उचित मुआवजा नहीं मिलने पर किसान यूनियन की बैठक: औरंगाबाद में किया धरना देने का ऐलान, ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के भूमि अधिग्रहण का मामला – Aurangabad (Bihar) News h3>
औरंगाबाद में भारतमाला परियोजना के तहत बनाए जा रहे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के भूमि अधिग्रहण में कथित मनमानी को लेकर किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर भारतीय किसान यूनियन, जिला इकाई, औरंगाबाद के बैनर तले कमला मार्केट में एक बैठक आयोजित की गई
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बैठक की अध्यक्षता एरका गांव के किसान कमला प्रसाद सिंह ने की, जबकि इसमें भारतीय किसान यूनियन के बिहार-झारखंड प्रभारी दिनेश कुमार सिंह भी शामिल हुए। किसानों ने साफ कर दिया कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।
बैठक के दौरान किसानों ने लगाया नारा।
किसानों ने लगाया प्रशासन पर मनमानी का आरोप
बैठक में किसानों ने अन्यायपूर्ण भूमि अधिग्रहण का विरोध करते हुए प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। भारतीय किसान यूनियन के जिला संयोजक वशिष्ठ प्रसाद सिंह ने कहा, “नीतीश कुमार की कैबिनेट ने दो गुना मुआवजा तय किया है, लेकिन जिला प्रशासन इसे लागू नहीं कर रहे।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि किसानों के हक की लड़ाई के लिए 25 मार्च को अंचल मुख्यालय कुटुंबा और 2 अप्रैल को जिला मुख्यालय, औरंगाबाद में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
नियमों की अनदेखी का आरोप
भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रभारी विकास सिंह ने भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्रालय के सचिव के हवाले से कहा कि मुआवजा देने में निबंधन कानून लागू होना चाहिए, लेकिन इसका पालन नहीं किया जा रहा।
उन्होंने बताया कि गांव के 200 मीटर भीतर, सड़क, पिंड, और छउर के किनारे की भूमि का मूल्य कृषि भूमि से चार गुना अधिक होता है, लेकिन जिला प्रशासन सभी भूमि को कृषि भूमि मानकर किसानों को कम मुआवजा दे रहा है।
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के भूमि अधिग्रहण को लेकर उचित मुआवजा नहीं मिलने से किसानों में नाराजगी।
बिना मुआवजा दिए जबरन निर्माण का विरोध
किसानों ने आरोप लगाया कि कई जगह बिना मुआवजा दिए ही भारी पुलिस बल की मौजूदगी में कार्य शुरू कर दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की भूमि औने-पौने दाम में हड़पने की कोशिश कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
किसान नरेंद्र राय ने कहा, “हमारे पूर्वज अंग्रेजों से लड़े थे, अब हम इन काले अंग्रेजों से लड़ेंगे और जीतेंगे। जब तक उचित मुआवजा नहीं मिलेगा, हम अपनी जमीन नहीं देंगे।”
बैठक में विजय तिवारी, शंकर पांडेय, विनय सिंह, राज कुमार सिंह, चंदन तिवारी, आनंद कुमार, बब्लू तिवारी, राम जीवन सिंह समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
किसानों की मांगें
सरकार द्वारा घोषित मुआवजे को लागू किया जाए।
निबंधन कानून के तहत जमीन की उचित कीमत दी जाए।
मुआवजा मिलने से पहले भूमि पर कोई कार्य न हो।
किसानों को जबरन जमीन देने के लिए मजबूर न किया जाए।