी पैरवी और मंथन का दौर तेज हो गया है। दोनों सीटों के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 21 अगस्त है। ऐसी अटकलें हैं कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता आरके सिंह, जो आरा से लोकसभा चुनाव हार गए थे। वो दूसरी सीट के लिए राज्यसभा के दावेदारों में टॉप पर हैं। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक मंच के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा का राज्यसभा जाना तय है, उनके नाम पर एनडीए की आधिकारिक मुहर लग चुकी है। उपेंद्र कुशवाहा लोकसभा चुनाव में काराकाट सीट से एनडीए के उम्मीदवार थे, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था।
आपको बता दें आरजेडी की मीसा भारती और बीजेपी के विवेक ठाकुर के लोकसभा सदस्य बनने के बाद राज्यसभा की दो सीटें खाली हो गई थी। जिन पर अब उपचुनाव होना है। विवेक ठाकुर का 2020 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे, जिनका कार्यकाल 2026 तक था. वहीं मीसा भारती जून 2022 को राज्यसभा सदस्य बनी थी। और 2028 में उनका कार्यकाल खत्म होगा।
वहीं इस बीच सियासी गलियारों में चर्चा है कि केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) भी राज्यसभा के लिए एक सीट पाने की इच्छुक है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि एलजेपी (आरवी) की एक सीट की मांग है। लेकिन अभी तक कुछ भी अंतिम नहीं है।
हालांकि पार्टी नेताओं का कहा है कि हम इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। पार्टी अध्यक्ष ही आखिरी फैसला लेंगे। वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता का दावा है कि राज्यसभा के उम्मीदवारों पर निर्णय पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा जेडीयू, एलजेपी (आरवी), हम (सेक्युलर) और आरएलएम समेत सहयोगियों के साथ उचित परामर्श के बाद लिया जाएगा।
लेकिन यह तय हो गया है कि उपेन्द्र कुशवाह एनडीए के उम्मीदवारों में से एक होंगे। लेकिन दूसरी सीट के लिए अभी भी बातचीत चल रही है. भाजपा संभवतः दूसरी सीट के लिए अपना उम्मीदवार भेजेगी उन्होंने कहा कि भाजपा किसी भी अन्य सहयोगी दल के लिए एक सीट पर अपना दावा नहीं छोड़ना चाहेगी क्योंकि इससे गलत संदेश ही जाएगा।
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विवेक ठाकुर की सीट खाली होना बीजेपी के लिए सही दावा है। अगर अन्य सहयोगी दल, चाहे वह एलजेपी (आरवी) हो या कोई अन्य सहयोगी, इस पर दावा करते हैं, तो इससे राज्य के नेताओं को सही संदेश नहीं जाएगा। इसके अलावा, इसका 2025 में विधानसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे की व्यवस्था पर असर पड़ सकता है।
दो सीटों के लिए उपचुनाव सत्तारूढ़ एनडीए आसानी से जीत जाएगा क्योंकि गठबंधन के पास राज्य विधानसभा में विपक्षी इंडिया गठबंधन की तुलना में अधिक संख्यात्मक शक्ति है। एनडीए के सूत्रों ने कहा कि नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने से पहले अगले कुछ दिनों के भीतर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जाएगी। विपक्षी इंडिया गुट द्वारा कोई उम्मीदवार खड़ा करने की संभावना नहीं है, जिससे दोनों सीटों के लिए उम्मीदवारों के निर्विरोध चुने जाने का रास्ता साफ हो जाएगा।