उदयपुर AICC अधिवेशन में सोनिया गांधी की सल्तनत को मिलेगी चुनौती | Sonia Gandhi talking point in Udaipur AICC session | Patrika News h3>
जयपुर में हुए चिंतन शिविर के 9 साल बाद फिर कांग्रेसी पार्टी की रणनीति तैयार करने को लेकर राजस्थान आ रहे हैं लेकिन अंतर इतना है कि पार्टी ने पहले अपने विस्तार और संगठनात्मक सुधार पर चर्चा की थी। अब अपने वजूद को बचाए रखने का मंथन करेगी।
राज्य के चुनाव पर नजर
इस शिविर में 2024 लोकसभा चुनाव की रणनीति तो बनेगी। इसके साथ ही गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान सहित अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर भी चिंतन होगा।
सोनिया पर भी होगी चर्चा
कांग्रेस ने शिविर के लिए आधा दर्जन एजेंडा तय कर दिए हैं। इन पर रणनीति बनाने के लिए 54 वरिष्ठ नेता जुटे हैं। वहीं सोनिया गांधी अभी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष हैं। ऐसे में कांग्रेस का ही एक धड़ा चुनाव के जरिए पार्टी का पूर्णकालिक अध्यक्ष चुने जाने की मांग कर रहा है। यह मांग भी कुछ नेता उठा सकते हैं।
अब तक चार अधिवेशन 1948- जयपुर में 55वां राष्ट्रीय अधिवेशन कांग्रेस का पहला राष्ट्रीय अधिवेशन जयपुर में दिसंबर 1948 में हुआ था। इसके लिए गांधी नगर को चुना गया था। इसका नाम गांधी नगर भी अधिवेशन के बाद पड़ा। उस समय यहां रेत के टीले थे। सभी प्रतिनिधियों के लिए टेंट लगाए गए थे। दरियों पर बैठकर पार्टी की रूपरेखा तय की गई थी। पार्टी अध्यक्ष पट्टाभि सीतारामैया थे। अधिवेशन में जवाहर लाल नेहरू सहित सभी देशभर के बड़े नेता आए थे।
1966- जयपुर 70 वां राष्ट्रीय अधिवेशन राजस्थान को एक बार फिर कांग्रेस की राष्ट्रीय रणनीति तय करने के लिए चुना गया था। पार्टी अध्यक्ष के. कामराज की अध्यक्षता में 70वां राष्ट्रीय अधिवेशन जुलाई 1966 में हुआ था। इसमें पार्टी ने कई अहम निर्णय लिए।
2002 – 14 सीएम से लिया रिपोर्ट कार्ड माउंट आबू में वर्ष 2002 में 8-9 नवंबर को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश के 14 राज्यों के सीएम से उनके कामकाज को लेकर रिपोर्ट कार्ड मांगा था। साथ ही संगठनात्मक मुद्दों को लेकर मंथन भी हुआ था।
2013- राहुल बने थे उपाध्यक्ष कांग्रेस वर्ष 2013 में केंद्र और राजस्थान के सत्ता पर काबिज थी। उस समय 18-19 जनवरी को दो दिवसीय चिंतन शिविर जयपुर में हुआ था। इसमें वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव, महिला सशक्तीकरण, युवाओं की भागीदारी बढ़ाने, मंहगाई पर अंकुश लगाने और पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने को लेकर मंथन किया गया था। साथ ही राहुल गांधी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में ताजपोशी की गई थी।
अब सीडब्ल्यूसी की बैठक 9 को उदयपुर में होने वाले चिंतन शिविर की तैयारियों को लेकर 9 मई को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई है। कांग्रेस मुख्यालय पर शाम 4 बजे सोनिया गांधी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में शिविर को लेकर बनाई गई छह कमेटियों से भी फीडबैक लिया जाएगा।
जयपुर में हुए चिंतन शिविर के 9 साल बाद फिर कांग्रेसी पार्टी की रणनीति तैयार करने को लेकर राजस्थान आ रहे हैं लेकिन अंतर इतना है कि पार्टी ने पहले अपने विस्तार और संगठनात्मक सुधार पर चर्चा की थी। अब अपने वजूद को बचाए रखने का मंथन करेगी।
राज्य के चुनाव पर नजर
इस शिविर में 2024 लोकसभा चुनाव की रणनीति तो बनेगी। इसके साथ ही गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान सहित अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर भी चिंतन होगा।
सोनिया पर भी होगी चर्चा
कांग्रेस ने शिविर के लिए आधा दर्जन एजेंडा तय कर दिए हैं। इन पर रणनीति बनाने के लिए 54 वरिष्ठ नेता जुटे हैं। वहीं सोनिया गांधी अभी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष हैं। ऐसे में कांग्रेस का ही एक धड़ा चुनाव के जरिए पार्टी का पूर्णकालिक अध्यक्ष चुने जाने की मांग कर रहा है। यह मांग भी कुछ नेता उठा सकते हैं।
अब तक चार अधिवेशन 1948- जयपुर में 55वां राष्ट्रीय अधिवेशन कांग्रेस का पहला राष्ट्रीय अधिवेशन जयपुर में दिसंबर 1948 में हुआ था। इसके लिए गांधी नगर को चुना गया था। इसका नाम गांधी नगर भी अधिवेशन के बाद पड़ा। उस समय यहां रेत के टीले थे। सभी प्रतिनिधियों के लिए टेंट लगाए गए थे। दरियों पर बैठकर पार्टी की रूपरेखा तय की गई थी। पार्टी अध्यक्ष पट्टाभि सीतारामैया थे। अधिवेशन में जवाहर लाल नेहरू सहित सभी देशभर के बड़े नेता आए थे।
1966- जयपुर 70 वां राष्ट्रीय अधिवेशन राजस्थान को एक बार फिर कांग्रेस की राष्ट्रीय रणनीति तय करने के लिए चुना गया था। पार्टी अध्यक्ष के. कामराज की अध्यक्षता में 70वां राष्ट्रीय अधिवेशन जुलाई 1966 में हुआ था। इसमें पार्टी ने कई अहम निर्णय लिए।
2002 – 14 सीएम से लिया रिपोर्ट कार्ड माउंट आबू में वर्ष 2002 में 8-9 नवंबर को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश के 14 राज्यों के सीएम से उनके कामकाज को लेकर रिपोर्ट कार्ड मांगा था। साथ ही संगठनात्मक मुद्दों को लेकर मंथन भी हुआ था।
2013- राहुल बने थे उपाध्यक्ष कांग्रेस वर्ष 2013 में केंद्र और राजस्थान के सत्ता पर काबिज थी। उस समय 18-19 जनवरी को दो दिवसीय चिंतन शिविर जयपुर में हुआ था। इसमें वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव, महिला सशक्तीकरण, युवाओं की भागीदारी बढ़ाने, मंहगाई पर अंकुश लगाने और पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने को लेकर मंथन किया गया था। साथ ही राहुल गांधी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में ताजपोशी की गई थी।
अब सीडब्ल्यूसी की बैठक 9 को उदयपुर में होने वाले चिंतन शिविर की तैयारियों को लेकर 9 मई को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई है। कांग्रेस मुख्यालय पर शाम 4 बजे सोनिया गांधी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में शिविर को लेकर बनाई गई छह कमेटियों से भी फीडबैक लिया जाएगा।